नकहनी माइनर टूटने से सैकड़ों एकड़ फसल जलमग्न


किसानों ने की जांचकर फसल क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग

कुशीनगर: कसया तहसील क्षेत्र के ग्रामसभा भठही से होकर गुजरने वाली नकहनी माइनर टूटने व ओवरफ्लो होने से सैकड़ों एकड़ फसल डूब गई। पीड़ित किसानों ने जांचकर फसल क्षतिपूर्ति दिलाने की मांग की।

गोबरही से नकहनी जाने वाली माइनर में पानी अधिक आने से ओवर फ्लो होकर बहने लगी। नहर कई जगह बहाव के चलते टूट गयी। जिससे किसानों की धान की रोपी गयी फसल डूब गई। खेतों में लबालब पानी भरा हुआ है। किसानों का कहना है कि खेतो से पानी निकलना मुश्किल है। नहर विभाग द्वारा एक तो समय से पानी नहीं दिया जाता है और जब काफी पैसा खर्च कर धान की रोपाई हो जाती है तो पानी छोड़ा जाता है। नहर हर साल टूटती है। जिसका खामियाजा हम किसानों को भुगतना पड़ता है।

 नहर टूटने से रमेश कुशवाहा, रामराज, नूर मोहम्मद, रामप्रवेश, वाजिद, हीरा लाल, रामदास, नोखे लाल, रामविलास शर्मा, कपिल गोंड, सुदर्शन गोंड, गोबरी मिश्रा, दिलीप गोंड, शिब्बन, फूलेना गोंड, धोनी, देवेन्द्र, रमेश मद्धेशिया, अनिल, दुर्विजय, अवधेश, अयोध्या मिश्रा, अमर नाथ, छट्ठू, सुभाष, लक्षमण प्रसाद, लाल बाबू, अयोध्या, राजु धोवी, नगीना प्रसाद, जिऊत, ओमप्रकाश, चंदेश्वर, खोवी, मोहन यादव, हीरा गोंड, भोला गोंड, प्रह्लाद, मुन्ना लाल, बाबू, सुभाष मिश्रा, चंद्रभूषण मिश्रा आदि किसानों की फसल डूब गई है। हजारों रुपये लगाने के बाद फसल डूबने से किसान काफी चिंता में हैं। किसानों ने जांचकर फसल क्षतिपूर्ति की मांग की है।

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