प्रधानमंत्री जी,आपकी सत्ता अब नहीं सह सकता जैसे भगत सिंह गांधी के लिए एर्विन की सत्ता असहनीय थी: पूर्वांचल गांधी

3 am 22 अगस्त 2024 जिला चिकित्सालय गोरखपुर से
बीमारी की हालत में। 

 "प्रधानमंत्री जी"
 'भविष्य में अनशन न करने एवं सार्वजनिक सेवा में प्रवेश करने का निर्णय 

आपकी सत्ता अब नहीं  सह सकता जैसे भगत सिंह गांधी के लिए एर्विन की सत्ता असहनीय थी।जीवन'स्वतंत्रता''संविधान' वापस दे दे क्योंकि आपके प्रत्येक कदम के नीचे इस देश के 142 करोड लोगों की जीवन' स्वतंत्रता संविधान' दफन हो रही है. बुद्ध कबीर नानक रविदास सावित्रीबाई विवेकानंद गांधी की विरासत सत्य'अहिंसा'शांति' को झूठ' हिंसा: अशांति: में बदल रहे हैं। 

आप जिस RSS की उपज है वहां सत्याग्रह' इंकलाब' रिवॉल्यूशन' बलिदान' नहीं होता वहां :शक्ति एवं हिंसा: का प्रशिक्षण दिया जाता है वास्तव में यह संगठन मुस्लिम लीग का 'काउंटर रिएक्शन' या रिपर्कशन'था.यहां समाजवाद'नहीं फासीवाद"प्रीवेल करता है।1925 से 1948 के बीच राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने"अपनी सेवा की 'राष्ट्र की सेवा नहीं' इसके किसी नुमाइंदा ने एक भी बुलेट गुलाम बनाकर रखने वाले फांसी पर लटकाने वाले किसी अंग्रेज के सीने पर नहीं चलाई..गोडसे ने सत्य अहिंसा के सीने पर गोली चलाई इसलिए कि गांधी कहां करते थे कि मेरे हृदय में एक तरफ मुसलमान और दूसरी तरफ हरिजन बसता है मुझे यह नहीं मालूम कि जिसे मुसलमान से इतनी परहेज है वह हिंदुस्तान में क्यों रहता? इस मिट्टी में हिंदू मुसलमान का खून है. स्वतंत्रता के प्रथम महासमर में वक्त खा बरेली में बहादुर शाह जफर (जिसके नाम स्वतंत्रता का महासागर हो रहा था) दिल्ली में' कानपुर में नाना साहब का सिपहशाला अजीमुल्ला शाह (20वीं सदी के मध्य का सबसे मेधावी) एवं तात्या टोपे   लखनऊ में बेगम हजरत महल' इलाहाबाद में लियाकत अली' फैजाबाद में मौलवी अहमदु उल्ला' आरा में कुंवर बहादुर' झांसी में रानी लक्ष्मीबाई एवं उनका तोपची गोस खा'(19वीं सदी के मध्य का महान तोपची। विगत 10 वर्षों के सत्याग्रह अनशन के कारण बॉडी में कई विटामिन निल हो होगा फेफड़ों में सूजन है सांस लेने की समस्या हो रही है। एक महीने का बेड रेस्ट लिखा गया है किसी प्रकार के आंदोलन न करने की हिदायत दी गई  है मेरे सत्याग्रह एवं आंदोलन के कारण मेरी पत्नी मानसिक रूप से बीमार हो चुकी है  आज 2:00 pm डिस्चार्ज होऊंगा।अनशन न करने एवं सार्वजनिक सेवा में प्रवेश का निर्णय लेता हूं.

"प्रधानमंत्री जी"
2014 चुनाव में आपके चुनावी कार्यक्रम चाय पर चर्चा"का गोरखपुर में संचालन एवं स्वागत इसलिए नहीं किया कि सत्ता में आने पर आप कर"कीमतों"में वृद्धि कर महंगाई रूपी अपराध पैदा करेंग बल्कि इसलिए  किया था कि कर एवं कीमतें हटाकर महंगाई समाप्त करेंगे आपके सहयोगियों ने ₹35 लीटर तेल ₹300 का सिलेंडर 60 से ₹70 दाल ₹13 चीनी और आपने 100 दिन में काला धन लाने' प्रत्येक वर्ष 2 करोड़ रोजगार देने का विश्वास लोगों को दिया.देश को भ्रष्टाचार मुक्त रखेंगे नारी की रक्षा'देश को हिंसा भय रहित कर शांति बनाए रखेंगे परंतु आपने बेरोजगारी गरीबी पैदा की महंगाई की आग लगाई जिसमें गरीब मछली की तरह भुना रहा भ्रष्टाचार का कोलाहल मचा दिया। संविधान इस बात की अनुमति नहीं देता की 142 करोड़ लोगों की संपदा 'संसाधन' प्रधानमंत्री अडानी अंबानी के हाथ बेच देंगें  80 करोड़ कंगाल एवं 22 करोड़ कुपोषित पैदा कर दिया  प्राण पर कर" पथ पर कर"शिक्षा चिकित्सा रेल ऊंची कीमतों पर बाजार में बेचकर एक्सप्रेसवे हवाई अड्डे वंदे भारत ट्रेन चलाएंगे मंदिर मूर्ति प्राण प्रतिष्ठा कॉरिडोर निर्मित कराएंगे नफरत एवं जातिवाद का जहर घोलेंगे राष्ट्रपति उपराष्ट्रपति के पदों पर,'जाति की ओढ़नी"ओढ़ा दी.संविधान में दिए गए मौलिक कर्तव्य साइंटिफिक 'टेंपर एवं ह्यूमैनिटी 'का कत्ल कर देंगें.।क्या यही समानता एवं स्वतंत्रता है?क्या भगत सिंह सुखदेव राजगुरु अशफाक रोशन बिस्मिल राजेंद्र लाहिड़ी चंद्रशेखर आजाद उधम सिंह आदि नें फांसी का फंदा इसी के लिए पकड़ा था जो आप कर रहे हैं?भगत सिंह का समाजवाद"गांधी का स्वराज"अंबेडकर का संविधान "कहां है? क्या इसी के लिए सत्ता में आए हैं कि नौ हज़ार करोड़ की विमान से उड़ेंगे और 100 करोड लोगों ट्रेनों की शौचालय में फर्श पर एक के ऊपर एक चढ़कर बोरी में भरी भूसे की तरह यात्रा करेंगे। इसे मैं जुर्म न कहूं तो क्या कहूं? मैं जानता हूं इसे आप संविधान कहेंगे लेकिन मैं इसे संविधान की हत्या करना पसंद करता हूं.

प्रधानमंत्री जी 
आप की  सत्ता की भूख' जीवन' एवं स्वतंत्रता' हमसे छीन रही  है मैं सत्य अहिंसा की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं मैं ऐसी सत्ता पर थूकता हूं जो लोकतंत्र' संविधान 'की कत्ल पर खड़ी हो रही हो. लोकतंत्र नरेंद्र मोदी की दास है या कल इंडिया गठबंधन की दास बने?हमें क्या चाहिए? 42 करोड़ बेरोजगारों को काम "आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दवा दूध दही पर टैक्स की समाप्ति' निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स का अंत' शिक्षा चिकित्सा रेल गरीब गरीब अमीर 'सबके लिए एक समान 'शुल्क रहित'"कर्मचारियों के बुढ़ापे का"प्राण पेंशन''पूनर्बहाल''कंगाल एवं कुपोषितों को मुफ्त गैस चाहिए ताकि उनके यहां खाना बन सके बच्चे वृद्धि दाना ग्रहण कर सके। कर'कीमतों' की समाप्ति पेंशन की बहाली शिक्षा चिकित्सा रेल एक समान निशुल्क गरीबों को मुफ्त का गैस देना एक दिन का काम है 42 करोड़ बेरोजगारों को रोजगार देना एक वर्ष का काम है। विगत 3 वर्षों में कई सौ पत्रों ज्ञापनों में यही मांग कर रहा हूं परंतु एक तानाशाही सत्ता की तरह मेरी बात नहीं' सुनी । लोकतंत्र इसकी अनुमति नहीं देता कि आप चुनाव जीतने पर हमारा जीवन' वतंत्रता'संविधान आपकी दास बन जाएगी? बराबर यही निवेदन करता रहा कि जुर्म की सत्ता या तो समाप्त करें या सत्ता छोड़  दें यदि आप जानते हैं कि जो कुछ आप कर रहे  हैं लोगों के जीवन' एवं संविधान' सम्मत कर रहे तो अपनी हुकूमत कायम रहने तक मुझे जेल में डाल दीजिए अन्यथा मुझे सुरक्षा दीजिए ताकि मैं सत्याग्रह' कर आपकी  झूठ' हिंसा' आधारित सत्ता को लोगों को बताऊं ताकि आपकी सत्ता बिना कुछ किया समाप्त हो जाए 

प्रधानमंत्री जी 
मेरा पहला सत्याग्रह परम सम्माननीय अन्ना हजारे (पिता तुल्य) की सपोर्ट में 2011 में इंडिया अगेंस्ट करप्शन में 8 दिन के अनशन था मनमोहन सिंह के जमाने के कलेक्टर नित्य आते थे और इस कोशिश में लगे रहते थे कि किस तरीके से अनशनकारी के प्राण की हिफाजत की जाए 2022 जनवरी में गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति के भ्रष्टाचार के विरुद्ध अनशन किया 12 वें दिन मैंने सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय को अपनी प्राण की हिफाजत के लिए एक PILभेजा 13 वें दिन 8 फरवरी को अनशन समाप्त हुआ गांधी जयंती 2 अक्टूबर को बेसहारा लोगों के रहने के 'आसरा आवास' में पानी बिजली शिक्षा के लिए 9 दिन का अनशन किया 2 अक्टूबर को मुझे गिरफ्तार कर लिया गया मोबाइल कोतवाली पुलिस गोरखपुर नें छीन ली मैं पानी के लिए तड़प गया अनशन का पहला दिन था.आपकी सत्ता में जीवन' गौण हो चुका है विगत 10 वर्ष में मैंने चार दर्जन से अधिक सत्याग्रह एक दर्जन से अधिक अनशन के साथ सरकार ने क्या किया? एक जाँच करा लें।अनशन के कारण मेरे शरीर से विटामिन  K,D समाप्त हो गया सिर  के बाल लगभग समाप्त हो गए फेफड़ों में मेरे सूजन आ गई मेरे सत्याग्रह एवं अंनशान से तंग मेरी पत्नी विगत एक वर्ष से मानसिक रोगी हो चुकी है जिला चिकित्सालय में उनकी भर्ती एवं इलाज चल रहा है यह सब कुछ आपकी क्रूर सत्ता का रिजल्ट है.सत्ता की भूख मिटाने के लिए और सत्ता पर कब्जा बनाए रखने के लिए आपने झूठ एवं हिंसा नफरत जाति की मदद ली है प्रशासन पर भी इसका प्रभाव दिखाई दे रहा है सत्याग्रह के साथ प्रशासन लगता है जीव जंतु जैसे व्यवहार करता है। जब मैं सत्याग्रह के लिए निकलता हूं मेरी सुरक्षा में कोई नहीं रहता परंतु मेरे विरुद्ध मुकदमा दर्ज करने सत्याग्रह से रोकने पीछे धकेलनें के लिए पुलिस लगी रहती है. 2014 में आपके चुनावी कार्यक्रम 'चाय पर चर्चा' का संचालन' एवं स्वागत करने वाला मैं  एवं मेरी पत्नी जिला चिकित्सालय गोरखपुर में जीवन से जंग लड़ रहे हैं सत्याग्रह से मेरा शरीर जर्जर हो चुका है मैं बेहद कमजोर हो चुका हूं मेरी मेधावी पत्नी मानसिक रूप से विकलांग हो चुकी है। सत्याग्रही 'जीवन हथेली पर लेकर चलता है मैं अपनी कमजोरी नहीं बता रहा हूं आप और आपकी सत्ता कितनी क्रूर हो चुकी है इसको बता रहा हूं..मैं चाहता हूं गरीबी महंगाई समाप्त कर दीजिए जो एक दिन का काम है यदि नहीं कर सकते तो सत्ता छोड़ दीजिए जो पल भर का निर्णय है नहीं तो आप आपने समूचे दल संसाधन जहाज से चुनाव प्रचार करिए और मैं सत्य अहिंसा तिरंगे से आपकी सत्ता और आपके दल दोनों का पतन कर दूंगा..सत्याग्रहियों के साथ जो दमन का तरीका आपका है वैसा ब्रिटिश हुकूमत में भी नहीं था  अनसनकारी के साथ ऐसा व्यवहार किया जा रहा है लगता ही नहीं वह मनुष्य हो. प्रधानमंत्री जी यह भगत सिंह गांधी अंबेडकर अब्दुल कलाम का देश है. इसके साथ आप क्या कर रहे हैं? 
 
प्रति :--महामहिमा राष्ट्रपति 
 परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय मा मानवाधिकार आयोग
 माननीय गृहमंत्री जी इस उद्देश्य से कि मेरा एवं मेरे परिवार की तत्काल श्रेणीबद्ध सुरक्षा  दी जाय.जब माननीय चोर लुटेरे अपराधी को श्रेणीबद्ध सुरक्षा दी गई है तब सत्याग्रही को सुरक्षा देने में देर क्यों?

डॉ संपूर्णानंद मल्ल            पूर्वांचल गांधी
 सत्यपथ ps शाहपुर गोरखपुर
9415418263  94152 82102

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