रविवार का दिन सूर्य देव को समर्पित है --

रविवार को भगवान सूर्य की उपासना बहुत ही पुण्य कारी मानी जाती है- 
उगते सूर्य का दर्शन करते हुए" ऊं सूर्याय नमः "के मंत्र से जल अर्पित करें --रघुबर 
विशेष धार्मिक संवाददाता सिधौली--सीतापुर 
यश सम्मान, नौकरी, व्यापार, पिता और स्वास्थ्य के कारक ग्रह हैं -सूर्य देव
सूर्य देव पृथ्वी मण्डल पर साक्षात देवता हैं जिनके प्रकाश से समस्त प्राणियों, पेड़ पौधे पशु-पक्षी और जमीन पर उगने वाली सभी चीजों को आवश्यक ऊर्जा मिलती है।
रविवार का दिन सूर्य देव का दिन माना जाता है इस दिन प्रातः ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान आदि से निवृत होकर उगते सूर्य देव को देखते हुए "ऊं सूर्याय नमः ॐ दिवाकराय नमः ॐ भास्कराय नमः "के मंत्र जप को अर्घ्य दें। ऐसा करने से सूर्य देव भगवान की कृपा हमारे परिवार पर बनी रहती है।
सूर्य देव को हिरण्य गर्भ भी कहा जाता है यानी जिसके गर्भ में ही सुनहरे रंग की आभा विद्य्यमान है।
सूर्य देव भगवान के मंत्र हैं -
ऊं सूर्याय नमः ॐ दिवाकराय नमः ॐ भास्कराय नमः ॐ रवये नमः ॐ मित्रायनम: ऊं खगाय नमः ॐ भानवेनम : ऊं हिरण्यगर्भायनम: ऊं आदित्याय नमः ॐ सावित्रे नमः ॐ अर्कायनम: ऊं मारीचायनम: ऊं पूष्णेनम: ऊं खगाय नमः ।
सूर्य देव भगवान को साक्षात देवता मानते हुए पूजन करें तथा जीवन में उन्नति होगी।
रघुबर दयाल शुक्ल गुरु जी सीताराम व्यवस्थापक/महामंत्री श्री सिद्धेश्वर महादेव धाम सिधौली सीतापुर उत्तर प्रदेश 
8840346473

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