प्रधान मंत्री जी कर' एवं कीमतों'में वृद्धि के 'मनमाने आदेश'समाप्त करें

31 जुलाई 2024
 "माननीय प्रधानमंत्री जी"
      'सत्यपथ'इकलौता मार्ग है जिस पर मैं चलता हूं' 
          अन्यथा बंदी जीवन पसंद करूंगा
कर' एवं कीमतों'में वृद्धि के 'मनमानी आदेश'समाप्त करें 
निजी गाड़ियों का टोल टैक्स समाप्त एवं शिक्षा चिकित्सा रेल संचार 'एक समान''शुल्क रहित' कर दें, इससे कम जरा सा नहीं, अन्यथा 'स्वतंत्रता दिवस' संसद' पर सत्याग्रह' कर 'कर' एवं कीमतों' की गुलामी' तोडूंगा.

प्रधानमंत्री जी'
आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा 'प्राण है' जीवन है,'पर tax क्यों?किससे पूछ कर लगाया? तत्काल समाप्त करें पल-पल अपराध हो रहा है।दाल तेल चीनी के अभाव में गरीबों के बच्चे अंधे एवं विकलांग हो रहे हैं।
निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त कर दीजिए क्योंकि यह 'कहीं आने-जाने की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार की हत्या है.जब माननीय सहित तीन दर्जन VIP की गाड़ियों पर टोल  टैक्स नहीं लगता फिर लोगों की गाड़ियों पर क्यों? जैसे पुराने जमाने में ठग'लुटेरे'मार्गों पर यात्रियों को लूटते थे वैसे ही मार्गो  पर सरकारी लुट के अड्डे बने हैं। क्या यही आजादी है?
शिक्षा चिकित्सा रेल संचार 'एक समान' एवं 'शुल्क रहित'कर दीजिए?

प्रधानमंत्री जी पेट'पथ'शिक्षा'चिकित्सा'रेल'पर tax लगाकर आप हमें एक्सप्रेसवे इंटरनेशनल एयरपोर्ट बंदे भारत क्यों दे रहे हैं?जब हम बचेंगे ही नहीं तो यह क्या करेंगे ? हां 1-3% अमीरों के लिए यह जरूरी है? परंतु क्या हमारे जीवन एवं हमारी स्वतंत्रता की कीमत पर? किसने कहा ऐसा कर लगाने को?क्या 525'243 सांसदों'142 करोड लोगों ने कहा?

प्रधानमंत्री जी'स्वतंत्रता दिवस' से पूर्व कर'एवं कीमतों' की गुलामी' से हमें आजाद कर दीजिये ताकि हम भी स्वतंत्रता का जश्न मना सके। मैंने सैकड़ो पत्र/ ज्ञापन'भेजा चिल्लाया'आप सुनते ही नहीं। मुझे विवश कर रहे हैं कि कर'एवं कीमतों'में वृद्धि के'मनमानी आदेश'वैसे ही तोड़ दूं जैसे गांधी ने अंग्रेजों का नमक कानून'तोड़ा था 

प्रधानमंत्री जी' कर एवं कीमतों में वृद्धि से पैदा 'महंगाई' अपराध' का रूप ले चुकी। 'यदि आप जानते हैं कि कर' एवं कीमतों'में वृद्धि 'जीवन'एवं संविधान'की हत्या'है तब इसे समाप्त कर दीजिए ? तत्काल बिना इंतजार!यदि आप जानते हैं कि कर एवं कीमतों में वृद्धि मानवीय'एवं संवैधानिक'है तब इसे बनाए रखिये परंतु अपनी सत्ता एवं दल के पतन के लिए तैयार रहिए।बस इतना करिए कि बेकारी' गरीबी'महंगाई' भय' नफरत' पैदा करने के लिए जिस प्रकार आपने Z+spg सुरक्षा ली हैं वही सुरक्षा मेरे लिए भी दें,ताकि कर एवं कीमतों में वृद्धि के मनमानी आदेश तोड दूं
प्रधानमंत्री जी" सत्य'अहिंसा' की पूरी ताकत से यह कहना चाहता हूं कि जब तक मैं जिंदा हूं भगत सिंह गांधी अंबेडकर कलाम की इस महान धरती को हिंदू-मुस्लिम नफरत 'की जमीन नहीं बनने दूंगा।
कॉपी :--- महामहिम राष्ट्रपति
परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय मा मानवाधिकार आयोग
 मा गृह मंत्री  सम्माननीय अन्ना हजारे    मा संपादक गण

डॉ संपूर्णानंद  मल्ल      पूर्वांचल गांधी
सत्यपाथ PS शाहपुर गोरखपुर

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