कुशीनगर: अमर शहीद डा0श्यामा प्रसाद मुखर्जी का बलिदान दिवस कसया, चित्र तुली गली में स्थित सम्पर्क कार्यालय पर मनाया गया ।कार्यक्रम की अध्यक्षता अनिल प्रतापराव व संचालन अमिय गुप्ता ने किया।
कार्यक्रम को संबोधित करते पूर्व विधायक रजनी कांत मणि त्रिपाठी ने कहा कि डा0श्यामा प्रसाद मुखर्जी अपने जीवन के उत्तरार्द्ध में देश की राजनैतिक गतिविधियों में अत्यधिक व्यस्त रहने के पश्चात भी उनका सांस्कृतिक क्रिया कलाप बंद नहीं हुआ।
भारतीय संस्कृति को सात्विक रूप से वह हिंदू संस्कृति ही मानते थे जिसका प्रवाह मूल उदगम वैदिक कालीन संस्कृति से चला आ रहा था ।बौद्ध धर्म को वे हिंदू संस्कृति का अंग मानते थे । महात्मा बुद्ध को दसवां अवतार माना गया है । वे देश की सभी क्षेत्रीय लिपि देवनागरी चाहते थे।
इस अवसर पर विपुल दुबे,अवधेश कुशवाहा,ओम प्रकाश जायसवाल,सभासद राजेश मद्धेशिया, राजन जयसवाल, मंगलेश जयसवाल, दुलारचंद शर्मा, मनोहर तिवारी, राजू मद्धेशिया, रामचंद्र आदि रहे।
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