हेपेटाइटिस से बचाव के लिए करें सभी उपाए – प्रमुख सचिव

हेपेटाइटिस से बचाव के लिए करें सभी उपाए – प्रमुख सचिव  
सभी गर्भवती का हेपेटाइटिस बी एवं सी की जाँच करने के निर्देश दिए प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य ने 
दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न 
लखनऊ, 27 जुलाई 2024 -  
राष्ट्रीय वायरल  हेपेटाइटिस कण्ट्रोल कार्यक्रम(एनवीएचसीपी)  के तहत सभी 75 जनपदों के एनवीएचसीपी के जिला स्तरीय नोडल अधिकारी एवं जिला अस्पताल के नोडल अधिकारियों का दो दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम सम्पन्न हुआ | यह प्रशिक्षण कार्यक्रम उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन सभागार में आयोजित हुआ था | 
प्रशिक्षण कार्यक्रम को संबोधित करते हुए  प्रमुख सचिव, चिकित्सा एवं स्वास्थ्य पार्थ सारथी सेन शर्मा ने कहा कि हेपेटाइटिस के प्रति लोगों को जागरूक करना बहुत जरूरी है क्योंकि जागरूकता के अभाव में इससे प्रभावित रोगियों की संख्या में इजाफा हो रहा है | इसलिए इसके बारे में लोगों को जागरूक करने के लिए सार्वजनिक स्थानों, चिकित्सालयों , कलेक्ट्रेट, आदि जगहों पर व्यापक प्रचार प्रसार सामग्री लगायी जाये |
जिन जिलों में आरटीपीसीआर की सुविधा उपलब्ध हैं वहां पर वायरल लोड जाँच की सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए |
सभी गर्भवती का हेपेटाइटिस बी एवं सी की जाँच करने के निर्देश दिए | इसके साथ ही  हेपेटाइटिस बी संक्रमित शत प्रतिशत गर्भवती का आंकड़ा मंत्रा एप पर फीड करने के निर्देश देते हुए कहा कि  ऐसी गर्भवती से जन्मे सभी नवजात को जन्म के 24 घंटे के भीतर एचबीआईजी का टीका लगाना सुनिश्चित किया जाये | 
इसके अलावा ब्लड बैंक में जो मरीज पॉजिटिव आते हैं उनका इलाज सुनिश्चित किया जाये | इसके साथ ही जिला कारागृह में बंदियों की हेपेटाइटिस की जाँच की जाये और पॉजिटिव आने पर इलाज सुनिश्चित किया जाये |
प्रमुख सचिव ने कहा कि दवाओं की कोई कमी नहीं है इसलिए सभी को पूर्ण इलाज दिया जाए और बचाव के सभी कदम उठाए जाएँ | 


राज्य सर्विलान्स अधिकारी डाक्टर विकासेंदु अग्रवाल बताते हैं कि इस बीमारी से निपटने के लिए  साल 2018 में राष्ट्रीय
वायरल  हेपेटाइटिस नियंत्रण कार्यक्रम(एनवीएचसीपी) शुरू किया गया था | इस कार्यक्रम का उद्देश्य उपचार, निदान और इलाज की रणनीति के माध्यम से साल 2030 तक हेपेटाइटिस बी और सी का उन्मूलन करना है  
प्रशिक्षण कार्यक्रम में एनवीएचसीपी के तहत  क्या गतिविधियाँ की जानी हैं और  क्या नए परिवर्तन हुए हैं इसके बारे में विस्तार से बताया गया |
एनवीएचसीपी के तहत प्रदेश के सभी 75 जनपदों में हेपेटाइटिस  ट्रीटमेंट सेंटर खोले गए हैं | किंग जार्ज चिकित्सा विश्वविद्याल मॉडल ट्रीटमेंट सेंटर है | इसके साथ ही 26 अस्पतालों में वायरल लोड स्क्रीनिंग सेंटर संचालित हैं |  
हेपेटाइटिस लिवर  कैंसर का मुख्य कारण है | हेपेटाइटिस का वायरस कोविड के बाद सबसे खतरनाक वायरस है | यह एक ऐसी बीमारी है जिसके कारण लिवर में सूजन आती है और उसे नुकसान पहुंचता है | यह अनुवांशिक कारणों, वायरस, ऑटो इम्यून या विषैले तत्वों के कारण होता है|
हिपेटाइटिस होने के कारण -
यह बीमारी दूषित पानी, शराब  और दवाओं के लंबे समय तक सेवन से, रक्त  सहित शरीर के तरल पदार्थों के सम्पर्क से, विषैले पदार्थों और अनुवांशिक रोग कारक जैसे विल्सन रोग आदि के द्वारा होती  है | यह कई प्रकार का होता है - ए, बी, सी, डी और ई|  हेपेटाइटिस  ए और ई दूषित पानी और भोजन के माध्यम से फैलता है जबकि हेपेटाइटिस बी और सी शरीर के संक्रमित द्रव्य जैसे संक्रमित खून सहित शरीर के अन्य तरल पदार्थों के सम्पर्क में आने से फैलता है | इसके साथ ही असुरक्षित यौन संबंध, संक्रमित सुई के उपयोग से फैलता है | 
हेपेटाईटिस  ए और ई के संक्रमण को व्यापक साफ सफाई रखकर कर रोका जा सकता है | इसके साथ ही हेपेटाइटिस ए का टीका भी उपलब्ध है | 
हेपेटाइटिस  से बचाव -
• स्वच्छता का ध्यान रखें: हमेशा साफ-सफाई में ध्यान दें, खासकर हाथों को साबुन और पानी से धोएं, और सही तरीके से सैनेटाइज करें
• हेपेटाइटिस बी से बचाव के लिए टीकाकरण करवाएं |
• सुरक्षित सेक्स करें |
• इंजेक्शन लगवाने के दौरान सावधानी बरतें अर्थात डिस्पोजेबल सिरिंज का ही उपयोग करें |
• हेपेटाइटिस संक्रमण का टीकाकरण के द्वारा बचाव संभव है | नवजात में इसके संक्रमण को रोकने के लिए जन्म के 12 घंटे के अंदर हिपेटाइटिस बी का टीका लगाया जाता है |
• उचित बायो मेडिकल वेस्ट का निस्तारण |
• पारम्परिक इलाज से बचना चाहिए |
• इसके आलावा बच्चों को जन्म के 12 घंटे के भीतर एचबीआईजी और हिप-बी वैक्सीन की पहली खुराक और उसके  बाद पहले और छह महीने पर देनी चाहिए | हेपेटाइटिस बी के रोगियों के लिए डीएनए लोड की निगरानी की जाती है |
क्या कहते हैं  विश्व स्वास्थ्य संगठन के आंकड़े 
• विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार हेपेटाइटिस के मामलों में बढ़ोत्तरी हो रही है |
• हर साल दुनिया में 20 लाख से ज्यादा हेपेटाइटिस के केस सामने आते हैं | 
• हर साल लगभग 13 लाख लोग इस बीमारी से मौत का शिकार होते हैं |  
• दुनिया में 30 करोड़ लोग इस बीमारी से ग्रसित है | 
• हर तीस सेकेण्ड पर हेपेटाइटिस या इससे सम्बंधित समस्याओं से एक व्यक्ति की मौत होती है |

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