'महामहिम राष्ट्रपति महोदया'
"संसद पर कुदाल'तिरंगा'संविधान'सत्याग्रह"
खाना बोलना चलना मां से हासिल नैसर्गिक अधिकार है इस पर टैक्स तत्काल समाप्त करें.
"महोदया"
मैं नहीं जानता सत्ता नरेंद्र मोदी की दास बनेगी या इंडिया गठबंधन की परंतु सत्य एवं अहिंसा की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं जीवन समानता स्वतंत्रता संविधान का पतन करने वाले आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स"सरकार यदि तत्काल समाप्त नहीं की, तो संसद पर सत्याग्रह कर 'कर"एवं कीमतों"में वृद्धि के 'मनमाने आदेश'उसी ढंग से तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगी नमक कानून तोड़ा था
' महोदया"
सरकार को सैकड़ो पत्र /ज्ञापन दिया सत्याग्रह किया अनशन किया परंतु महंगाई की आग लगने वाली नरेंद्र मोदी सरकार एक न सूनी
'महोदया"
आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा पर टैक्स जीवन के मौलिक अधिकार अनुच्छेद 21 की हत्या है. gst16.5% करें. शिक्षा चिकित्सा रेल संचार एक समान एवं फ्री करें उक्त कर असंवैधानिक"अपराधिक' हैं जीवन को छीनते हैं कमजोर करते हैं विकलांग बनाते हैं. 5 किलो अनाज में अपनी जीवन की तलाश करने वाले 80 करोड़ गरीब एवं 22 करोड़ कुपोषित जिनके पास एक कौड़ी नहीं है बताइए उन्हें जीवन की उक्त ज़रूरतें कैसे मिलेगी.?
निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त कर दें या प्रत्येक टोल पर दोनों तरफ एक लेन फ्री करें ताकि पैसे की अभाव में कोई व्यक्ति कहीं आने-जाने के मौलिक अधिकार से वंचित न रह जाय. भारी वाहनों पर टोल टैक्स ₹1 प्रति km ताकि महंगाई मर जाए. टोल के प्राइवेट ऑपरेटर्स के ठेके तत्काल रद्द करें. यह लुटेरे एवं अपराधी की तरह काम कर रहे हैं .
डीजल पेट्रोल सीएनजी ₹50 प्रति लीटर सिलेंडर ₹500 प्रति गरीबों घरेलू गैस मुफ्त दें.
या मनमोहन सिंह के जमाने की कर एवं कीमत लागू कर दें.
"महोदया"
हमारे पेट एवं पीठ पर कर"के कोड़े यह सब क्या है? क्या हम कर देने के लिए पैदा हुए हैं क्या डेमोक्रेसी का यही अर्थ है की आप कर लगाए और हम कर चुकाते रहें? ऐसे जीवन जीने से अच्छा है आप हिटलर की तरह हमें 'एक्सटर्मिनेशन कैंप' में डाल दें हमारे पैर काट ले.
"महोदया"
क्या 142 करोड लोगों ने ऐसे कर की मांग की?क्या 545 243 सांसदों ने इस प्रकार के कर की सिफारिश की?नहीं फिर हमारे खाने"चलने" पर टैक्स क्यों लगाया गया? इसे तत्काल समाप्त करें.अन्यथा जब में संसद पर सत्याग्रह करूंगा तब भ्रष्टाचार बलात्कार अपराध लूटतंत्र झूठतंत्र हिंसातंत्र का पतन कर दूंगा.
प्रतिलिपि:-- परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय
मा. प्रधानमंत्री
माननीय अध्यक्ष मानवाधिकार आयोग
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी सत्यपथ 9415418263
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