हरि ब्यापक सर्वत्र समाना,प्रेम ते प्रकट होईंभगवाना।।पं श्रवण शुक्ल -ब्यासजी(सरवा)

हरि ब्यापक सर्वत्र समाना,
प्रेम ते प्रकट होईंभगवाना।।पं श्रवण शुक्ल -ब्यासजी(सरवा)। *भारतीय संस्कृति ही सत्यम्-शिवम्-सुन्दरम् है -स्वामी प्रेमानंद जी    (अयोध्या)    भव्य सत्संग हाल का शिलान्यास 24जनवरी24कोश्रीनारायणस्वामीजी के  करकमलों द्वारा   "फलाहारी बाबा"     ।     रघुबर दयाल शुक्ल गुरु जी शार्प मीडिया संवाददाता सिधौली-सीतापुर।
श्री शनिदेव भगवान के 15वें वार्षिकोत्सव के आध्यात्मिक सत्संग में श्रवण व्यासजी ने बताया कि भगवान को बगैर मिलावट का प्रेम ही पसंद है। बिना प्रेम और सद्भभाव के  भगवत्भजन और ईश्वर का मिलना असम्भव है।
एक सुंदर भजन -
प्रेम जब अनन्त हो गया, तो रोम-रोम सन्त हो गया ।
मन ही बना मंदिर, आप ही महंत हो गया।।
रीझहिं राम सनेह निसोते अर्थात भगवान को विशुद्ध प्रेम ही पसंद है जिसमें किसी प्रकार का तामझाम न हो जैसे राधारानी, मीराबाई,शबरी माता।।
कथाव्यास -पं सुबोध शास्त्री जी ने राम वनवास के प्रसंग को सुनाया।
मानस मर्मज्ञ- अशोक सरस जी (हरदोई) ने सुधी श्रोताओं को भगवान श्री राम और भक्त केवटराज के प्रसंग में बताया कि "बिहंसे करूना एन,चितइ जानकी लखन तन।"
अयोध्या धाम से पधारे -स्वामी प्रेमानंद जी महाराज ने कहा कि "भारतीय संस्कृति ही सत्यम्-शिवम्-सुन्दरम् है"जबकि ईसाई और मुस्लिम धर्म में सत्य है शिव है लेकिन सुंदरम् नहीं है। इस प्रकार भारतीय संस्कृति ही सबसे सुंदर है।
कार्यक्रम संयोजक -श्रीमद्परमहंस स्वामी प्रकाशानन्द सरस्वती जी (फलाहारी बाबा) ने मनोहारी भजन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। आगामी 20से24जनवरी24से नारायण स्वामी जी बनी आश्रम वालों की पांच-दिवसीय भागवत कथा इसी मंच पर होगी जिसमें 24जनवरी 24को श्री सिद्धेश्वर मंदिर के सामने सत्संग हाल के खम्भे का शिलान्यास उन्हीं के कर कमलों से सम्पन्न होना सुनिश्चित है इस सत्संग हाल के बन जाने से श्रोता -भक्तों को पानी की वर्षा और गर्मियों में धूप से बचाव भी हो जाएगा।
अन्त में श्री शनिदेव भगवान की संगीतमय आरती --जय जय जय शनिदेव संतन हितकारी...... तत्पश्चात् प्रसाद वितरण केसाथ कार्यक्रम का समापन जय घोष- हर हर महादेव के साथ हुआ ।
आज के समारोह में अनिल कुमार मिश्र, रघुबर दयाल शुक्ल, राम आसरे पाण्डेय,एन डी शुक्ल -पूर्व प्रधानाचार्य , राम कुमार अवस्थी, अनूप कुमार श्रीवास्तव, सुशील माहेश्वरी,परितोष त्रिपाठी पूर्व सभासद, शिव कुमार बाजपेई, अजय मिश्र श्री तुलसी मानस, अनिल बलिदानी,अनुज मिश्र, राम नरेश राजपूत, रोहित पाण्डेय, ज्ञानेशपाल धनगर,हरीजायसवाल राधे लाल, अनिल शुक्ल सहित महिलाओं की व्यापक उपस्थिति रही।

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