सरकार ने हमारे पेट"पढ़ाई दवाई'मार्ग पर टैक्स क्यों लगाया..? पूर्वांचल गांधी

11 जून 2024
"महामहिम राष्ट्रपति महोदया "
          'स्वतंत्रता दिवस 24 संसद पर करूगा अनशन' 
हमारे पेट' मार्ग' शिक्षा' चिकित्सा' रेल'पर टैक्स लगाने वाली नरेंद्र मोदी की क्रूर'सत्ता के पतन के लिए.
हमें गांधी का स्वराज"भगत सिंह का समाजवाद"और अंबेडकर का संविधान चाहिए"

" महोदया "                    
सरकार ने हमारे पेट"पढ़ाई दवाई'मार्ग पर टैक्स क्यों लगाया? 50 का डीजल पेट्रोल सीएनजी ₹100 में और 400 का गैस सिलेंडर 1200 क्यों ? क्या 142 करोड लोगों 545 243 सांसद ने उक्त टैक्स की मांग की? यदि नहीं तो कर"एवं कीमतें क्यों बढ़ाई?क्या इस इस पर विचार किया कि"5 kg अनाज में जीवन की तलाश करने वाले 80 करोड़ गरीब एवं 22 करोड़ कुपोषित जिनके पास एक कौड़ी नहीं है जीवन की ज़रूरतें कैसे और कहां से जुटाएंगे?
                      विगत वर्षों में सौ से अधिक पत्रों /ज्ञापनों में कर"एवं कीमत में वृद्धि के आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स"समाप्त करने की प्रार्थना की परंतु मेरे किसी पत्र का कोई उत्तर नहीं मिला। राष्ट्रपति भवन वायसराय इरविन हाउस की तरह काम कर रहा है।भगत सिंह की फांसी रोकने के लिए लिखे गए पत्रों का जवाब जिस प्रकार वायसराय इरविन नहीं देता था उसी प्रकार राष्ट्रपति भवन पत्रों का जवाब नहीं देता 'लोकतांत्रिक गणतंत्र"में पत्र का उत्तर पाना मेरा मौलिक अधिकार है। 
                     कर"एवं कीमतों में वृद्धि से महंगाई की आग लगी है। इस आग में गरीब जल रहे हैं। धनी अमीर उच्च वेतन भोगी माननीय के लिए महंगाई की आग शीतल समीर के समान है. 
                   जीवन'एवं हमारी स्वतंत्रता'पर टैक्स क्यों ? खाना बोलना चलना माँ से मिला नैसर्गिक अधिकार है इस पर टैक्स का अर्थ है हमारा जीवन"एवं हमारी स्वतंत्रता'हमसे छीन लेना. 
                    सरकार से पुनःनिवेदन करता हूं कि आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा पर टैक्स समाप्त के दें। gst उत्पादन का एक बटे छठा भाग कर दें शिक्षा चिकित्सा रेल संचार पर टैक्स क्यों? इसे "समान एवं शुल्क रहित"करें। निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त करें या प्रत्येक टोल पर दोनों तरफ एक एक लेन फ्री करें भारी गाड़ियों पर टोल टैक्स ₹1 प्रति km, डीजल पेट्रोल सीएनजी ₹50/ली,गैस सिलेंडर ₹500 प्रति करें। गरीबों को गैस फ्री दें यदि ऐसा नहीं कर सकते तो मनमोहन सिंह के समय की कर'एवं कीमतें लागू करें यदि यह भी नहीं कर सकते तो सत्ता छोड़ दें अन्यथा संसद पर सत्याग्रह कर कर"एवं"कीमतों' के"आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स"उसी तरह छोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों का नमक कानून तोड़ा था .

"पूर्वांचल गांधी"
9415418263

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