मंदिर का इतिहास _
उत्तर प्रदेश के सीतापुर जिले के सिधौली विकास खंड के ग्राम रसूलपनाह राजस्व ग्राम जल्लाबाद परगना मनवा में यह शिव मंदिर स्थित हैं।इस मानेश्वर महादेव मंदिर की गणना सतयुग काल से की जाती हैं। मान्यता हैं कि इक्ष्वाकु वंश में भगवान श्री रामजी के पूर्वज राजा युवनाश्व थे,और उनकी रानी का नाम गौरी था। जिनके कोई सन्तान नहीं थी, इसलिए उन्होंने राजपाठ छोड़कर वन में जाकर तप करने का निर्णय लिया और वन में तप करना आरंभ किया। इसी दौरान वन में राजा की मुलाकात ऋषि च्यवन से हुई।राजा ने अपनी समस्या को ऋषि के सामने प्रकट किया।जिस पर ऋषि च्यवन ने राजा से पुत्रेष्टि यज्ञ करने की बात कही। राजा ने यज्ञ करना आरंभ किया। यज्ञ के दौरान एक रात राजा को प्यास लगी।यज्ञ में रखे कलश के जल को धोखे से राजा ने प्यास लगने पर पी लिया।इस कलश का जल अभिमंत्रित था, जो कि रानी को पीना था।
पुत्रेष्टि यज्ञ के कारण जल पीने से राजा युवनाश्व के गर्भ धारण हो गया। राजा की दाहिनी कोख चीरकर पुत्र का जन्म हुआ, जिनका नाम इंद्रदेव ने मांधाता रखा। जिसके कारण राजा युवनाश्व ने इसी स्थान पर मंदिर का निर्माण कराया। इस मंदिर की शिवलिंग सतयुग काल की बताई जाती है. इस मंदिर वा राजा मांधाता के मनवा किले का वर्णन विष्णु पुराण सहित अन्य कई ग्रंथो में है।
कालान्तर में राजा मांधाता द्वारा इस मन्दिर का जीर्णोद्धार कराया गया। वहीं समय-समय पर क्षेत्रीय लोगों द्वारा मन्दिर का जीर्णोद्धार कराया जाता रहता है। मंदिर के पीछे तरफ एक सुंदर सा सरोवर भी स्थित है।
इस मंदिर की शिवलिंग भारत के सभी शिव मंन्दिरों से बड़ी बताई जाती है. लोगों का मानना है, इस मन्दिर की शिवलिंग स्वयंभू है। मंदिर की विशाल शिवलिंग श्रद्धालुओं की आस्था का केंद्र है।
मंदिर से जुड़ी मान्यताएं _
यहां वर्ष भर लोग पूजन अर्चन के लिए आते रहते हैं।इस मन्दिर में संतान की कामना तथा अपनी सभी मनोकामनाएं रखने वाले लोगों का विशेष आना जाना होता है।इस मंदिर में जो भी श्रद्धालु सच्चे मन से आते है और सरोवर में स्नान या मार्जन करके मानेश्वर बाबा के दर्शन वा पूजन करते हैं। मानेश्वर बाबा उनकी सभी मनोकामनाएं अवश्य ही पूर्ण करते हैं। मंदिर परिसर में मान दान के लिए ईट भी रखी जाती है।मनोकामना पूर्ण होने के पश्चात श्रद्धालु आकर मानदान का ईंट हटाते है और भगवान मानेश्वर महादेव के दर्शन करते है। श्री मानेश्वर महादेव धाम में शिवरात्रि एवं सावन के माह में विशेष पूजन अर्चन करने श्रद्धालु आते रहते है साथ साथ हर माह की अमावस्या के दिन मेले का भी आयोजन किया जाता है।
श्री मानेश्वर महादेव धाम की देखभाल करने के लिए स्थानीय लोगों ने एक ट्रस्ट का गठन किया है। जिसका नाम देवस्थान श्री मानेश्वर महादेव धाम ट्रस्ट रखा गया है।।
मानेश्वर महादेव धाम की जय हो।
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