मंत्री जी""जिंदगी खटाखट नहीं है इसको चलाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है"

14 सितंबर 2024
"माननीय विदेश मंत्री जी" 

"जीवन'मानवता'विज्ञान'संविधान की हिफाजत चाहता हूं"

" मंत्री जी"
"जिंदगी खटाखट नहीं है इसको चलाने के लिए मेहनत करनी पड़ती है"             
                                       यश जयशंकर विदेश मंत्री
'कैजुअल टिप्पणी है' ऐसी टिप्पणी या तो सड़क छाप आदमी कर सकता है या श्रमिक' किसान' कर सकता है जो 'श्रम"की रोटी खाता है परंतु स्वतः खटाखट''बिनाश्रम'ऐश्वर्या विलासिता का जीवन जीने वाला कोई मंत्री ऐसा बयान कैसे दे सकता है?

 'मंत्री जी'
मैंने अपनी पुस्तक 'हर्ट आफ डेमोक्रेसी में (अप्रकाशित)विचार रखा है कि विधायिका' कार्यपालिका' में प्रवेश से पूर्व कोई व्यक्ति न्यूनतम 10 वर्ष श्रमिक' किसान' के रूप में काम किया हो और जिसकी न्यूनतम उम्र 35 वर्ष हो। बिनाश्रम'खाने वाले को लोग'हरामखोर'कहते है। मैं मानता हूं मंत्री कोई श्रम'नहीं करता वरन श्रमिकों किसानों के श्रम'एवं करदाताओं के कर' पर पलने वाला परजीवी' है।

"मंत्री जी"
आपके बेहद 'गैरजिम्मेदाराना'टिप्पणी के दो विकल्प हैं 'इस्तीफा' या राष्ट्रपति द्वारा आपको मंत्री पद से हटा देना।

"मंत्री जी"
खटखट'एवं बिनाश्रम'वालों से देश आजाद नहीं हुआ है मदनलाल ढींगरा भगत सिंह सुखदेव राजगुरु बिस्मिल्लाह स्पार्क रोशन राजेंद्र चंद्रशेखर आजाद लाहिड़ी उधम सिंह की फांसी एवं कुर्बानी का परिणाम है यह गांधी अंबेडकर कलाम का महान मुल्क है।

कॉपी         महामहिम राष्ट्रपति 
            सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय
           राहुल गाँधी माननीय नेता विपक्ष

डॉ संपूर्णानंद  मल्ल               पूर्वांचल गांधी            
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