प्रधानमंत्री जी,पहले कर" एवं कीमतों की बेडियो से आजाद करिये तब तिरंगा फहराइये

14 अगस्त 2024
"प्रधानमंत्री जी'
हमें संविधान चाहिए न कम न अधिक'
पहले कर" एवं कीमतों की बेडियो से आजाद करिये तब तिरंगा फहराइये 
पेट पर टैक्स अनाज खाकर जीवित रहने वाला मनुष्य नहीं लग सकता.

@ आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा  जीवन एवं प्राण है जीवन के अधिकार अनु 21 की हत्या है इस पर 'कर' क्रूरता'एवं अपराध है इसे समाप्त कर दें..जीवन' संविधान'की रक्षा करें.
@ शिक्षा चिकित्सा रेल 'एक समान 'शुल्क रहित'करें इसपर  कर 'लगाने और कीमतें बढ़ाने की क्या जरूरत है?
@ निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स कहीं आने-जाने की हमारी स्वतंत्रता की हत्या है पथकर सरकारी डकैती है समाप्त कर दें 
@सरकारी कर्मचारियों के बुढ़ापे का 'प्राण पेंशन' पुनर्जीवित कर र्दे 
@ घरेलू गैस सिलेंडर ₹500 प्रति करें गरीबों को फ्री गैस दें

चुकी जीवन की उक्त सभी ज़रूरतें विधायिका कार्यपालिका के सदस्यों को फ्री दी जाती है फिर लोगों से टैक्स क्यों?

'प्रधानमंत्री जी' 5 किलो अनाज अनाज में जीवन खोजने वाले 80 करोड़ कंगाल'एवं 22 करोड़ कुपोषित जिनके पास फूटी कौड़ी नहीं है बताइए वे लोग जीवन की ज़रूरतें कैसे पूरा करेंगे? कोई गरीब 900 का गैस सिलेंडर कैसे खरीदेगा?

प्रधानमंत्री जी कई सौ पत्र /ज्ञापन सरकार को प्रेषित किया 
परंतु आंधी गूंगी बहरी सरकार ने किसी पत्र का जवाब नहीं दिया इसमें लोकतंत्र समानता'स्वतंत्रता' कहां है?

जीवन 'स्वतंत्रता' छीनने वाली सरकार क्यों स्वीकार करूं?कर एवं कीमतों में वृद्धि के 'मनमानी आदेश' वापस ले लीजिए अन्यथा इसे उसी ढंग से तोडूंगा जैसे गांधी ने अंग्रेजों का नमक कानून तोड़ा था..

प्रधानमंत्री जी खाना' बोलना 'चलना'मां से हासिल ऐसा 'नैसर्गिक अधिकार' है जिसे कोई नहीं छीन सकता।संविधान में इसके सुरक्षा की गारंटी दी गई है आपने इस iटैक्स ललागा 

सत्य अहिंसा की पूaरी ताकत से कहता हूं कि जिस दिन सत्ता के सच को लोगों को बताऊंगा,आपकी सत्ता घुटने टेक देगी। बस सत्याग्रह'करने दीजिए। जब भी सत्याग्रह करने चलता हूं पुलिस बल पूर्वक दबा देती है 
 
 पूर्वांचल गांधी:     
9415418263

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ