(मोहित श्रीवास्तव)विकास खंड सिधौली अंतर्गत लहू रेवान में मनरेगा मज़दूरी की रक़म मिलता जुलता नाम होने का फ़ायदा उठाते हुए खंड विकास कार्यालय में कार्यरत कम्प्यूटर ऑपरेटर द्वारा अपने खाते में स्थान्तरित कर लिए जाने का सनसनीख़ेज़ मामला सामने आया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार ग्राम पंचायत लहू रेवान के ग्राम प्रधान ओमकार ने खंड विकास अधिकारी सिधौली को मंगलवार को दिए गए एक प्रार्थंनापत्र में बताया है कि उनके गाँव में मनरेगा का जो काम कराया गया था उसमें अवधेश नामक मनरेगा श्रमिक को 2450/-रुपए मजदूरी के रूप में अवधेश के खाते में स्थानांतरित कर दिए गए परंतु ग़ौरतलब यह है कि जिस अवधेश के खाते में 2450/-रुपए स्थानांतरित किए गए वह लहू रेवान का श्रमिक अवधेश नहीं था बल्कि खंड विकास अधिकारी सिधौली के कार्यालय में मनरेगा पटल पर कार्य करने वाला कम्प्यूटर ऑपरेटर अवधेश चौधरी था इस तरह खंड विकास कार्यालय में बैठे बैठे यह शक्स कितने मज़दूरों की मज़दूरी हड़प कर रहा है यह इस छोटे से मामले से समझा जा सकता है।
ग़ौरतलब है कि इस मामले में ग्राम प्रधान लहू रेवान द्वारा आरोपित अवधेश चौधरी हिंदू देवी देवताओं पर अभद्र टिप्पणी करने के मामले में जेल यात्रा भी कर चुके हैं
इस संदर्भ में जब पत्रकारों द्वारा खंड विकास अधिकारी,सिधौली से बात की गई तो उन्होंने स्पष्ट जवाब देने से बचते हुए कहा की मामला अभी अभी उनके संज्ञान में आया है मामले की जाँच करके उचित कार्यवाई की जाएगी।
0 टिप्पणियाँ