मुंशी प्रेमचंद पुस्तकालय व वाचनालय का हुआ उद्घाटन


इतिहास को जानने के लिए किताबों को पढ़ना होगा: प्रो चितरंजन मिश्रा
देवरिया।पथरदेवा ब्लाक के बघड़ा महुआरी में किसान मजदूर विचार केंद्र व मुंशी प्रेमचंद पुस्तकालय व वाचनालय का उद्घाटन भव्य रूप से किया गया। आयोजन में देश के विभिन्न राज्यों से आये लेखक, पत्रकार, राजनेता व जन वादियों ने अपने विचार रखते हुए अधिक से अधिक लाइब्रेरी खोलने पर बल दिया।

आयोजित संगोष्ठी को सबोधित करते हुए प्रो चितरंजन मिश्रा ने कहा कि मनुष्य होना भाग्य की बात है। जो लोग खुशहाल देश का सपना देख रहे थे। और  आम जन के ज्ञान के लिए लाइब्रेरी बनाने का सपना। 

उनका जज्बा कम पड़ गया। जब लोग चुनाव लड़ने में व्यस्त हो गए। जातियों, समूहों में लोग बंट गए। अद्भुत विचारहीनता का वातावरण बन गया। ऐसा वातावरण बन गया। कि ज्ञान को ही विरोधी बना दिया। छलिया किस्म का राष्ट्रवाद दिमाग को कुंठित कर दिया है। राष्ट्रवाद सीमित हो गया है। सड़कें व नफरत दीवारें चौड़ी हो रही है। जिसे पाटने के लिए किताबें जरूरी हैं। गरीबों को किताबों की जरूरत है जबकि अमीरों को नहीं। वे लोग आलोचना के विषय हो गए हैं जो देश के लिए काम किया। उनकी महानताओं में छुद्रता खोजी जा रही है। 


किस्से गढ़े जा रहे हैं। इतिहास को जानने के लिए किताबों को पढ़ना होगा। यही एक रास्ता है। इसी क्रम में आनंद वर्द्धन, सुमन जी, पूर्व सांसद आस मोहम्मद , पूर्व मंत्री डॉ पीके राय, अरुण कुमार श्रीवास्तव, जन संस्कृति मंच के महासचिव मनोज सिंह, रालोद प्रदेश अध्यक्ष राम आशीष राय, गोबर्द्धन गोंड़, पूर्व विधायक दीनानाथ कुशवाहा,  इंद्र कुमार दीक्षित, एडवोकेट अरुण माझी, पूर्व विधायक मदन गोविंद राव आदि ने संबोधित करते हुए लाईब्रेरी का महत्व बताया और कहा कि मुंशी प्रेमचंद का साहित्य जनता का साहित्य है। 

आभार व स्वागत आयोजक किसान मजदूर संघर्ष मोर्चा के अध्यक्ष शिवाजी राय ने व्यक्त किये। अध्यक्षता प्रो शिव मंगल सिद्धांतकर व संचालन सरोज पाण्डेय ने किया। इस दौरान चतुरानन मिश्रा, संजय सिंह, राम भवन राव, आशुतोष, वृजेश मिश्रा, वरुण राय, ऋषिकेश मिश्रा, ऋषिकेश यादव, राम किशोर वर्मा, अरविंद गिरी, उद्भव मिश्रा, इंद्र कुमार दीक्षित, केएन सिंह, जनार्दन शाही, हृदया नन्द शर्मा, एड हरिंदर राय, केके वत्स, ज्योति राय, विजय बहादुर सिंह, बेंचुंलाल चौधरी, कर्नल प्रमोद, मन्दाकिनी, डॉ द्वारिका सिंह आदि मौजूद रहे।।      
        
   
 दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट


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