शाहजहांपुर में अधीक्षण अभियंता विद्युत का दो बार तबादला हुआ दोनों बार रुकवाया क्यों..?

शाहजहांपुर में अधीक्षण अभियंता विद्युत का दो बार तबादला हुआ दोनों बार रुकवाया क्यों

यूं तो तबादला होना एक आम बात है कि सिस्टम है एक जगह से एक व्यक्ति जाएगा तब दूसरा पहुंचेगा यह एक सिस्टम है सिस्टम से ऊपर निकल गया शाहजहांपुर जिले का अधीक्षण अभियंता जिसका दो बार तबादला किया गया पहला ट्रांसफार्मर 2/3/24को हुआ उन्होंने रुकबा लिया 
दूसरा 29/6/24को तब रुकवा लिया
आखिर ऐसी कौन सी बजह  है शाहजहांपुर में जो जेपी वर्मा अधीक्षण अभियंता अपना ट्रांसफर रुकवा लेते है आपको बता दे पॉवर कॉरपोरेशन के CMD और MD भी ने इनका ट्रांसफर किया मगर उन्होंने बड़ी होशियारी से अपना तबादला रुकवा लिया बात करी जाए  जेपी बर्मा के कार्यकाल की कार्यकाल पर भी काफी दाग लगे हुए हैं जो किसी भी डिटर्जेंट पाउडर से धूल नहीं सकते चलिए आपको बताते हैं इन पर कैसे क्या-क्या आरोप लगे हुए हैं जय प्रकाश वर्मा अधीक्षण अभियंता 
अपने पूरे सेवाकाल में सबसे ज्यादा दंड पाने वाले अभियंता रहे है
इन्होंने अपनी तैनाती के दौरान एक फैक्ट्री में करोड़ों की बिजली चोरी कराते पकड़े गए थे साथ एक बार सेवा से बर्खास्त हुए  बाद में हाइकोर्ट से बहाल हुए नौ वेतन वृद्धियां रोकी गई और टेंडर घोटाला, संविदा कर्मी घोटाला, ट्रांसफर पोस्टिंग घोटाला, बिजनेस प्लान कार्य घोटाला ऐसे कई आरोप इन पर लगाते रहे हैं मगर सोचने वाली बात यह योगी सरकार में भ्रष्टाचार मुक्त कहा जाता है और ऐसे भ्रष्टाचारी जेपी वर्मा आखिर कैसे बिजली विभाग के इतने बड़े पद पर विराजमान है इतने दंड पाने के बाद भी प्रोन्नति पाना और मंडल में तैनाती पाना वास्तव में शासन प्रशासन के मुंह पर तमाचा सा है लेकिन यूपीपीसीएल के मुखिया भी अधिक्षण अभियंता श्री जय प्रकाश वर्मा की तागत के आगे बेबस नजर आते हैं बड़ी बात तो यह समझ में नहीं आती आखिर जेपी वर्मा को शाहजहांपुर जिले से ऐसी कौन सी मोहब्बत है कहीं ना कहीं बड़े सवाल खड़े करता कि आखिर वर्मा जी शाहजहांपुर जिले से जाना क्यों नहीं चाहते और क्यों अपना बार-बार तबादला रुकवा लेते हैं और क्यों तबादला रोका जा रहा है इतने आरोप लगने के बावजूद भी पद पर तैनात हैं

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