'इकलौता मार्ग जिसपर मैं चलता हूं वह है सत्यपथ"

26 जून 2024" महामहिम राष्ट्रपति महोदया" 
 
 'इकलौता मार्ग जिसपर मैं चलता हूं वह है सत्यपथ" 
'जब तक महान न्यायालय की मजबूत दीवारें हैं तब तक  जीवन' एवं स्वतंत्रता' हमसे कोई नहीं छीन सकता'

'महोदया' 
हे विधाता भारत के माननीयों ने गांधी भगत सिंह अंबेडकर के इस महान मुल्क को कहां पहुंचा दिया?जब भी विधायिका'  कार्यपालिका'के माननीयों को देखता हूं तो उन्हें चोर लुटेरा बलात्कारी अपराधी मानाने पर विवश होता हूं। मै मानता हूं इनको सत्ता से खदेड़ना पड़ेगा अन्यथा भारत बेरोजगारी गरीबी महंगाई हिंसा बलात्कार नफरत मंदिर मस्जिद  मदिरालय के मुल्क में बदल जाएगा.जमीन के सीने को फाड़ने एवं वृक्ष विनाश करने वाली चौड़ी सड़के होगी, ऊंची कोठियां होगी, 200 किमी के गति से दौड़ने वाली ट्रेन होगी, आसमान में जहाज की गड़गड़ाहट होगी,ट्रिलियन का विकसित राष्ट्र होगा, मुट्ठी भर पूंजीपति एवं माननीयों का संपत्ति एवं संसाधन पर कब्जा होगा परंतु जमीन पर 80% कंगाल गरीब मनुष्यता'की भीख मांग रहे होंगे। गांधी भगत सिंह अंबेडकर की प्रतिमाओं की जगह माननीय लुटेरे अपनी मूर्तियां लगा देंगे संविधान की "महान संहिता'पैरों तले कुचल देंगे.

प्राण' जीवन' पर टैक्स यानी आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी तवा पर जीएसटी क्यों?कहीं आने जाने की स्वतंत्रता' यानी निजी गाड़ियों पर'टोल टैक्स'क्यों? शिक्षा चिकित्सा रेल पर टैक्स क्यों? इसके बिना तो जीवन चल ही नही चल सकता क्या भगत सिंह गांधी ने इस देश को इसलिए आजाद कराया कि काली गेहूंए चमड़ी वाले चोर लुटेरे हमारे जीवन' एवं स्वतंत्रता' पर टैक्स लगाएंगे? क्या संविधान इसकी अनुमति देता है? क्या 545,243 सांसदों ने ऐसा टैक्स लगाने की अनुमति दी?142 करोड लोगों के जीवन एवं स्वतंत्रता पर टैक्स लगाने से पूर्व उनसे पूछा गया ? किस फार्मूले' एवं आधार' पर 28% gst ली जाती है?भारी ट्रक पर' एक टोल अड्डे'पर 500 से 900 टोल टैक्स वसूलने का विचार तो किसी लुटेरे का हो सकता है.जब 28% gst और 'इतना हैवी टोल टैक्स' ले लेंगे तब महंगाई की आग कैसे बुझेगी? ₹50 का डीजल पेट्रोल सीएनजी ₹100 में क्यों?300/का गैस सिलेंडर 850 में क्यों? क्या भगत सिंह गांधी ने भारत को इसलिए आजाद कराया कि भारत मंदिर एवं मदिरालय का मुल्क बनाया जाएगा? क्या उन्होंने आजादी इसलिए दिलाई है कि यहां 5 किलो अनाज पर पलने वाले 80 करोड़ कंगाल एवं 22 करोड़ कुपोषित होंगे और मुट्ठी भर गिनती के लोग हिंदुस्तान की संपदा और संसाधन पर कब्जा कर लेंगे? क्या इसलिए आजादी दिलाई है कि विधायिका में बैठने वाले चोर भ्रष्टाचारी अपराधी बलात्कारी टैक्स लगाकर हमारे पेट की अंतड़ी एवं चमड़ी उधेड़ लेंगे? क्या उन्होंने कभी सोचा था कि इस महान मुल्क को बेरोजगारी एवं गरीबों का मुल्क बना दिया जाएगा? कोई मुझसे पूछे तो मैं कहूंगा नहीं बिल्कुल नहीं मैं यह कहना पसंद करता हूं कि भारत की बेरोजगारी गरीबी महंगाई नफरत नारी बलात्कार हिंसा विधायिका'कार्यपालिका' के सदस्यों ने पैदा की है।उन्होंने हमें आजादी दी है स्वराज' समाजवाद'और संविधान'दिया है 

चुनाव के दौरान लिखे गए पत्र में मैंने यही लिखा था कि भारत की डेमोक्रेसी चाहे नरेंद्र मोदी की 'दास'बने या इंडिया गठबंधन की आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा पढ़ाई दवाई रेल पर जीएसटी'एवं निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त कर दें या प्रत्येक टोल पर दोनों तरफ एक-एक टोल लेन फ्री कर दें शिक्षा चिकित्सा रेल समान' एवं निशुल्क करें.जीएसटी 16% "हिंदू रेट ऑफ़ टैक्स"करें.भारी गाड़ियों पर टोल टैक्स ₹1 प्रति किमी करें। डीजल पेट्रोल सीएनजी ₹50 प्रति ली.एवं गैस सिलेंडर ₹500 प्रति एवं गरीबों क़ो फ्री दें.मदिरा की मॉडल शॉप को दुग्ध की मॉडल साथ में बदल दी जाय 42 करोड़ बेरोजगारों को सार्वजनिक क्षेत्र की पीएफ पेंशन वाली रोजगार दी जाए ताकि गरीबी मिट जाए (बेरोजगारों को रोजगार देने एवं गरीबी मिटाने का फार्मूला) यह भी लिखा कि यदि यह संभव नहीं है तो मनमोहन सिंह के जमाने की कर एवं कीमत लागू कर दी जाए यदि यह भी संभव नहीं है तो सत्ता छोड़ दें
सत्य'अहिंसा' की पूरी ताकत से पुनःकहना चाहता हूं कि ऐसी किसी व्यवस्था का पतन करूंगा जो हमारे प्राण एवं हमारी स्वतंत्रता पर टैक्स लगाएगा,हमारी शिक्षा चिकित्सा और रेल जिसके बिना हमारा जीवन असंभव है हमसे छीनेगा.मैं विश्वास दिलाता हूं कि महान स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त को ज़ब संसद पर सत्याग्रह करूंगा तब कर' एवं कीमतों' के सभी"आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स' उसी ढंग से तोडूंगा जैसे गांधी ने अंग्रेजों का नमक कानून तोड़ा था.बलात्कारियों अपराधियों लुटेरों से बनने वाली 'ब्रिटिश पार्लियामेंट'एवं 'साम्राज्यवादी ब्रिटिश कैबिनेट'नहीं चलने दूंगा.
 
'पूर्वांचल गांधी"
9415418263

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