तुर्किए से “ऑपरेशन दोस्त” को सफल कर एनडीआरएफ बचावकर्मी पहुंचे वाराणसी : हुआ भव्य स्वागत

 


तुर्किए से “ऑपरेशन दोस्त” को सफल कर एनडीआरएफ बचावकर्मी पहुंचे वाराणसी : हुआ भव्य स्वागत

               तुर्किए-सीरिया में दिनाकं 06-02-23 को आई भीषण भूकम्प आपदा में “ऑपरेशन दोस्त” के तहद सफल राहत-बचाव कार्य को पुरा करने के बाद आज एनडीआरएफ वाराणसी के सभी बचावकर्मी अपने वाहिनीं मुख्यालय, चौकाघाट वाराणसी सकुशल वापस पहुचें।  प्रधानमन्त्री नरेन्द्र मोदी के द्वारा दिल्ली में तुर्किए से वापस आने पर सभी बचाव दलों से मुलाकात कर मानव जीवन को बचाने के लिये विदेश मे जाकर किये गये राहत-बचाव ऑपरेशन की जमकर प्रशंसा की गई थी।


आज एनडीआरएफ वाराणसी के सभी बचावकर्मीयों के वारणसी पहुँचने पर एनडीआरएफ मुख्यालय में दयाशंकर मिश्रा, राज्यमंत्री, (स्वतंत्र प्रभार) आयुष मंत्रालय, रवीन्द्र जायसवाल, राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) स्टाम्प तथा न्यायालय शुल्क एवं पंजीयन विभाग ( उत्तर प्रदेश)  एवं वाराणसी कमिश्नर कौशल राज शर्मा, कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा के द्वारा बचावकर्मियों का स्वागत करते हुये हौसला अफजाई किया गया। इस अवसर पर एनडीआरएफ के अधिकारियों, साथी बचावकर्मीयों व स्कूली बच्चो, सामाजिक संस्था “स्वागतम काशी फाउंडेशन”,  “भारत विकास परिषद” तथा “गंगा सेवा निधि” के सदस्यों द्वारा पुष्प माला पहनाकर व चंदन तिलक लगाकर सभी बचावकर्मियों का स्वागत किया गया। 


कमान्डेंट मनोज कुमार शर्मा ने बताया कि 11 एनडीआरएफ वाराणसी से 51 बचावकर्मियों को उप कमान्डेंट अभीसेक कुमार राय के नेतृत्व में तथा उप कमान्डेंट राम भवन सिंह यादव के देखरेख मे दिनांक 08-02-23 को सभी आधुनिक राहत बचाव उपकरणों तथा खोजी अभीयान के लिये विशेष रुप से प्रशिक्षित श्वान (डॉग) बॉब एव रॉक्सी के साथ “ऑपरेशन दोस्त” के तहद राहत-बचाव कार्य के लिये भारतीय वायु सेना के विशेष विमान ग्लोब मास्टर से रवाना किया गया था। जैसा कि प्रधानमंत्री के द्वारा एनडीआरएफ को दुनिया की सर्वश्रेष्ठ राहत एवं बचाव टीम के रूप में अपनी पहचान मजबूत बनाने के लिए प्रेरित किया गाया है। एनडीआरएफ के लिए हर एक व्यक्ति का जीवन बहुमूल्य है और भविष्य मे भी भारत सहित दुनिया के किसी भी हिस्से में राहत-बचाव के ऑपरेशन के लिये हमारी टीमें तैयार है। उन्होंने कहा कि मैं टीम के सभी सदस्यों के उज्जवल भविष्य की कामना करता हूं।।                        *दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट*

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