अराजक राजनीतिक व्यवस्था' पर नियंत्रण..?

5 जुलाई 2024

" महामहिम राष्ट्रपति"
   "भारत को सबसे समृद्ध' एवं शक्तिशाली' राष्ट्र बनाना"

'महोदया'
जैसे एक राजा दूसरे राजा पर आक्रमण कर उसकी धन संपदा छीन लेता था उसके जमीन भूभाग पर कब्जा कर लेता था ठीक उसी प्रकार भारत के राजनीतिक दल और 
उनके सदस्य, जो "गिरोहबंद दल एवं दलाल"की तरह काम कर रहे है,'वोट एवं दूसरे क्षेत्रों'पर कब्जा करना चाहते हैं इसके लिए सभी दल एवं दलाल अनफेयर मिंस' का इस्तेमाल करते हैं. ये चोर है' चोरी के पैसे से चुनाव लड़ते हैं' चोरी के लिए चुनाव लड़ते हैं' विधायिका कार्यपालिका के सदस्य अपनी कंटीन्जेंसीज एवं यातायात सुविधा का उपयोग जनता की सेवा के लिए नहीं वरन उन्हें लूटने के लिए करते हैं. हमारे पास अकूत प्राकृतिक संपदा एवं मानव संसाधन है परंतु  पूंजीपतियों विधायिका कार्यपालिका के सदस्यों इस लूट लिया है इस पर कब्जा कर लिया है. 

 'अराजक राजनीतिक व्यवस्था' पर नियंत्रण?
@भगत सिंह का 'समाजवाद' जो संविधान के प्रिंबल ऑफ़ कॉन्स्टिट्यूशन में प्रतिबिंबित है, लागू करें। देर न करें क्योंकि हिंदुस्तान केचुआ में तब्दील होता जा रहा है.

@ विधायिका' कार्यपालिका' की सदस्यता एक बार। चुनाव लड़ने के अधिकतम तीन अवसर। विधायिका में प्रवेश की न्यूनतम उम्र 35 वर्ष। पूरे देश में चुनाव एक दिन। एक जगह चुनाव लड़ने की अनुमति। किसी नेता को दूसरे के चुनाव क्षेत्र में प्रचार प्रतिबंध।

"परिणाम" 
क्योंकि बेरोजगारी गरीबी महंगाई विषमता नारी बलात्कार हिंसा चोरी लूट नफरत विधायिका' एवं कार्यपालिका 'के सदस्यों ने पैदा की हैं इसलिए यह सब समाप्त हो जाएगा भारत से बेरोजगारी गरीबी महंगाई विषमता मिट जाएगी भारत दुनिया का सबसे समृद्ध एवं शक्तिशाली राष्ट्र बन जाएगा 

संपूर्णानंद मल्ल* की अप्रकाशित पुस्तक 'हर्ट आफ डेमोक्रेसी' का अंश 
* पीएचडी इतिहास विभाग दिल्ली विश्वविद्यालय

प्रति:- परम सम्माननीय मुख्य न्यायाधीश माननीय उपराष्ट्रपति स्पीकर लोकसभा माननीय मानवाधिकार आयोग

डॉ संपूर्णानंद मल्ल               पूर्वांचल गांधी
9415418263

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ