निवर्तमान डीएम उमेश मिश्रा को दी गई भावभीनी विदाई

 
सम्मानपूर्वक दी गई स्थानांतरित डीएम उमेश मिश्रा को विदाई*

*गैरजनपद में स्थानांतरित होने पर डीएम उमेश मिश्रा को दी गई भावपूर्ण विदाई*
    
 *कुशीनगर* 
  कुशीनगर जिलाधिकारी उमेश मिश्रा का स्थानांतरण गैर जनपद मुजफ्फरनगर होने पर शनिवार को कलेक्ट्रेट कार्यालय कक्ष में समस्त विभागो के संयुक्त तत्वावधान में सम्मान समारोह आयोजित कर उन्हें भावपूर्ण विदाई दी गई। कलेक्ट्रेट कार्यालय कक्ष में उपस्थित अधिकारियों ने बारी बारी से जिलाधिकारी के साथ कार्य अनुभवों का साझा किया। अधिकारियों व कर्मचारियों द्वारा निवर्तमान डीएम उमेश मिश्रा को माला पहनाया गया, बुके दिया गया एवं महात्मा बुद्ध की प्रतिमा स्वरूप स्मृति चिह्न भेंट किया गया। उपस्थित सभी अधिकारियों द्वारा उनके कार्यकाल की सराहना मुक्त कंठ से की गई। 
        कलेक्ट्रेट एवं विकास भवन के अधिकारियों तथा कर्मचारियों के संयुक्त संयोजन में विदाई समारोह आयोजित कर निवर्तमान जिलाधिकारी को सम्मानित किया गया। इस दौरान जिलाधिकारी श्री मिश्रा ने कहा कि स्थानांतरण सर्विस का एक अभिन्न अंग है। अपने लगभग एक वर्ष के कार्यकाल के दौरान उन्होंने सभी अधिकारियों से मिले सहयोग के लिए आभार जताया। सभी अधिकारियों व कर्मचारियों ने उनकी कार्यों की सराहना की। कहा की मेरे पश्चात आने वाले नवागत जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व में जनपद में विकास के कार्यों को और गति मिलेगी। जिलाधिकारी श्री मिश्रा ने अपेक्षा कि, की कुशीनगर के विकास के मद्देनजर सभी अधिकारी टीम के रूप में कार्य करते रहे। जो प्यार , आदर और सम्मान मिला है उसे जीवन भर नहीं भुला सकता।

 उपस्थित अन्य अधिकारियों ने कहा कि यहां जिलाधिकारी के पॉजिटिव आइडिया और नए-नए सजेशन से बहुत कुछ सीखने को मिला।  हर समस्याओं के निवारण में जिलाधिकारी मार्गदर्शन देते रहे है। लोकसभा का चुनाव आयोग के निर्देशों के अनुरूप इनके कार्यकल में सकुशल संपन्न हुआ, किसी को कोई दिक्कत नहीं हुई। 

*लोकप्रिय जिलाधिकारी की कार्यशैली थी आम जनता में चर्चा का विषय*

गौरतलब है कि -
• जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व में जिले के विकास के आयाम में नए पंख जुड़े।
•  जिलाधिकारी ने कार्यकाल के दौरान कसया स्थित बुद्धा घाट हिरण्यवती नदी को पर्यटन के दृष्टिगत विकास कार्य को मूर्त रूप दिया।
• किसानी से उद्यमिता की ओर अभियान चलाते हुए यहां के केला और हल्दी किसानों को प्रोत्साहित करते हुए उनके विकास के साथ साथ जनपद को उद्योग के क्षेत्र में विकास कर मार्ग प्रशस्त किया।
• *तहसील आपके द्वार* अभियान के माध्यम से हजारों की संख्या में जनपदवासियों को सरल व सुलभ न्याय की व्यवस्था मिली, जिसके परिणाम स्वरूप हजारों की संख्या में पुराने से पुराने विवादों का निस्तारण संभव हुआ।
• तहसील आपके द्वार अभियान प्रदेश भर के 75 जनपदों में एक नजीर साबित हुई।
• पर्यटन के क्षेत्र में कुशीनगर में अनेक परियोजनाओं को भौतिक पटल (भूतल) पर लाते हुए उन्हे मूर्त रूप प्रदान किया गया।
• जिलाधिकारी की कार्यशैली और आम जनमानस से कनेक्ट कर उनकी परेशानी गंभीरता पूर्ण सुनकर गुणवत्तापूर्ण निस्तारण करने की कुशल छवि से आम जनमानस के हृदय में घर कर जाती थी। 
• जनता दर्शन के दौरान प्रतिदिन लगभग प्रातः 10.00 से 2.00 बजे तक अथवा कार्य समाप्ति तक दूर दूर से आए किसानों, आम जनमानस की समस्याओं को सुनकर परिवार के मुखिया की भांति उन्हे समझाने की प्रवृति और तत्काल फोन कर जनता की समस्याओं का निस्तारण हेतु दूरभाष पर संबंधित अधिकारी को निर्देशित करने की प्रवृति लोक चर्चा का विषय बनी हुई थी।
• जिलाधिकारी के कुशल नेतृत्व में विभिन्न तहसीलों एवं नगर निकायों को आईजीआरएस व अन्य क्षेत्रों में प्रथम रैंक मिला, साथ ही पुरस्कृत भी किया गया।
उनके कार्यकाल में जिले का बहुमुखी विकास हुआ है। कई ऐसी योजनाओं को गति प्रदान की गई जो आने वाले दिनों में जिले के लिए मील का पत्थर साबित होगें।
 इस अवसर पर मुख्य विकास अधिकारी गुंजन द्विवेदी, अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व वैभव मिश्रा, अपर जिलाधिकारी न्यायिक प्रेम कुमार राय, एएसपी रीतेश कुमार सिंह,परियोजना निदेशक जगदीश त्रिपाठी, डीसी मनरेगा राकेश, डीआईओ एनआईसी मनीष कुमार गुप्ता, समस्त तहसील के उप जिलाधिकारी गण, अधि0 अधिकारीगण, बीडीओ, क्रीड़ा अधिकारी, सीएमओ सुरेश पटारिया , जिला कृषि अधिकारी डा मेनका, जिला उद्यान अधिकारी कृष्ण कुमार, जिला पंचायत राज अधिकारी आलोक प्रियदर्शी, बीएसए राम जियावन मौर्य, सीवीओ , समस्त कलेक्ट्रेट एवं विकास भवन के अधिकारियों व कर्मचारियों आदि ने पुष्पगुच्छ, स्मृति चिन्ह, बुके देकर एवं माल्यार्पण कर निवर्तमान जिलाधिकारी को भावभीनी विदाई दी ।
 *दिनेश जायसवाल की रिपोर्ट*

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