'मैं एक ही मार्ग जानता हूं और वह है सत्यपथ'
स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त संसद पर सत्याग्रह
'जीवन एवं स्वतंत्रता पर टैक्स लगाने वाली सत्ता तोडूंगा' एक वर्ष में 42 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देना और पल में महंगाई समाप्त करने का फार्मूला।
खाना'बोलना'चलना: मां से हासिल नैसर्गिक अधिकार है.आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा शिक्षा चिकित्सा रेल पर कर'एवं कीमतें क्यों लगाई'बढाई'? क्या 545, 243 सांसदों 142 करोड लोगों ने कर एवं कीमतों में वृद्धि की मांग की.यदि नहीं तो तो लोगों के पेट एवं पीठ पर कर एवं कीमत के कोड़े क्यों?
बेरोजगारों को रोजगार दीजिए ताकि गरीबी मिट जाए,वह भी अंडा'तरकारी'पकोड़ा'चाय' मूंगफली रीवड़ी'फुल'माला'बेचने निजी सुरक्षा'गार्ड' निजी सफाई कर्मी होटल में नौकर की नहीं' वरन पेंशन और पीएफ वाली सरकारी नौकरी.महंगाई तत्काल उसी ढंग से समाप्त करें जैसे इसे पैदा किया है शुल्क रहित' समान' शिक्षा चिकित्सा रेल करें।
मैंने सैकड़ो पत्रों/ ज्ञापनों मे बेरोजगारी गरीबी महंगाई समाप्त करने का उपाय सुझाया है.
पुनःनिवेदन करता हूं कि बेरोजगारी गरीबी महंगाई समाप्त कर दीजिए और यदि नहीं कर सकते तो सत्ता छोड़ दीजिए.अन्यथा स्वतंत्रता दिवस' जब संसद पर सत्याग्रह करूंगा तब कर एवं कीमतों में वृद्धि के सभी आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स' उसी ढंग से तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों का नमक कानून तोड़ा था.
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी
9415418263
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