जिलाधिकारी उमेश मिश्रा ने शुक्रवार को पर्यटन विकास परियोजनाओं के अंतर्गत कराए जा रहे निर्माण कार्यों तथा पावानगर फाजिलनगर स्थित जैन मंदिर धर्म सागर दिगंबर जैन निलय, 24 वे तीर्थकर महावीर निर्वाण भूमि स्थली, बुद्ध अंतिम भोजन स्थली , पावानगर पोखरा आदि स्थलों का स्थलीय निरीक्षण किया। साथ में मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट अंकिता जैन भी उपस्थित रही।
निरीक्षण के दौरान अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत फाजिलनगर एवं ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया से उपरोक्त समस्त पर्यटन स्थलों के समीप स्थित सरकारी भूमि के बारे में जानकारी ली तथा पावानगर पोखरा के पास स्थित खराब हो रहे वाकिंग रैंप के इंटरलॉकिंग कार्य को दुरुस्त करने,पोखरे की सफाई कराने तथा सौदार्यीकरण कराने के निर्देश दिए। जैन मंदिर के परिसर में हो रहे निर्माण कार्यों, नक्शा, हॉल आदि के बारे में कार्यदाई संस्था के अधिकारी/ कर्मचारियों से भी जानकारी ली। उन्होंने ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया को निर्देशित किया कि जैन मंदिर परिसर में हो रहे निर्माण कार्यों का अवलोकन एवं निरीक्षण करें, सभी कार्य मानक एवं नियमों के अनुरूप हो, इसका का भी विशेष ध्यान रखें। कहा की हम इससे और अधिक जैन धर्म एवं बुद्ध धर्म से संबंधित तथ्यों को भी जान सकें एवं अवलोकन कर सकें। पार्क के रूप में भी खाली स्थानों का विकास करें जिससे की प्रतिदिन आसपास के लोग भी ज्यादा से ज्यादा यहां आए।निरीक्षण दौरान जिलाधिकारी ने पावनागर पर्यटन स्थल पर पर्यटकों हेतु सभी मूलभूत सुविधाओं की उपलब्धता सुनिश्चित किये जाने हेतु अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत फाजिलनगर को निर्देश दिए। उन्होंने निर्देशित किया कि महात्मा बुद्ध अंतिम भोजन स्थली, 24 वें तीर्थकर महावीर निर्वाण भूमि एवं आसपास समस्त पर्यटन स्थलों की साफ सफाई कराए तथा इनका सौंदर्यीकरण भी कराएं। जिससे की इसकी आकर्षणता और सुंदरता और बढ़े ताकि ज्यादा से ज्यादा यहां पर्यटक , पर्यटन हेतु आकर्षित हो और आएं। इसके साथ साथ नगर पंचायत फाजिलनगर कार्यालय का भी जिलाधिकारी ने निरीक्षण किया तथा आसपास सरकारी भूमि की भी जानकारी लेते हुए अधिशासी अधिकारी को आवश्यक निर्देश दिए।
निरीक्षण के दौरान मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, ज्वाइंट मजिस्ट्रेट कसया अंकिता जैन, अधिशासी अधिकारी नगर पंचायत फाजिलनगर, नायब तहसीलदार कसया तथा अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी एवं कर्मचारी उपस्थित रहे।
*दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट*
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