राजीव कुमार आर्य के नेतृत्व में शैक्षिक सेमिनार संपन्न, बांटे गए पुरस्कार

राजीव कुमार आर्य के नेतृत्व में शैक्षिक सेमिनार संपन्न, बांटे गए पुरस्कार

प्रतापगढ़ संवाददाता गणेश राय 
भारतीय जीवन बीमा निगम प्रतापगढ़ की यूनिट 31102 के विकास अधिकारी राजीव कुमार आर्य के नेतृत्व में शैक्षिक सेमिनार एवं सम्मान समारोह का आयोजन होटल शशांक में किया गया। सर्वप्रथम सर्वशक्तिमान ईश्वर के समक्ष दीप प्रज्वलन हुआ।
अतिथियों एवं अभिकर्ताओं का स्वागत करते हुए जुझारू विकास अधिकारी राजीव कुमार आर्य ने कहा कि सफलता बहादुर लोगों के ही पास रहती है, जो कीर्तिमान बनाते हैं। जो भीड़ का हिस्सा होते हैं उन्हें कोई नहीं पूछता। आप कीर्तिमान बनाएंगे तो नंबर वन रहेंगे नंबर वन को ही दुनिया देखती है। आप काम में जुटे रहे निराश ना हो हम आपके साथ हैं।

प्रबंधक वित्त लेखा मोहन राम शर्मा ने 9 अगस्त के बीमा मेला एवं बीमा क्रांति महोत्सव के विषय में जानकारी देते हुए कहा कि मार्केटिंग बिज़नेस हेतु तुरंत का लाभ नहीं बल्कि आगे के लाभ के विषय में सोचना है। कहा कि जो लक्ष्य भेदता है। वही नाम कमाता है।

अध्यक्षता करते हुए प्रख्यात साहित्यकार एवं पूर्व बाल न्यायाधीश डॉ0 दयाराम मौर्य 'रत्न' ने कहा कि जो भीड़ से अलग दिखाई पड़ते हैं उन्हीं को सब देखते हैं। अतः बीमा क्रांति महोत्सव में प्रथम स्थान प्राप्त करें नाम होगा।
मुख्य अतिथि के रूप में बोलते हुए एल आई सी प्रतापगढ़ के मुख्य प्रबंधक दीपक चावला ने अनेक लाभकारी योजनाओं के विषय में बताया। कहां की जीवन आराम करने के लिए नहीं है। संघर्ष करना आवश्यक है। समाज में अपनी बातें बेझिझक रखिए। निश्चय ही सफल होंगे। 

सहायक शाखा प्रबंधक पंकज सिंह ने प्रोजेक्टर के माध्यम से जीवन में सफल होने के तरीके बताएं। उन्होंने बीमा योजनाओं का विश्लेषण किया।
बीमा क्षेत्र में अधिक उपलब्धियां प्राप्त करने वाले मीला शुक्ला, राघव सिंह, विनय कुमार सिंह, अशोक कुमार सिंह, राम सजीवन वर्मा, सतीश चंद्र त्रिपाठी, संजीव शर्मा, शोभित मिश्र को शानदार पुरस्कार दिए गए।

इस अवसर पर एलायंस क्लब इंटरनेशनल के अंतरराष्ट्रीय निदेशक रोशनलाल उमरवैश्य, अम्मा साहेब ट्रस्ट के ट्रस्टी आनंद मोहन ओझा, सुनील कुमार सिंह, ओम प्रकाश शुक्ला, मुस्कान विश्वकर्मा, दीपा बरनवाल, विवेक यादव इत्यादि की सशक्त उपस्थिति रही।
समारोह का बेहतरीन संचालन विकास अधिकारी राजीव कुमार आर्य ने किया। आभार भी प्रकट किया।

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