स्वस्थ जीवन ,नियमित दिनचर्या व सामाजिक एव मानवीय गुणों क़ो अपनाएं : प्रो0 विनोद मोहन मिश्र

स्वस्थ जीवन ,नियमित दिनचर्या  व  सामाजिक एव मानवीय गुणों क़ो अपनाएं : प्रो0 विनोद मोहन मिश्र* 

 *बुद्ध पीजी कॉलेज  में बी.एड. विभाग द्वारा योग प्रशिक्षण शिविर हुआ आयोजित l* 

 *कसया, कुशीनगर* 

शरीर,मन और आत्मा के एकीकरण  का सर्वोत्तम मार्ग है योग। योग जोड़ता है चित्त,बुद्धि,शरीर और प्रवृत्ति को। योग अनुशासित करता है हमारे मन,वचन और कर्म को। यह हमें कर्मपथ पर तैयार होने के लिए आत्म संबल प्रदान करता है ।यह सिर्फ स्वस्थ शरीर और स्वस्थ मन का विकास नहीं करता,बल्कि स्वाभिमान,स्वप्रेरणा और स्वचिंतन का मार्ग प्रशस्त करता है।
योग  महत्व के दृष्टिगत बुद्ध स्नातकोत्तर महाविद्यालय ,कुशीनगर के प्रांगण में बी.एड. विभाग द्वारा योग प्रशिक्षण शिविर आयोजित किया गया। प्राचार्य प्रो0 विनोद मोहन मिश्र के  निर्देशन में बी.एड. के विभागाध्यक्ष प्रो0 विभ्राट चन्द कौशिक के मार्गदर्शन तथा बी.एड. के सहायक आचार्य कृष्ण कुमार जायसवाल के संयोजन में आयोजित शिविर में  राकेश सोनकर ने छात्रों और शिक्षकों को योग के विभिन्न आसनों, प्राणायाम और अन्य आयामों से परिचित कराया। शिविर के आयोजन में बी.एड. के आचार्य डॉ0 निगम मौर्य, डॉ0 दुर्गविजय पाल सिंह, डॉ0 सी. पी. सिंह, विवेक कुमार श्रीवास्तव  ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।

शिविर संयोजक और संचालक कृष्ण कुमार जायसवाल ने शिविर की रूपरेखा ,औचित्य और महत्व को रेखांकित किया। योग प्रशिक्षक के रूप में उपस्थित श्री सोनकर के नेतृत्व में सभी छात्र छात्राओं ने योगासन एवम प्राणायाम को सीखा।शिविर को संबोधित करते हुए प्राचार्य प्रो0 विनोद मोहन मिश्र ने छात्रों को स्वस्थ जीवन जीने,नियमित दिनचर्या अपनाने, तथा सामाजिक एवम मानवीय गुणों के विकास की प्रेरणा दी।अंत में डॉ0 दुर्गविजय पाल सिंह ने सभी अतिथियों,प्रशिक्षक राकेश सोनकर ,कर्मचारीगण एवम सभी छात्र छात्राओं  के प्रति  आभार ज्ञापित किया।
 *दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट*

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