सिकंदराराऊ/नगर के मोहल्ला ब्राह्मणपुरी पुरानी तहसील रोड स्थित श्री नर्मदेश्वर महादेव मंदिर पर भगवान सत्यनारायण की कथा पाठ तथा भजन संकीर्तन का आयोजन किया गया। इस अवसर पर बड़ी संख्या में महिला व पुरुष श्रद्धालुओं ने भाग लिया। कार्यक्रम का शुभारंभ राष्ट्रीय विप्र एकता मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष मित्रेश चतुर्वेदी ने पूजा अर्चना करके किया । विद्वान आचार्य पंडित श्री सुभाष दीक्षित के पावन सानिध्य में विधि विधान के अनुसार आयोजकों द्वारा पूजा अर्चना की गई।
श्री दीक्षित ने कथा का वर्णन करते हुए कहा कि भगवान श्री सत्यनारायण सभी इच्छाओं को पूर्ण करने वाले और सभी कष्टों को हरने वाले हैं। सच्चे मन से भगवान श्रीसत्यनारायण का व्रत करने, पूजा करने और कथा श्रवण से निश्चित ही लाभ मिलता है। यदि आप भी भगवान श्री सत्यनारायण का व्रत और पूजन करना चाहते हैं तो इसे कभी भी कर सकते हैं लेकिन यदि पूर्णिमा, संक्रांति या गुरुवार के दिन का चयन करते हैं तो यह सर्वश्रेष्ठ है। व्रत के दिन स्नानादि से निवृत्त होकर पूजागृह में आसन पर बैठकर श्रीगणेश, गौरी, वरुण, विष्णु आदि समस्त देवताओं का स्मरण कर पूजन करें और यह संकल्प करें कि मैं सदैव श्री सत्यनारायण की आराधना तथा कथा−श्रवण करूंगा। हाथों में पुष्प लेकर सत्यनारायण का ध्यान करें तथा पुष्प, धूप, नैवेद्य तथा यज्ञोपवीत अर्पित कर प्रार्थना करें हे भगवन्! मैंने जल, पुष्प आदि समस्त सामग्री श्रद्धा व विश्वासपूर्वक आपके चरणों में अर्पित की है। इसे स्वीकार करें। आपको बारम्बार प्रणाम है। इसके बाद श्री सत्यनारायण देव की कथा पढ़ें या सुनें।
उन्होंने कहा कि मानव सेवा करना ही सबसे बड़ा धर्म है ।परोपकार की भावना से कार्य करें । श्रद्धा और आस्था के साथ भगवान की पूजा करें। भगवान स्मरण करने मात्र से ही प्रसन्न होकर फल प्रदान करते हैं।
इस अवसर पर किशन स्वरूप चतुर्वेदी, रमेश चतुर्वेदी, मुनेश चतुर्वेदी, आशा चतुर्वेदी, ऊषा चतुर्वेदी, तरुण चतुर्वेदी, आलोक उपाध्याय ,विनय चतुर्वेदी, विजयवर्ती पाठक, पंकज चतुर्वेदी, नरेश चतुर्वेदी, राजीव चतुर्वेदी, रमेश उपाध्याय , मोहित उपाध्याय, शिवहरी शर्मा, वंश चतुर्वेदी, अनंत चतुर्वेदी , हर्षित , आरव, सिद्धार्थ ,, युवराज ,आयुष , कृष्णा, राम, स्पर्श, शौर्य, अर्जुन , वासु आदि मौजूद रहे।
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