विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन


हाथरस 11.09.2021 दिन (शनिवार) को जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस के तत्वावधान में राष्ट्रीय लोक अदालत का आयोजन, जनपद न्यायाधीश, हाथरस श्रीमती मृदुला कुमार जी की अध्यक्षता में दीप प्रज्जवलित कर किया गया। इस अवसर पर अखिलेश दुबे, प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय, हाथरस व जनपद न्यायालय हाथरस के समस्त न्यायिक अधिकारीगण, जिला बार ऐशोसियेशन के अध्यक्ष व सचिव एवं अन्य अधिवक्तागण, बैंक अधिकारी/कर्मचारी, वादकारीगण, कर्मचारीगण एवं पत्रकार बन्धु उपस्थित रहे। वर्तमान वित्तीय वर्ष की इस द्वितीय राष्ट्रीय लोक अदालत में विभिन्न प्रकृति के कुल 20037 वादों का निस्तारण किया गया, जिसमें 33 मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वाद का निस्तारण कर 1,13,73,669 रूपये प्रतिकर के रूप में दिलाये गये, 78 सिविल वाद, 42 पारिवारिक वाद, 02 वाद धारा 138 एन0आई0 एक्ट, 9,508 राजस्व वादों का निस्तारण कर 1,77,550 रुपये जुमार्ना वसूला, 04 वाद उपभोक्ता फोरम एवं 3758 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर मु0 14,53,660 रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। इसके अतिरिक्त प्रिलिटीगेेशन स्तर पर बैंक के कुल 1104 मामलों का निस्तारण कर मु0 10,07,39,698 रु0 में समझौता दाखिल किया गया तथा 5,379 अन्य प्रशासनिक विभागों के मामलों का निस्तारण प्रिलिटीगेशन स्तर पर किया गया। 


श्रीमती मृदुला कुमारए माननीय जनपद न्यायाधीश, हाथरस के न्यायालय से 04 सिविल व 02 फौजदारी वादों का निस्तारण किया गया। 

श्री अखिलेश दुबे, माननीय प्रधान न्यायाधीश, परिवार न्यायालय हाथरस के न्यायालय से कुल 42 पारिवारिक वादों का निस्तारण किया गया, जिनमें 08 जोडे़ साथ-साथ राजी खुशी से अपने घर गये। 

श्रीमती वीना चौधरी, माननीय पीठासीन अधिकारी, मोटर दुर्घटना दावा न्यायाधिकरण, हाथरस के न्यायालय से 33 मोटर दुर्घटना प्रतिकर के वादों का निस्तारण कर 1,13,73,669 रू0 प्रतिकर के रूप में दिलाये गये। 

राजेन्द्र सिंह-प्रथम अपर जनपद न्यायाधीश, कक्ष संख्या-1, हाथरस के न्यायालय से 01 सिविल वाद एवं 03 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 1,500 रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।     त्रिलोक पाल सिंह, विशेष न्यायाधीश, एस0सी0/एस0टी0 अधि0, हाथरस के न्यायालय से 07 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 3,500 रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।   

श्रीमती प्रतिभा सक्सेना, विशेष न्यायाधीश, पोक्सो अधिनियम, कोर्ट संख्या-1 हाथरस के न्यायालय से 25 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 27,300 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्रीमती पारूल वर्मा, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-4 हाथरस के न्यायालय से 01 सिविल वाद व 04 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 2,000 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्री अनुराग पंवार, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-6 हाथरस के न्यायालस से 03 सिविल वादों का निस्तारण किया गया। 

विनीत चौधरी, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-2 हाथरस के न्यायालय से 02 सिविल वाद एवं 129 विद्युत अधिनियम के वादों का निस्तारण किया गया। 

सुश्री जेबा मजीद, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-3 हाथरस के न्यायालय से 07 फौजदारी के वादों का निस्तारण कर 4,500 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्री अजय कुमार-प्, अपर जनपद न्यायाधीश, कोर्ट संख्या-5 हाथरस के न्यायालय से 01 सिविल वाद व 03 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 1,500 रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्री सतेन्द्र सिंह वीरबान, अपर जनपद न्यायाधीश/एफ0टी0सी0, कोर्ट संख्या-1 हाथरस के न्यायायलय से 02 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 1,000/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्रीमती शिव कुमारी, मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस के न्यायालय से 1617 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 7,45,400 रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये एवं 02 वाद धारा 138 एन0आई0 एक्ट के निस्तारण कर 58,000 रू0 में समझौता किया गया। 

श्रीमती नम्रता शर्मा, सिविल जज (व0प्र0), हाथरस के न्यायालय से 21 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।

श्री सुशील कुमार सिंह, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस के न्यायालय से 516 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर मु0 2,10,000/-रूपये अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्रीमती इन्द्रेश, अपर सिविल जज (व0प्र0), हाथरस के न्यायालय से 01 सिविल वाद का निस्तारण किया गया।

श्रीमती प्रतिभा, सिविल जज (व0प्र0)/एफ0टी0सी, हाथरस के न्यायालय से 02 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।

सुश्री साक्षी सिंह, सिविल जज (क0प्र0), हाथरस के न्यायालय से 08 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।

श्रीमती दीपिका अत्री, न्यायिक मजिस्ट्रेट, हाथरस के न्यायालय से 507 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 1,42,700/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्री जीशान मेंहदी, अपर सिविल जज(क0प्र0)- कोर्ट संख्या-1, हाथरस के न्यायालय से 02 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।   

सुश्री भावना शर्मा, अपर सिविल जज(क0प्र0)- कोर्ट संख्या-5, हाथरस के न्यायालय से 02 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।   

श्रीमती नेगी चौधरी, अपर सिविल जज(क0प्र0)- कोर्ट संख्या-6, हाथरस के न्यायालय से 03 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।   

श्री गौरव दीप सिंह, अपर सिविल जज(क0प्र0)- कोर्ट संख्या-4, हाथरस के न्यायालय से 02 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।   

श्री अम्रतांशु राज, सिविल जज(क0प्र0)/एफ0टी0सी0, कोर्ट संख्या-2, हाथरस के न्यायालय से 210 फौजदारी वादों का निस्तारण कर 1,10,000/रू0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये।

सुश्री मिक्की सिंह, सिविल जज(क0प्र0)/एफ0टी0सी0, कोर्ट संख्या-, हाथरस के न्यायालय से 01 सिविल वादों का निस्तारण किया गया।  

डा0 लकी, अपर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट, सादाबाद के न्यायालय से 02 सिविल वाद एवं 424 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 50,600/रु0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्री योगेश जैन, सिविल जज (क0प्र0), सादाबाद के न्यायालय से 09 सिविल वाद 110 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 81,080/रु0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

श्री सौरभ गौतम, अपर सिविल जज (क0प्र0), सादाबाद के न्यायालय से 03 सिविल वाद का निस्तारण किया गया। 

श्री मौ0 आरिफ, सिविल जज(क0प्र0), सिकन्द्राराऊ के न्यायालय से 13 सिविल वाद, एंव 318 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण कर 72,580/रु0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

जिलाधिकारी, हाथरस के न्यायालय से 10 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। 

अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0), हाथरस के न्यायालय से 31 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। 

अपर जिलाधिकारी (न्यायिक) हाथरस के न्यायालय से 05 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया। 

उपजिलाधिकारी, हाथरस के न्यायालय से 562 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया। 

उपजिलाधिकारी (न्यायिक), हाथरस के न्यायालय से 15  राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।

उपजिलाधिकारी, सादाबाद के न्यायालय से 634 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया।

उपजिलाधिकारी, सिकन्द्राराऊ के न्यायालय से 1217 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया।

उपजिलाधिकारी, सासनी के न्यायालय से 1102 लघु आपराधिक वादों का निस्तारण किया गया।

बन्दोबस्त चकबन्दी अधिकारी, हाथरस के न्यायालय से 21 वादों को निस्तारण किया गया।

तहसीलदार, हाथरस के न्यायालय से 1616 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।

तहसीलदार, सासनी के न्यायालय से 1157 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।

तहसीलदार, सादाबाद के न्यायालय से 1151  राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।

तहसीलदार, सि0राऊ, के न्यायालय से 1974 राजस्व वादों का निस्तारण किया गया।            

सहायक आयुक्त स्टाम्प के न्यायालय से 13 स्टाम्प वादों का निस्तारण कर 1,77,550/रुपये का अर्थदण्ड वसूल किया गया।

जिला पंचायत राज अधिकारी, हाथरस के कार्यालय से 873 मामलों का निस्तारण किया गया। 

जिला समाज कल्याण अधिकारी, हाथरस के कार्यालय से 516 मामलों का निस्तारण किया गया। 

जिला पूर्ति अधिकारी के यहॉ से 281 मामलों का निस्तारण किया गया। 

नगर निकाय हाथरस के यहॉ से 3613 मामलों का निस्तारण किया गया।

उप सम्भागीय परिवहन अधिकारी, हाथरस के यहॉ से 96 मामलों का निस्तारण कर 4,19,000/रु0 अर्थदण्ड के रूप में वसूल किये गये। 

 इसके अतिरिक्त प्रिलिटीगेशन स्तर पर बैंकों द्वारा कुल 1104 मामलों का निस्तारण कर मु0 10,07,39,698/- रु0 में समझौता किया गया । 

इस राष्ट्रीय लोक अदालत के अन्त में श्री चेतना सिंह, सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, हाथरस द्वारा सभी उपस्थित महानुभावों का आभार व्यक्त किया गया।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ