बेरोजगारी' गरीबी' महंगाई'नफरत'अंधविश्वास'पाखंड'पैदा करने वाली नरेंद्र मोदी सत्ता के पतन के लिए.

17 जून 2024
"मा.प्रधानमंत्री जी'
      "स्वतंत्रता दिवस 15 अगस्त संसद पर सत्याग्रह"
बेरोजगारी' गरीबी' महंगाई' नफरत'अंधविश्वास'पाखंड'पैदा करने वाली नरेंद्र मोदी सत्ता के पतन के लिए.

मा.प्रधानमंत्री"
बताएं आपकी सत्ता मैं क्यों स्वीकार करूं? क़्या हम कर' देने और कर देते- देते मर जाने के लिए पैदा हुए हैं? थोड़ा-थोड़ा रोज मरने से अच्छा है आपकी सत्ता का पतन कर दें क्योंकि जीवन रक्षा हमारा मौलिक अधिकार है.

मा.प्रधानमंत्री"
हमारे हिस्से का लोकतंत्र' एवं संविधान' कहां है? मेरे सैकड़ो पत्रों/ ज्ञापनों: का उत्तर दीजिए. यदि ऐसा नहीं कर सकते तो सत्ता छोड़ दीजिए.

मा.प्रधानमंत्री"
पेट'प्राण'जीवन' शिक्षा'चिकित्सा 'रेल पर कर"लगाने वाली सत्ता समाप्त करना हर नागरिक का कर्तव्य एवं अधिकार है 

मा.प्रधानमंत्री"
आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा पर टैक्स क्रूरता"एवं अपराध है.शिक्षा चिकित्सा रेल में कर'एवं कीमतों'में वृद्धि का अर्थ है 5 किलो अनाज में जीवन तलाश करने वाली 80 करोड कंगाल/ गरीब'एवं 22 करोड़ कुपोषित,जिनके पास फूटी कौड़ी'नहीं है,जीवन की जरूरतों से वंचित कर देना? हमारी निजी गाड़ियों पर पथकर का अर्थ है 'कहीं आने जाने की हमारी स्वतंत्रता'की हत्या.

"मा.प्रधानमंत्री जी'
पुनःनिवेदन करता हूं कि कर'एवं कीमतों में वृद्धि के 'मनमानी आदेश'आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स'समाप्त कर दें.अन्यथा इसे उसी ढंग तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों का नमक कानून तोड़ा था.सत्य'अहिंसा की ताकत से बेरोजगारी' गरीबी' महंगा'ई नफरत पैदा करने वाली आपकी सत्ता का पतन करूंगा.

मा.प्रधानमंत्री जी
जितना लोकतंत्र एवं संविधान आपका है उतना ही मेरा भी. अंतर यही है कि मैं किसी गिरोहबंद दल का दलाल नहीं हूं. बिना श्रम'खाने वाला हरामखोरनहीं हूं.कुदाल चलने वाला किसान'एवं दिल्ली विश्वविद्यालय का शोधार्थी हूं.
मा.प्रधानमंत्री"
जिस संसद को नेता फरिश्ता का सदन मानते हैं उसके प्रति मेरे मन में उतना ही सम्मान है जितना भगत सिंह अशफ़ाक उल्ला और गांधी के मन में 
कॉपी टू.: महामहिमा राष्ट्रपति
              परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय
              माननीय मानवाधिकार आयोग
डॉ संपूर्णानंद मल्ल                       पूर्वांचल गांधी
9415418263

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