जिनकी रोशनी से हम चमकते हैं,हम उसी सूरज की उपेक्षा करते हैं हमें इस बुराई को समाप्त करना होगा:हेमंत तिवारी


पत्रकारिता पेशा नहीं, जनता की सेवा का माध्यम अनिल जी तिवारी


राजनीति भी मानती, पत्रकार की बात... प्रमोद गोस्वामी

एटा प्रदर्शनी पंडाल में   धूमधाम से सम्पन्न हुआ  प्रिंटमीडिया का अखिल भारतीय पत्रकार सम्मेलन

एटा। राजकीय जिला कृषि एवं औद्योगिक विकास प्रदर्शनी के भव्य पंडाल में अखिल भारतीय प्रिंट मीडिया पत्रकार सम्मेलन का आयोजन हुआ।
कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि स्थानीय संपादक सामना मुम्बई  के वरिष्ठ पत्रकार अनिल  जी तिवारी और उ.प्र.मान्यता प्राप्त संवाददाता समिति के अध्यक्ष  वरिष्ठ पत्रकार हेमंत तिवारी, पीटीआई के पूर्व  उत्तर प्रदेश ब्यूरो / मान्यता प्राप्त  समिति के पूर्व अध्यक्ष प्रमोद गोस्वामी वरिष्ठ पत्रकार  अजय  व आनंद स्वरूप त्रिपाठी  ने फीता काटकर किया।

उदघाटन के बाद सभी अतिथियों ने  सरस्वती के चित्र पर माल्यार्पण करने के बाद शिवलिंग पर माल्यार्पण कर दीप्र ज्वलित कर कार्यक्रम का विधिवत शुभारंभ किया । कार्यक्रम में सबसे पहले छोटे-छोटे बच्चों ने सरस्वती वंदना गाकर कार्यक्रम की शुरुआत की
कार्यक्रम की अध्यक्षता हेमंत तिवारी वरिष्ठ पत्रकार ने की।
कार्यक्रम में मुंबई से पधारे मुख्य अतिथि वरिष्ठ पत्रकार अनिल जी तिवारी ने कहा कि पत्रकार तमाम समस्याओं से जूझता है तब सच्ची खबर प्रस्तुत करता है। इसलिए आवश्यकता है कि पत्रकारिता को सही मायने में लोकतंत्र का चौथा स्तंभ घोषित किया जाए।उन्होंने कहा कि आज कल पत्रकारिता का स्तर गिरता चला जा रहा है । पहले पत्रकारिता मिशन होती थी किंतु आज व्यवसाय का रूप धारण करती चली जा रही है उन्होंने मंच पर मौजूद जिला सूचना अधिकारी से कहा कि पात्र पत्रकारों को प्रेस मानता निश्चित ही मिलनी चाहिए और इसका दुरुपयोग करने वालों को मानता से दूर रखना चाहिए
 प्रमोद गोस्वामी ने कहा कि लोकतंत्र के निर्माण में पत्रकारों की अहम भूमिका होती है। पत्रकार समाज को आइना दिखाने में सहायक होते हैं।

वरिष्ठ पत्रकार अजय जी ने कहा कि वर्तमान में समाज मैं पत्रकारिता का स्तर बहुत गिर गया है इससे हम सबको मिलकर सुधारना चाहिए तथा पत्रकारों को एकजुट होकर भ्रष्टाचार के खिलाफ मुहिम चलाकर पीड़ितों की मदद करनी चाहिए

श्यामसुंदर शुक्ल ने कहा कि उन्होंने कहा कि पत्रकारिता व्यवसाय नहीं, समाजसेवा और ईश्वरीय कार्य करने का सशक्त माध्यम माना जाता है। पत्रकारिता समाज में ऊर्जा भरने का एक आक्रामक साधन भी है। पत्रकारिता पेशा नहीं, बल्कि जनता की सेवा का माध्यम है।
 कार्यक्रम में राज्य कर्मचारी संयुक्त परिषद के अध्यक्ष हरिकिशोर तिवारी व  पत्रकार मनीष गुप्ता ने भी संबोधित किया।
कार्यक्रम के अध्यक्ष वरिष्ठ पत्रकार हेमंत तिवारी ने कहा की इस ऐतिहासिक धरती पर कदम रखने का 34 साल बाद मुझे मौका मिला है मैं कहता हूं कि भाषण से भ्रष्टाचार खत्म नहीं होता मैं यह भी कहता हूं कि भूख लगी हो तो भाषण नहीं होता क्योंकि मुझे अध्यक्ष का दायित्व दिया गया है कुछ नई चीज नहीं कहूंगा सवाल उसका है जो दिल्ली में बैठे पत्रकार उसके अंदर थोड़ा अपेक्षा का भाव होता है वही लखनऊ में बैठा होता है वही आगरा बालों व बनारस 12 के प्रति थोड़ा सा बेहतर भाव रखता है और जो आगरा में बैठा है वह समझता है कि एटा का जो रिपोर्टर है वह उसके चक्कर जैसा होगा यह आप महसूस करते होंगे यही नहीं जो एटा जिला मुख्यालय पर बैठा होगा वह पटियाली या अलीगंज या आसपास के रिपोर्टरों के साथ वही भाव रखता है जो ऊपर वाले रखते हैं पत्रकारिता का हिंदी पत्र करता को सबसे  दुर्भाग्य सबसे दुर्भाग्य पूर्ण मानता हूं जो रोशनी देते हैं जो सूरज हैं जिनकी रोशनी से हम चमकते हैं या दिल्ली वाला चमकता है या लखनऊ वाला चमकता है हम सभी उसी सूरज की उपेक्षा करते हैं सबसे पहले अंतर आत्मा से सोचकर हमें उस बुराई को समाप्त करना होगा हमारे भीतर खुद की दिक्कत है इसलिए हम उन राजनेताओं के शिकार होते हैं जिन्होंने बुराइयां शुरू की जो बुराइयों के जनक हैं जो गंदगी यों के जनक हैं कौन कहता है अब कमीशन की पत्रकारिता  है पहले मिशन की पत्रकारिता थी आजादी की लड़ाई में भी प्रिंट पत्रकारिता का बहुत बड़ा योगदान था यह ऐतिहासिक सत्य हैआजादी की लड़ाई में हमारा बहुत बड़ा योगदान है। लेकिन जो मिशन की इस पत्रकारिता को कमीशन की पत्रकारिता जो राजनेता बोलते हैं। जो इस तरह हम पर तोहमत लगाते हैं  असलियत क्या है आजाद हिंदुस्तान में बेईमान चोरी मक्कारी उन्होंने शुरू की जिनके पास कोई जमीन नहीं होती कोई फसल नहीं बोलते लेकिन 5 साल में उनकी आमदनी 100 गुना से ज्यादा बढ़ जाती है हेमंत जी ने कार्यक्रम में मौजूद सूचना अधिकारी को एक सवाल करते हुए कलेक्टर को पहुंचाने को कहा की क्या जिलाधिकारी पर इतना भी समय नहीं था मैं मान्यता प्राप्त स्थाई समिति का अध्यक्ष हूं पूर्व में हम लोगों ने जिसमें गोस्वामी जी भी थे मिलकर 15 वर्षों से मृत पड़ी स्थाई समिति को दबाव डालकर बनवाया ताकि स्थानीय पत्रकारों को जो दिक्कत है दवा पूरे साल या कोई समस्या आती है उसका चेयरमैन जिलाधिकारी होते हैं अपने जिलाधिकारी से पूछ लीजिएगा एटा में जिला स्थाई समिति क्यों नहीं है और कब से इसकी बैठक नहीं हुई है पटियाली वाला या कुरावली वाला कहां जाए कहने की हमको धमकाया गया है मारा गया है पीटा गया है डाटा गया है किसके पास जाएं खासतौर से तब जब आप के कलेक्टर के पास इतना भी वक्त नहीं है कि सरकार की प्रदर्शनी लगी है नुमाइश लगी है पूरे जिले के पत्रकार आए हैं बाहर के भी लोग आए हैं उन्हें छोड़िए अपने जिले के पत्रकारों का सम्मान करने के लिए यहां आ जाते मुझे मालूम है कि किसी राजकीय कार्य से व्यस्त होंगे अगर यह पूर्व से ज्ञात था इतना सोचना चाहिए हम सब से अलग नहीं है लेकिन समाज समाज में भी लोगों को हमसे अलग अपेक्षाएं होती हैं क्योंकि हम भी वही काम करते हैं जो आप करते हैं जनसेवा आप करते हो जनता का आईना हम हैं गोस्वामी जी ने भी एक बहुत अच्छी बात कही थी कि अपोजिशन का जो रोल होता है सत्ता तंत्र जैन शक्तियों को छुपा देता है आज वह सामने किसकी वजह से आती हैं मीडिया की ही वजह से तो आती हैं वरना सब ऐसे ही दब जाती।
इस बीच जनपद के विख्यात कवि वलराम सरस द्वारा रचित प्रकाशित पत्रिका प्रगति मंगला का सभी पत्रकारों व हरिकिशोर तिवारी ने सामूहिक रूप से विमोचन किया गया।
कार्यक्रम के प्रारंभ में कार्यक्रम के संयोजक और संरक्षक सुनील मिश्रा तथा आयोजक मंडल की टीम ने मिलकर  मुंबई व लखनऊ कानपुर से आये मुख्य अतिथियों का फूलमाला पहनाकर, शॉल उढाकर, मूमेंटो देकर, बैज लगाकर  स्वागत किया गया।  उसके बाद जनपद के तथा ग्रामीण क्षेत्रों व कस्बों से आये दर्जनों पत्रकारों, हौकरों  आदि का अतिथियों आयोजन समिति संरक्षक  संयोजक ने स्वागत किया।

का कार्यक्रम के अंत में संयोजक और संरक्षक द्वारा मौजूद पत्रकारों को शॉल एवं प्रतीक चिन्ह देकर सम्मानित किया गया।
सम्मेलन में , एसपी सिंह दुवेदी, सजीव तिवारी कृष्ण प्रभाकर उपाध्याय अनिल मिश्रा । कार्यक्रम का संचालन कवि बलराम सरस द्वारा किया गया।
कार्यक्रम के अंत में कार्यक्रम के संरक्षक सुनील मिश्रा ने सभी अतिथियों व शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों से आये पत्रकार साथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की।

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