कुशीनगर जनपद के कसया तहसील के ग्राम सभा अहिरौली राजा में लगभग एक दर्जन परिवार के लोग 50 दिन से जल जमाव का दंश झेल रहे हैं, और रामकोला कसया मार्ग से बाजार में जाने वाला सड़क भी पानी में डूबा हुआ है।साथ ही लगभग 30 एकड़ धान और गन्ने की फसल भी बर्बाद हो गई ,लेकिन कसया तहसील के अधिकारी कान में तेल डालकर ऑंख बन्द किये हुए हैं।
इस समस्या को लेकर एक दर्जन महिला व पुरूष 25 जुलाई से लगातार एक सप्ताह तक ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया से मिलकर लिखित शिकायत देने के लिए उनके कार्यालय का चक्कर लगाते थक गए मगर साहब के पास इन पीड़ितों से मिलने का समय ही नहीं था।अंत मे थक हारकर उनके बाबू को प्रार्थनापत्र दिए। लेकिन उसके बाद भी साहब को मौके पर आकर इनकी दुर्दशा देखने की फुर्सत नहीं मिला।
उसके बाद एक और प्रार्थना पत्र कसया तहसीलदार को ग्रामीणों ने दिया इसके बाद तहसीलदार महोदय ने दरियादिली दिखाते हुए मौके का निरीक्षण तो किया मगर वो भी आश्वासन की घुट्टी पिला कर चले गए।
आज आलम यह है कि जल जमाव के चलते कई घरों के शौचालय में भी पानी लगा हुआ है। एक तरफ सरकार इस कॅरोना काल में स्वक्षता पर जोर दे रही है तो वही इन अधिकारियों की कार्यशैली देखकर यही लगता है।की ये अपने मर्जी के मालिक हैं आमजन की समस्या से इन्हें कोई लेना देना नही है। इन अधिकारियों का उपेक्षा पूर्ण ब्यवहार देखकर ग्रामीण भी अब भगवान भरोसे हैं।
आज आलम यह है कि जल जमाव के चलते कई घरों के शौचालय में भी पानी लगा हुआ है। एक तरफ सरकार इस कॅरोना काल में स्वक्षता पर जोर दे रही है तो वही इन अधिकारियों की कार्यशैली देखकर यही लगता है।की ये अपने मर्जी के मालिक हैं आमजन की समस्या से इन्हें कोई लेना देना नही है। इन अधिकारियों का उपेक्षा पूर्ण ब्यवहार देखकर ग्रामीण भी अब भगवान भरोसे हैं।
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