नई दिल्ली: राष्ट्रपति भवन में रविवार की शाम नए मंत्रिमंडल की ओर से आधिकारिक रूप से शपथ लेने के बाद मंत्रियों को उनके संबंधित मंत्रालय सौंप दिए गए हैं और इनमें से अधिकतर ने कार्यभार भी संभाल लिया है। डॉ. सुब्रह्मण्यम जयशंकर को एक फिर से केंद्रीय विदेश मंत्री नियुक्त किया गया है। इस बार उन्हें दो नए विदेश राज्य मंत्री (एमओएस) का सहयोग मिलेगा।
शपथ ग्रहण समारोह में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ 71 संसद सदस्य शामिल हुए। अगले दिन सोमवार को प्रत्येक मंत्री को विभाग सौंपे गए। उत्तर प्रदेश के गोंडा निर्वाचन क्षेत्र से लगातार पांचवीं बार निर्वाचित कीर्तिवर्धन सिंह को विदेश राज्य मंत्री की जिम्मेदारी सौंपी गई है। एक उत्साही पर्यावरण कार्यकर्ता, सिंह पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री की भूमिका भी संभालेंगे, जो पारिस्थितिक मुद्दों के प्रति उनके समर्पण को दर्शाता है।
राज्यसभा में सेवारत असम के सांसद पबित्रा मार्गेरिटा को भी विदेश राज्य मंत्री के रूप में नियुक्त किया गया है। इससे पहले, मार्गेरिटा असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा के प्रवक्ता और राजनीतिक सचिव के रूप में कार्य कर चुके हैं। विदेश मंत्रालय में अपनी जिम्मेदारियों के साथ-साथ, वह कपड़ा मंत्रालय में राज्य मंत्री के रूप में भी काम करेंगे।
मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल में कैबिनेट मंत्री के तौर पर डॉ. एस. जयशंकर के अलावा तीन राज्य मंत्रियों को जिम्मेदारी दी गई थी, जिनमें मीनाक्षी लेखी, वी. मुरलीधरन और राजकुमार रंजन सिंह शामिल थे।
केंद्रीय मंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद, विदेश मंत्री जयशंकर ने कार्यभार संभाल लिया है। कार्यभार संभालने के बाद उन्होंने पड़ोसी देशों के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात की, जो प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह के लिए नई दिल्ली में मौजूद थे। विदेश मंत्री के दूसरे कार्यकाल के दौरान यह शुरुआती मुलाकात पड़ोसी देशों के साथ संबंधों को नई ऊंचाई पर लेकर जाने की नई दिल्ली की प्राथमिकता को दर्शाती है।
विदेश मंत्री ने अपने दूसरे कार्यकाल के पहले दिन कामकाज संभालने के बाद मंगलवार को सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर कुछ तस्वीरें साझा की और एक तस्वीर अपलोड करते हुए लिखा विदेश मंत्री के रूप में कार्यभार संभाला। मुझे यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को धन्यवाद।
(रिपोर्ट. शाश्वत तिवारी)
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