एटा में गायों की हो रही है दुर्दशा, गौशाला में मृत गाय के पैर बांधकर ट्रैक्टर से खींचने का वीडियो वायरल

गाय रक्षा को लेकर मुख्यमंत्री  के आदेश बने मखौल, नही सुधरे वृहद गौशाला के हालात।

एटा उत्तर प्रदेश के एटा जनपद की तहसील जलेसर क्षेत्र के  निधौली रोड स्थित लगभग सभी 40 बीघा में  निर्मित वृहद गौशाला संरक्षण केन्द्र प्रशासन की लापर वाही के चलते अपनी दुर्दशा पर आंसू बहा रहा है गौशाला के संचालक बेलगाम हो गये है और अधिकारी इस बड़ी घटना की लीपापोती करने में मदद जुटे हैं? 
काश इस घटना से पहले से अधिकारी चेत जाते तो घटना को टाला जा सकता था एक प्रशन यह भी है कि जब गौ शाला में पूर्व से पानी निकलने की व्यवस्था नहीं की गयी थी तो इस बरसात में गौशाला में  रह रही गायों के जीवन को बचाने की व्यवस्था क्यों नहीं की गयी तथा निर्माण से पूर्व जल निकासी के लिए नाला क्यों नहीं बनाया गया है और जब नाला नहीं था तो इस गौशाला के निर्माण की अनुमति किस अधिकारी ने दी सभी पर इस मौत के बाद सवाल उठने लगे हैं जबकि  प्रशासन सिर्फ एक ही गाय के मरने की पुष्टि कर रहा है जबकि वीडियो बनाने वाला किसान यूनियन भानु का कार्यकर्ता पांच गायों के मरने की बीडीओ वायरल कर रहा है । आपको बता दें कि बीते सप्ताह  जिलाधिकारी द्वारा कार्रवाई किये जाने के साथ साथ दी गयी  चेतावनी के बावजूद गौशाला की व्यवस्था में कोई सुधार तक नही हुआ है। जब पांच गाय मरने की वीडियो वायरल हुई तो प्रशासन एक्टिव हुआ। 
रविवार को सोशल मीडिया पर एक बार फिर गौशाला का एक वीडियो वायरल हो गया। वायरल वीडियो में कर्मचारी एक मृत गाय के शव को ट्रैक्टर से खींच कर ले जाने के लिये एक पैर बांधे खड़ा है। गौशाला में हो रही गौवंशो की दुर्दशा को लेकर विभिन्न संगठनों में आक्रोश व्याप्त हो गया है। हिन्दू एकता समूह एवं गौ संरक्षण दल द्वारा जिलाधिकारी एटा प्रेम रंजन से गौशाला संचालकों के विरुद्ध कड़ी कार्रवाई की मांग की है।  
जलेसर निधौली रोड स्थित  ग्राम पंचायत जलेसर देहात की वृहद गौशाला में पाँच गायों की भूख से मरने सम्बन्धी एक वीडियो रविवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वायरल वीडियो में गौशाला संचालकों एवं कर्मचारियों द्वारा एक मृत गाय का शव के पेर ट्रैक्टर से बांध कर खींचने की तैयारी की जा रही है। वृहद गौशाला के अन्दर भारी तादाद में कीचड़ गंदगी तथा जल भराव व्याप्त है। कुछ अन्य मरी हुई गायों को कीचड़ में पड़ा होना भी वायरल वीडियो में दर्शाया गया है। सोशल मीडिया पर वीडियो वायरल होने के बाद स्थानीय प्रशासन एवं गौशाला प्रशासन में हड़कम्प मच गया है।जिम्मेदार कॉल उठाने तक की जहमत नही उठा रहे हैं। सूत्रों की माने तो सर्दी हो गर्मी या फिर बरसात का मौसम इस गौशाला के यही हालत बने रहते हैं। 


अभी कुछ दिन पूर्व जिलाधिकारी दारा गौशाला में भी सुधार के आदेश दिए थे उनके आदेश भी हवा में उठाये जा रहे हैं  बीते सप्ताह इसी गौशाला में भूख से लगभग आधा दर्जन गाय मर गई थी। सोशल मीडिया पर घटना के वायरल होते ही डीएम प्रेम रंजन सिंह द्वारा पंचायत सचिव बिमलेश कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया था। जबकि बीडीओ जलेसर व ग्राम प्रधान जलेसर देहात को कारण बताओ नोटिस जारी किये गये थे। इसके बावजूद गौशाला की दयनीय हालत में जिम्मेदारों द्वारा कोई सुधार नही किया गया है। 
आज भी गौशाला के हालात ज़स के तस हैं ,  हिन्दू एकता समूह के संरक्षक शुभम हिन्दू का कहना है कि ग्राम पंचायत जलेसर देहात के नियन्त्रणाधीन वृहद गौशाला में कभी हरा चारा मौके पर नही मिला है। अत्यन्त खराब भूसा गौवंशो को खिलाया जाता है। कीचड़ और गन्दगी का हर मौसम में अम्बार लगा रहता है।  शिकायत के बाबजूद अधिकारी कार्रवाई करना तो दूर समस्या को सुनते नही है। गौ संरक्षण के नाम पर शासन से मिलने वाली धनराशि का बन्दरबांट किया जा रहा है।  
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ गौवंशो की देखभाल के लिए गौशालाओं को हर वर्ष करोड़ो रूपये भेज रहे हैं। मगर गौशाला संचालक अधिकारियों की मिली भगत से शासन से आने वाली धनराशि का बन्दरबांट करने में लगे हुए है। शिकायत करने पर आरोपियों के विरुद्ध कार्रवाई नही की जाती है अपितु शिकायतकर्ताओं को प्रपंच रचकर फंसाया जाता है।ताकि वह पुनः ऐसी शिकायत नही कर सके। इसलिए गहरी नींद में सो रहे स्थानीय प्रशासन को जगाने के लिए तहसील कार्यालय का घेराव कर आन्दोलन किया जाएगा।
गौशाला कर्मचारियों ने भाकियू कार्यकर्ताओं पर मारपीट का आरोप लगाया हैं । रविवार को वृहद गौशाला का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद  खण्ड विकास अधिकारी पीएस आनन्द ने बताया कि गांव  दौलतपुर मुश्की के ग्रामीणों के साथ भाकियू भानु के कार्यकर्ता रविवार को गौशाला पहुंचे थे।गौशाला का गेट खुलने में देरी होने पर भाकियू कार्यकर्ता दीवाल पर चढ़कर अन्दर घुस गये और उन्होंने केअर टेकर के  साथ मारपीट की गयी। इस संबंध में उच्च अधिकारियों को भी अवगत करा दिया गया है।
पोल न खुले इस कारण सफाई देने में जुटे जिम्मेदार  वृहद गौशाला की घटना के सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद तहसील व ब्लॉक प्रशासन में हड़कम्प मच गया है। बीडीओ पप्पू सिंह आनन्द द्वारा कहा गया है कि गौशाला में काफी दलदल होने की वजह से मृत गाय के शव को लोगो द्वारा उठाकर ले जाना सम्भव नही हुआ था। जिसके कारण ट्रैक्टर से गाय का शव खिंचबा कर अंतिम संस्कार के लिए ले जाया जा रहा था। उन्होंने अपना बचाव करते हुए बरसात के बाद तालाब निर्माण सहित स्थायी इंतजाम कराये जाने की बात कही है। जबकि बीडीओ साहब काफी समय से इस ब्लॉक में तैनात हैं इससे पूर्व उन्हें नाला या तालाब बनवाने का ख्याल क्यों नहीं आया? 
 उधर एसडीएम बिपिन कुमार मोरेल द्वारा एक गाय के मर जाने की बात कही गई है। जबकि वायरल वीडियो में एक से अधिक गायों के मृत होना दिखाया गया है। लगभग एक सप्ताह पहले ही एसडीएम द्वारा स्वम गौशाला का निरीक्षण किया गया था। उसके बाबजूद गौशाला की व्यवस्थाओं में सुधार नही होना गौशाला संचालकों की मनमानी और शासन की मंशाओं को पलीता लगाने का ज्वलंत उदाहरण है।साथ ही एस डीएम अपनी जांच के दौरान किसी भी मीडिया कर्मी को नहीं ले गये और न उनके फोन ही उठाये सीधी एक वीडियो जारी कर लीपापोती कर दी गयी। मृतक गाय का पोस्ट में मार्टम भी नहीं कराया गया जिससे कि मरने का कारण स्पष्ट हो सके। 
पशु चिकित्सा अधिकारी ए के सिंह ने बताया कि आज गौशाला में बर्षा के चलते जल भराव तथा भारी कीचड़  थी वहां मैंने जाकर देखा कि पांच  गाय बेहद  बीमार है जो कींचड में भी पडी हुई हैं जिनमें से  एक गाय की मौत हो चुकी है। जिसका अंतिम संस्कार कर दिया गया है कि मृतक गाय के पोस्टमार्टम के सवाल पर उन्होंने कहा अगर कोई संदिग्ध स्थिति होती है तो उस पशु का पोस्टमार्टम कराया जाता है गौशाला में पर्याप्त संख्या में चारा तथा भूसा उपलब्ध है भूख से मरने के आरोप न  के बराबर है।  उन्होंने कहा मुझे नहीं लगता कि गाय की भूख से मृत्यु हुई होगी।

जबकि इस मृतक गाय के पैर बांधकर ट्रैक्टर से खीचकर ले जाना मानवता को शर्मसार करने का वीडियो वायरल हो रहा है अभी तक ट्रैक्टर से बांध कर खींचने पर कोई भी जांच किए जाने की विज्ञप्ति प्राप्त नहीं कर हुई है। हिन्दू वादी संगठन के नेता नेत्रपाल सिंह ने इस संवेदनशील हरकत में भी दोषियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की मांग की है।

एक टिप्पणी भेजें

0 टिप्पणियाँ