अतीक,अशरफ कांड CBI को संदर्भित करें यूपी सरकार:अमिताभ
अधिकार सेना के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमिताभ ठाकुर ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री से अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के मामले को सीबीआई को संदर्भित करने की मांग की है.
उन्होंने हत्या के वीडियो और हत्या के बाद के मौके के गवाहों के बयानों के आधार पर 12 बिंदु रखते हुए कहा कि इस हत्या के तार अत्यंत उच्च स्तर से जुड़े हो सकते हैं. जिस प्रकार से यह घटना घटित हुई उससे हत्यारों को पूर्व नियोजित योजना के अंतर्गत राज्य पोषित स्थिति में मौके पर भेजे जाने और हत्या करने का अवसर दिए जाने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता है.
अतः मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा किसी भी स्थिति में निष्पक्ष जांच नहीं की जा सकती है. अमिताभ ठाकुर ने कहा कि यदि सरकार मामले को सीबीआई को संदर्भित नहीं करती है तो अधिकार सेना इसे लेकर सुप्रीम कोर्ट ले जाएगी.
डॉ नूतन ठाकुर
अधिकार सेना
9415534525
वे बिंदु जिनके आधार पर अधिकार सेना सीबीआई जांच की मांग करती है--
1. हत्यारों द्वारा इतनी सुगमता से पुलिस बल की मौजूदगी में मौके पर आना और हत्या करना
2. प्रशासन द्वारा ही अभियुक्तों को जान का भारी खतरा होने की बात कहने के बाद भी हत्या के समय अभियुक्तों के आस पास बहुत कम पुलिस बल का होना
3. हत्या के समय दोनों अभियुक्तों को काफी असुरक्षित स्थिति में रखा जाना
4. पुलिस कस्टडी में होने के बाद भी पत्रकारों को वार्ता करने का अवसर देना
5. इस वार्ता में इन पत्रकारों को अभियुक्तों के बिल्कुल निकट आने देने का अवसर देना और इस अवसर पर अभियुक्तों को पूरी तरह असुरक्षित छोड़ देना
6. इस अवसर पर कथित पत्रकारों की कोई चेकिंग तक नहीं किया जाना
7. बात बात में एनकाउंटर की बात कहने वाली यूपी पुलिस द्वारा फायरिंग के लाइव मौके पर पूरी तरह निष्क्रिय रहना
8. नियमानुसार किसी की प्राण रक्षा के लिए फायरिंग का कानूनी अधिकार होने के बाद भी पुलिस द्वारा अपनी कस्टडी में मौजूद अभियुक्त की प्राण रक्षा के लिए मौके पर कोई भी आवश्यक जवाबी फायरिंग नहीं करना
9. फायरिंग प्रारंभ होते ही पुलिस द्वारा बहुत तेजी से मौके से पीछे हटना
10. स्थानीय लोगों के बयानों के अनुसार पुलिस द्वारा घटना के पहले मौके को जानबूझ कर खाली कराया जाना
11. चश्मदीद साक्षियों के अनुसार मारने वाले बदमाशों का पुलिस की गाड़ी से आना
12. इस पूरी घटना की पृष्ठभूमि और पिछले दिनों लगातार घट रहे घटनाक्रम के तथ्य
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