राष्ट्रपति महोदया'मैं क्या चाहता हूं..?जीवन स्वतंत्रता' मानवता'संविधान'रक्षा' चाहता हूं

5 am 3 अगस्त 2024 सत्यपथ गोरखपुर

'महामहिम राष्ट्रपति महोदया' 

मैं क्या चाहता हूं? जीवन स्वतंत्रता' मानवता'संविधान'रक्षा' चाहता हूं 'बेकारी 'गरीबी' महंगाई' कर कीमतें में वृद्धि का नाश चाहता हूं.मजहब'एवं जातीय जहर'घोलकर चलने वाली सत्ता'का पतन चाहता.यदि सरकार ने कर,एवं कीमतों में वृद्धि तत्काल समाप्त नहीं की तो आने वाले समय में 'मोदी सत्ता' एवं मोदी दल'दम तोड़ देंगे. मोदी सत्ता 'पाप की पराकाष्ठा'पर पहुंच चुकी है.

आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी पर gst समाप्त कर दे निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स बंद करें और मैं दिल से यह चाहता हूं कि गरीब अमीर एक साथ एक विद्यालय में पढ़ाई''एक चिकित्सालय में दवाई' ट्रेन में साथ-साथ यात्रा करें' मैं भगत सिंह का समाजवाद' गांधी का स्वराज'अंबेडकर के संविधान' कलाम' का वैज्ञानिक'भारत चाहता हूं इससे कम कुछ नहीं और मैं इसे लेकर रहूंगा। मां के पेट से पैदा अनाज खाकर जीवित रहने वाले संविधान का पालन करने वाले प्रत्येक व्यक्ति को एक महामंत्र देता हूं 'अंग्रेजों भारत छोड़ो' 8 अगस्त'जो जहां है जीवन स्वतंत्रता मानवता'संविधान की हत्या करने वाले मनमानी आदेशों को तोड़े'शांतिपूर्ण ढंग से और नारा लगाए 'कर'कीमत'तोड़ो या सत्ता छोड़ो"

कर''एवं कीमतों'की क्रूरता'गुलामी अब और अधिक नहीं सह सकता.आटा चावल दाल तेल चीनी दवा मेरा जीवन है प्राण है इस पर कर'अस्वीकार करता हूं निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स हमारे 'कहीं आने-जाने की स्वतंत्रता के अधिकार की हत्या है' सड़कों पर लुटेरों के अड्डे खोलकर हमें लूटा जा रहा है हमारी शिक्षा चिकित्सा रेल संचार इतना महंगा किया गया कि जीवन जीने की जरूरतों से हम वंचित हैं लगता ही नहीं मैं आजाद मुल्क'लोकतंत्र'संवैधानिक'व्यवस्था में जी रहा हूं? मंत्री चोर लुटेरे अपराधी बलात्कारीै हैं हमें लूट रहे हैं? जिसने 'हमारे पेट' पथ' शिक्षा चिकित्सा' रेल' पर"कर" लगाया 'महंगा की उसे मैं माननीय कैसे कहूं? मैं सत्य अहिंसा की पूरी ताकत से कहता हूं कि ऐसी चोर लुटेरी अपराधी हुकूमत अस्वीकार करता हूं भारत छोड़ो आंदोलन 8 अगस्त प्रधानमंत्री आवास लोक कल्याण मार्ग दिल्ली में तिरंगा लेकर सत्याग्रह करूंगा.मां के पेट से पैदा अनाज खाने वाले प्रत्येक व्यक्ति से यही निवेदन करता हूं ,8 अगस्त को जीवन'स्वतंत्रता'मानवता संविधान'की हत्या करने वाले ''मनमानी आदेश' उसी प्रकार तोड़े जैसे गांधी ने अंग्रेजों का नमक कानून तोड़ा था। नारा लगाएं 
"कर'कीमत तोड़ो नहीं तो सत्ता छोड़ो' 

'माननीय गृहमंत्री'जी से निवेदन करता हूं कि मुझपर विधि विरुद्ध' बल प्रयोग से अच्छा होगा 'मेरे जीवन'की कड़ी सुरक्षा करें मेरे  मौलिक अधिकार'सत्याग्रह'अभिव्यक्ति' एवं सुरक्षा' की रक्षा करें पूर्व के प्रत्येक सत्याग्रह में मुझे दबाया गया पीछे धकेला गया.

डॉ संपूर्णानंद मल्ल                पूर्वांचल गांधी
9415418263

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