कुशीनगर में ग्राम भैंसहा स्थित छितौनी तटबंध के 7.8 कि०मी० पर निर्मित स्पर के पुनर्स्थापना कार्यों का सीएम ने किया निरीक्षण

कुशीनगर में ग्राम भैंसहा स्थित छितौनी तटबंध के 7.8 कि०मी० पर निर्मित स्पर के पुनर्स्थापना कार्यों का सीएम ने किया निरीक्षण

*आपदा में आपकी सुरक्षा और सहायता के लिए हमारी सरकार 24 घंटे प्रतिबद्ध : योगी आदित्यनाथ*

*बाढ़ प्रभावित लोगों में मुख्यमंत्री ने किया बाढ़ राहत सामग्री का वितरण*

 *जिला प्रशासन नारायणी नदी पर पक्का पुल बनाने के लिए पूरा करे सर्वे का काम:सीएम* 

*नारायणी के बाढ़ प्रकोप से बचाव के लिए सरकार ने खर्च किये हैं 600 करोड़,किया तटबंधों को अडिग :-योगी आदित्यनाथ*

 *कुशीनगर* । 
 मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को कुशीनगर जनपद के खड्डा तहसील में नारायणी नदी के दाहिनी ओर स्थित ग्राम भैंसहा के पास छितौनी तटबंध के 7.8 कि०मी० पर निर्मित स्पर के पुनर्स्थापना कार्यों का निरीक्षण किया । बाढ़ खंड के द्वारा कराए गए पुनर्स्थापना के कार्यों के अंतर्गत स्परों के पुनर्निर्माण, बोल्डर , पीचिंग आदि कार्यों का निरीक्षण किया तथा प्रसन्नता जाहिर की।तत्पश्चात मा मुख्यमंत्री जी द्वारा खड्डा के प्राथमिक विद्यालय तुर्कहा परिसर में बाढ़ प्रभावित लोगों से मुलाकात की तथा बाढ़ राहत सामग्रियों का वितरण करते हुए बाढ़ पीड़ितों के प्रति मानवीय संवेदना व्यक्त की।कार्यक्रम के दौरान उन्होंने विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को प्रमाण पत्र , जनपद में आए तेज आंधी से क्षति हुए केले के फसलों के दृष्टिगत अनुदान सहायता धनराशि , विश्वकर्मा योजना के अंतर्गत लाभार्थी को टूलकिट , बच्चों को टैबलेट वितरित किया। साथ ही बच्चों का अन्नप्राशन संस्कार भी संपन्न कराया। अन्नप्राशन के दौरान अभिभावक की भांति सिर पर हाथ फेरा और बच्चों को दुलारा तो खिल खिला कर बच्चे चहक उठे।

 संबोधन के दौरान उन्होंने कहा है कि जिले में नारायणी नदी के बाढ़ से बचाव के लिए बीते सात साल में बड़े स्तर पर प्रयास किये गये हैं। करीब 600 करोड़ रुपए की धनराशि खर्च करते हुए बाढ़ से बचाव के विभिन्न प्रबंध करने का ही परिणाम है कि 1 लाख से अधिक की आबादी और 20 हजार हेक्टेयर कृषि भूमि सुरक्षित हुई है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देश दिये कि वह नारायणी नदी पर पक्का पुल बनाने के लिए सर्वे का काम शुरू करें। उन्होंने कहा कि नदी के उस पार ग्राम मरचहवा , शिवपुर, नारायणपुर,  आदि है जो प्रायः बाढ़ के चपेट में आ जाते है। उस पार लगभग 15 से 20 हजार की आबादी को इस पुल से बहुत फायदा मिलेगा, ऐसे में बाढ़ का पानी उतरते ही नदी पर कहां पुल बनाया जाना है, इसका सर्वे शीघ्र कराया जाए। उन्होंने कहा कि आपदा में सरकार 24 घंटे अपने नागरिकों की सहायता और सुरक्षा के लिए  डबल इंजन की सरकार खड़ी है वह हमेशा आपकी सहायता के लिए तत्पर है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले 7 साल में समय पर बाढ़ से बचाव के उपाय करने का परिणाम है कि बड़े पैमाने पर जनधन की हानि को रोकने में मदद मिली है। अकेले कुशीनगर में करीब 3 लाख की आबादी को बाढ़ से बचाने में भी मदद मिली। इसी का परिणाम हे कि न केवल हम यहां सुरक्षित और निश्चिंत हैं, बल्कि प्रदेश के अन्य जनपदों में भी बाढ़ से बचाव को लेकर कार्य हुए हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि कुशीनगर हिमालय की तलहटी में होने के कारण यहां नदी का करंट यहां बहुत तेज होता है, फिर भी यहां काफी राहत है। सात साल पहले छितौनी तटबंध पर जो लोग काम करते थे उनकी निर्मम हत्या होती थी। इस क्षेत्र में माफिया हावी थे, सूर्य अस्त के बाद लोग आना जाना बंद कर देते थे। आज आतंक, अराजकता और गुंडागर्दी का अंत हो गया है। 

सीएम योगी ने कहा कि महात्मा बुद्ध की महापरिनिर्वाण स्थली के रूप में पूरी दुनिया इसे शांति की भूमि के रूप में देखती है। यह पूरी दुनिया में आकर्षण और पर्यटन का केंद्र है।  इसे दुनिया की आस्था का केंद्र बनाने के लिए सरकार की ओर से लगातार प्रयास किये जा रहे हैं। कभी यहां के बच्चे इन्सेफेलाइटिस से प्रभावित होते थे। आज इस बीमारी को पूरी तरह से समाप्त कर दिया गया है। कुशीनगर में आज मेडिकल कॉलेज बन रहा है। कृषि की आधुनिक तकनीक यहां के लोगों को मिल सके, इसके लिए नया कृषि विश्वविद्यालय कुशीनगर को उपलब्ध कराया गया है। पर्यटकों की सुविधा यहां इंटरनेशनल एयरपोर्ट का निर्माण भी कर दिया गया है। कुशीनगर की सड़कों पहले ऐसी थीं कि पता ही नहीं लगता था कि सड़क है या गड्ढा। आज स्थिति में काफी सुधार आया है।

उन्होंने कहा कि जनप्रतिनिधियों ने नदी के उसपार के गांवों के बारे में चिंता व्यक्त की है। हमको बताया गया है कि नारायणी नदी पर पक्का पुल बनना चाहिए। यहां 15-20 हजार की आबादी रहती है। मुख्यमंत्री ने जिला प्रशासन को निर्देशित करते हुए कहा कि सर्वप्रथम पुल का सही लोकेशन देखा जाए, जिससे लोगों को फायदा हो। बरसात समाप्त होने के बाद सर्वे का कार्य शुरू कर दिया जाए, जिससे की नदी उस पार लोगों को फायदा मिल सके। 

मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार आपके सुख में आपके साथ सुखी होना चाहती है, मगर आपको कभी दु:ख न उठाना पड़े, सरकार इसके लिए समय समय पर उपाय करती है, फिर भी आपदा आती है तो सरकार आपकी मदद के लिए प्रभावी कदम उठाती है। मुख्यमंत्री ने कहा कि यहां मुसहर जाति की बड़ी आबादी रहती है। हमने इन्हें जमीन का पट्टा, आवास, राशन कार्ड और आयुष्मान कार्ड दिया। इसके अलावा वृद्धा पेंशन, निराश्रित महिला पेंशन, दिव्यांगजन पेशन देने का कार्य हुआ है। आपको कोई परेशानी न हो, आपकी हर समस्या के समधान के लिए ये सरकार हमेशा आपके साथ खड़ी है। बाढ़ प्रभावित हर व्यक्ति की सुरक्षा और सहायता के लिए सरकार 24 घंटे खड़ी है। 

 सांसद कुशीनगर विजय दुबे ने इस अवसर पर अपने संबोधन में कहा की मां0 मुख्य मंत्री जी ने हर बार कुशीनगर को प्राथमिकता दी है, यह वही कुशीनगर है जहां आज मेडिकल कालेज लगभग बना कर तैयार है, को चिकित्सा के क्षेत्र के  नए कीर्तिमान रचेगी। आज जो लोग कुशीनगर आते हैं वो पहचान नही पाते हैं, मा0 मुख्यमंत्री जी की आस्था देखने को मिलती है। बाढ़ बचाव के अंतर्गत कई ठोस काम हु जिससे खेत में हजारों एकड़ फसल डूबने से बची है।

जल शक्ति मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह ने कहा की आप केवल आज अपने माता पिता, पत्नी का सम्मान करें बच्चों को शिक्षा व बेटियों की शिक्षा के साथ विवाह का जिम्मा मा मुख्यमंत्री सामूहिक विवाहयोजना के अंतर्गत होगा। सामूहिक विवाह के माध्यम से वचितों की शादी, उनके विकास हेतु अनेकों कार्य, प्रदेश सरकार के कामों में दिखाई देता है। डर का माहौल बिलकुल खत्म हो गया है। पहला काम माता पिता की सेवा, पत्नी, बेटी पर हाथ मत उठाओ, बेटे को स्कूल छोड़ने /लाने का कार्य खुद करें ,आपस में भाई भाई लड़ो मत, बैठ कर आपसी समन्वय से मामले का समाधान करो। 

इस अवसर पर विधायकगण खड्डा विवेकानंद पांडेय,  रामकोला विनय गौड़, पडरौना मनीष जायसवाल, हाटा मोहन वर्मा, फाजिलनगर सुरेन्द्र कुमार कुशवाहा, तमकुही डा असीम कुमार राय, जिला पंचायत अध्यक्ष सावित्री जायसवाल, बिजेपी जिलाध्यक्ष दुर्गेश राय, यूपी बीज विकास निगम उपाध्यक्ष राजेश्वर सिंह, मंडलायुक्त गोरखपुर अनिल ढींगरा, एडीजी गोरखपुर , जिलाधिकारी उमेश मिश्रा, पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार मिश्रा, सीडीओ गुंजन द्विवेदी, एडीएम वैभव मिश्रा, एएसपी रीतेश कुमार सिंह, अभिनव त्यागी, नगर निकायों के अध्यक्ष सहित अन्य जनपद स्तरीय अधिकारी गण एवं अन्य गणमान्य मौजूद रहे।
 *दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट*

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