"परम सम्माननीय मुख्य न्यायाधीश संविधान पीठ "
सर्वोच्च न्यायालय। 24 मई 2023
जनहित याचिका
सेंट्रल विस्ता उद्घाटन तिथि सावरकर जयंती 28 मई "Hindutvikaran का प्रयास है जो भारत राष्ट्र"के एकता को गहराई से प्रभावित करता है" इसलिए सेंट्रल विस्टा के उद्घाटन की तिथि बदल दी जाय"
"परम सम्माननीय न्यायालय"
28 मई विनायक दामोदर सावरकर की जन्म तिथि है। सावरकर जीवन के प्रारंभिक दिनों में क्रांतिकारी थे परंतु बाद में "एक्सट्रीम हिंदुत्व"के फाउंडर एवं रिप्रेजेंटेटिव बन गए। राष्ट्रपिता की हत्या में दर्ज fir तैयार में उनका नाम था
यदि आजादी शहादत एवं कुर्बानी का परिणाम है और यह संसद उस शहादत का भौतिक रूप है तब तो इस नवीन लोकतंत्र भवन" या संविधान भवन" का उद्घाटन भगत सिंह सुखदेव राजगुरु के शहादत (23 मार्च लाहौर सेंट्रल जेल) पंडित राम प्रसाद बिस्मिल अशफाक उल्ला खान रोशन सिंह और राजेंद्र लाहिड़ी फांसी दिवस(19 दिसंबर) पर करना चाहिए,जिन्हें क्रमशःगोरखपुर फैजाबाद नैनी एवं गोंडा जेल में फांसी दी गई थी
यदि जन्मदिन को आधार बनाना है तब राष्ट्रपिता गांधी जयंती 2 अक्टू क्यों नहीँ?"समता पुरुष"संविधान निर्माता" अंबेडकर जयंती 14 अप्रैल से परहेज क्यों? स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त एवं गणतंत्र दिवस 26 जनवरी ऐसी तिथियां है जिसपर संसद भवन का उद्घाटन हमारी बाध्यता है....
नए संसद भवन के उद्घाटन तिथि का निर्धारण लोकतांत्रिक तरीके से संसद के संयुक्त बैठक में महामहिम की उपस्थिति में किया जाय । इसके उद्घाटन की तिथि कोई व्यक्ति या पार्टी मनमाने ढंग से V D सावरकर के जन्मतिथि को क्यों और कैसे तय कर सकती?
कुछ डेमोक्रेसी"कॉन्स्टिट्यूशन कल के लिए भी जीवित रखिए ताकि आने वाली पीढ़ियां यह जान सके कि यहां लोकतंत्र"एवं संविधान" चलता है।
इतिहास के शोधार्थी रूप मे मैं संसद भवन की उद्घाटन तिथि,भगत सिंह सुखदेव राजगुरु की कुर्बानी (23 मार्च) बिस्मिल अशफाक रोशन राजेंद्र लाहिड़ी की शहादत (19 दिसंबर) स्वतंत्रता दिवस (15अगस्त) गणतंत्र दिवस (26जनवरी) गांधी जयंती,अंबेडकर जयंती, सुझाता हूं। जिन्हें इतिहास की जानकारी नहीं है उन्हें सावरकर के क्रांतिवीर होने में शंका हो सकती है परंतु उनकी क्रांतिवीर होने की कहानी इतिहास के पन्नों में दर्ज है परंतु हिंदुत्व हिंदू महासभा एवं गांधी की हत्या में उनका नाम जुड़े होने के कारण उनकी जयंती पर नए संसद भवन के उद्घाटन का मैं विरोध करता हूं।यदि ऐसा हुआ तो हिंदुत्व या हिंदूराष्ट्र की ओर एक कदम होगा। और तब भारत राष्ट्र"का क्या होगा?
"परम सम्माननीय न्यायालय"
उद्घाटन तिथि सावरकर जयंती 28मई "Hindutvikaran का प्रयास है जो भारत राष्ट्र"के लिए अच्छा नहीं है।
गोपी टू: हॉनरेबल दिल्ली हाई कोर्ट इलाहाबाद हाई कोर्ट
संपूर्णानंद मल्ल सत्यपथ ps शाहपुर गोरखपुर
पीएचडी इन हिस्ट्री देलही यूनिवर्सिटी। ग्रैजुएटेड इन हिस्ट्री, इकोनॉमिक्स, एंड पोलिटिकल साइंस।
9415418263, 9415282102 snm.190907@yahoo.co.in
स्वैच्छिक रक्तदाता सरकार, गोरक्षब्लड बैंक।
0 टिप्पणियाँ