एक पक्ष न्यायालय में तो एक पक्ष अपने दरवाजे पर बैठा है अनशन पर।।
कुशीनगर: दीवानी न्यायालय कसया के अधिवक्ता निवासी ग्राम तुर्कपट्टी गोपीचंद गुप्ता द्वारा थानाध्यक्ष तुर्कपट्टी व हल्का लेखपाल के विरुद्ध जांच की कार्रवाई किए जाने को लेकर आज दिन शनिवार को दीवानी न्यायालय परिसर कसया में क्रमिक अनशन शुरू कर दिया गया।
जैसा की विदित है कि अधिवक्ता गोपी चंद गुप्ता ने अपना बैनामा सुदा जमीन जो 80 फीट चौड़ा और 20 फीट लंबा है जिस पर उनकी नीव भी चली है पर विपक्षी द्वारा जबरिया कब्जा करा कर निर्माण कर लिया गया है। यह मामला विगत 6 माह से तहसील प्रशासन,विपक्षी व थाने के बीच उलझा हुआ है ।इस मामले में प्रशासन द्वारा विपक्षी गढ़ व पीड़ित अधिवक्ता के बीच सुलह भी करा दिया गया,बावजूद इसके विपक्षी द्वारा उक्त भूमि पर जबरन अवैध कब्जा लगातार जारी है। इसी मामले को लेकर के विपक्षी द्वाराअपने गृह स्थल पर दिनांक 16, 6, 2023 दिन शुक्रवार से भी क्रमिक अनशन जारी है।
पीड़ित अधिवक्ता की मांग है कि मेरे बैनामा की जमीन जिस पर मेरा नीव है उसको विपक्षी से खाली कराकर मुझे कब्जा दिलाया जाए व थानाध्यक्ष तुर्क पट्टी आशुतोष सिंह के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई किया जाए तथा हल्का लेखपाल को बर्खास्त करते हुए विभागीय जांच के साथ आय से अधिक संपत्ति की भी जांच की जाए। इन मांगों को लेकर पीड़ित अधिवक्ता ने जिलाधिकारी कुशीनगर, उप जिला अधिकारी पडरौना ,थाना अध्यक्ष तुर्क पट्टी एवं कुशीनगर सिविल कोर्ट बार एसोसिएशन कसया केअध्यक्ष को प्रतियां भेज कर पहले ही सूचित करा दिया है तथा आज दिनांक 17,6, 2023 को न्यायालय परिसर में स्थित हनुमान जी के मंदिर पर विधिवत पूजन अर्चन के पश्चात डॉ राजेंद्र प्रसाद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करने के उपरांत पीड़ित अधिवक्ता सहित अन्य सम्मानित अधिवक्ता क्रमिक अनशन पर बैठ गए।
देखना यह है कि प्रशासन पीड़ित अधिवक्ता के क्रमिक अनशन की मांग पर एवं विपक्षी द्वारा किए जा रहे अनशन की मांग पर क्या कार्रवाई करता है जो प्रशासन व राजस्व विभाग के गले की हड्डी बनता हुआ दिख रहा है। आज अनशन पर बैठने वालों में पीड़ित अधिवक्ता गोपी चंद गुप्ता के समर्थन में अध्यक्ष ज्ञान प्रकाश श्रीवास्तव, पूर्व अध्यक्ष ओंकार नाथ पांडे ,महामंत्री दीनदयाल मल, पूर्व अध्यक्ष राकेश तिवारी, जय श्री सिंह, पंचानन मिश्र, सुभाष उपाध्याय, सुबोध पाठक, राजेश्वर सिंह, अशोक राय, अनिल त्रिपाठी, राकेश श्रीवास्तव, कन्हैया यादव आदि तमाम अधिवक्ताओं ने अपना समर्थन दिया है।।
दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट।
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