श्री राम चरित मानस को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया

श्री राम चरित मानस को यूनेस्को ने विश्व धरोहर घोषित किया 
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*तुलसी दास द्वारा रचित राम चरित मानस संसार का अद्वितीय ग्रंथ
सिधौली--सीतापुर ।
"राम चरित मानस यहि कर नामा-----------
कलयुग में बहुत ही प्रभावी ग्रंथ है जिसको पढ़कर आम जनमानस अपने जीवन, रहन-सहन खान-पान और जीवनशैली में बदलाव कर अपने का उद्धार कर सकता है।।
करोंड़ों मंदिरों और घरों में राम चरित मानस विद्यमान है। धर्माचार्य और कथावाचक इसी का आधार बनाकर मानव समाज का कल्याण कर रहे हैं।
आज यूनेस्को द्वारा रामचरित मानस को विश्व धरोहर घोषित किया गया है।
सभी धर्माचार्यों, आचार्य वन्धुओ , उपदेशकों, पंडितों, पुजारियों कथावाचकों सहित आम जनमानस इस घोषणा से बहुत ही हर्षित है ।
श्री राम चरित मानस में सात-काण्ड--बालकाण्ड, अयोध्या काण्ड, अरण्य काण्ड, किष्किंधा काण्ड, सुन्दर काण्ड, लंका काण्ड और सुंदर काण्ड हैं।
नवाह्नपारायणके 9और मासपारायणके30विश्राम-स्थान हैं।
राम चरित मानस के अखण्ड पाठ में 24घण्टे का समय लगता है और सुंदर काण्ड के पाठ में 2घण्टे का समय लगता है।
रघुबर दयाल शुक्ल गुरु जी
संवाददाता
तहसील सिधौली जनपद सीतापुर
मोबाइल 8840346473

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