*शनिदेव भगवान का प्रसाद-भण्डारा वितरण .
*मार्मिक द्रोपदी चीर हरण प्रसंग सुनाया" सरस जी"ने
*फलाहारी बाबा ने सभी श्रोताओं -वक्ताओं को दिया धन्यवाद
रघुबर दयाल शुक्ल गुरु जी
शार्प मीडिया संवाददाता सिधौली-सीतापुर।
श्री सिद्धेश्वर मंदिर पर शनिदेव भगवान के आध्यात्मिक मानस संत सम्मेलन में आए हुए सन्तो-महंतपवनगिरिजी श्री मंशा पूर्ण हनुमानजी मंदिर सिधौली, स्वामी प्रेमानंद जी -गोकुलधाम ईश्वरारा(अयोध्या),मंहत संतोष दास खाकी -मलूक पीठाधीश्वर बनगढ़ नैमिषारण्य को कार्यक्रम आयोजक -श्रीमद्परमहंस स्वामी प्रकाशानन्द सरस्वती फलाहारी बाबा ने श्री सिद्धेश्वर महादेव बाबा का प्रतीक चिन्ह और माल्यार्पण कर स्वागत सम्मान किया।
इसके पूर्व स्वामी विद्या नन्द जी सरस्वती संस्थापक और साध्वी मुमुझा दीदी -प्रबंधक श्री बांके बिहारी चार धाम नैमिषारण्य, साध्वी सन्तकुमारी जी लखीमपुर को सम्मानित किया था। कार्यक्रम के शुभारंभ में मुख्य अतिथि -सुश्री राखी वर्मा एसडीएम और सुश्री रेणुका यादव ईओ नगर पंचायत सिधौली, चेयरमैन गंगा राम राजपूत को भी स्मृति चिन्ह श्री सिद्धेश्वर महादेव धाम का और माल्यार्पण कराकर स्वागत सम्मान किया था।
समापन सत्संग सत्र मेंकथाव्यास पंसुबोधशास्त्री ने भगवान की कारीगरी की अनुपम मानवदेह (शरीर) पर सुंदर भजन सुनाया -*काया कुटिया निराली -जमाने भर से,दस दरवाजों वाली जमाने भर से। सबसे सुंदर आंखकी खिड़की -जिसमें पुतली काली.....
सुनते श्रवण -नासिका सूंघै
बाणी करै बोला चाली...
इसी क्रम में बाराबंकी से पधारे पं दीपक शुक्ला ने भजन सुनाया -
तन-मन की वारी खड़ी भगवान के लिए..पथ देखती नारी भगवान के लिए..।
मानस मर्मज्ञ हरदोई से पधारे अशोक सरस जी ने महाभारत का एक मार्मिक प्रसंग*"द्रोपदी चीर हरण " को सुनाकर सभी सुधी भक्तों और महिलाओं को आनन्दित कर दिया।
आज समापन वेला में आयोजक फलाहारी बाबा ने सभी श्रोताओं, वक्ताओं,सन्त महात्माओं, प्रशासनिक अधिकारियों को धन्यवाद दिया। श्री शनिदेव भगवान की पावन आरती के पश्चात भण्डारा प्रसाद का वितरण किया गया।
फलाहारी बाबा चातुर्मास व्रत में अब श्री मानेश्वर महादेव धाम मनवा में पूजन-अर्चन और सत्संग करने चले जाएंगे।।
जय जय श्री शनिदेव भगवान
श्री सिद्धेश्वर महादेव धाम सिधौली।
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