भारत ने मंगलवार को बांग्लादेश को एंबुलेंस और आवश्यक चिकित्सा उपकरण सौंपे। बांग्लादेश को यह मदद भारत ने अपनी 'पड़ोस प्रथम की नीति के तहत पहुंचाई है। ढाका स्थित भारतीय दूतावास ने इस संबंध में ट्वीट कर जानकारी दी है। दूतावस ने कहा है कि कोविड-19 के खिलाफ जारी लड़ाई में हम अपने करीबी साथी और पड़ोसी के साथ खड़े हैं। जीवन रक्षक चिकित्सा उपकरण के साथ 31 एंबुलेंस की पहली खेप आज बांग्लादेश को सौंपी गई।
ढाका यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने बांग्लादेश को 109 एंबुलेंस देने की घोषणा की थी।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इस वर्ष मार्च में अपनी ढाका यात्रा के दौरान बांग्लादेश को कोविड-19 महामारी से निपटने के लिए चिकित्सा मदद के तौर पर 109 जीवन रक्षक एंबुलेंस देने की घोषणा की थी। इसके तहत भारत ने मदद की पहली किश्त के रूप में लगभग 20 टन आवश्यक चिकित्सा उपकरणों के साथ 31 एंबुलेंस पड़ोसी देश को सौंपे।
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भारत की तरफ से दी गई मदद में 20 टन आवश्यक चिकित्सा उपकरण भी शामिल।
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भारत द्वारा दी गई मदद पर बांग्लादेश के विदेश मंत्री डॉ एके अब्दुल मोमेन ने राजधानी ढाका में एक समारोह में भारतीय उच्चायुक्त विक्रम दोराईस्वामी से खेप प्राप्त करते हुए कहा कि जब भी हम गंभीर समस्याओं में होते हैं, तो वह भारत ही है जो हमारी मदद के लिए आगे आता है। उन्होंने कहा कि बांग्लादेश और भारत महामारी के प्रकोप के बाद से साझेदारी में काम कर रहे हैं।
चिकित्सा उपकरणों में ऑक्सीजन नेजल कैनुला, ऑक्सीजन फेस मास्क, ऑक्सीजन फ्लो मीटर, पल्स ऑक्सीमीटर डिवाइस, हाई फ्लो नेजल कैनुला, 10 लीटर क्षमता के तरल चिकित्सा ऑक्सीजन सिलेंडर, 45 लीटर क्षमता के एलएमओ सिलेंडर, थर्मामीटर आदि शामिल हैं।
समारोह में भारतीय उच्चायुक्त दोराईस्वामी ने कहा कि आंतरिक संकट समाप्त होते ही भारत विदेशों में अपनी टीके की आपूर्ति फिर से शुरू कर देगा और बांग्लादेश को नई दिल्ली के प्राथमिक भागीदार के रूप में प्रतिबद्धता के अनुसार टीके मिलेंगे। उन्होंने कहा कि हमारे पास अपने सबसे करीबी पड़ोसियों, विशेष रूप से बांग्लादेश के साथ हमारी सबसे बेहतर साझेदारी है और हम इसे प्राथमिकता देना जारी रखेंगे।
(रिपोर्ट: शाश्वत तिवारी)
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