प्रधानमंत्री जी"'स्वराज के लिए जान नहीं दे पाया,सुराज के लिए जीवन दूंगा'

23 सितंबर 2024

 "नरेंद्र मोदी माननीय प्रधानमंत्री जी"
'स्वराज के लिए जान नहीं दे पाया,सुराज के लिए जीवन दूंगा'
. 'महोदय'
हमें नहीं मालूम आपका 'सुराज क्या है?और किस सुराज'के लिए आप जीवन देंगे?परंतु 10 वर्ष की अपने सूराज में आपने 
 5 किलो अनाज में जीवन तलाशने वाले 80 करोड़ कंगाल' 22 करोड़ कुपोषित' 42 करोड़ बेरोजगार'सरकारी संसाधन' संपत्ति की बिक्री' ₹400 का गैस सिलेंडर 1200'₹50 का डीजल पेट्रोल ₹100' शिक्षा चिकित्सा रेल महंगी कीमतों पर बाजार में बेची'आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर GST लगायी'बलात्कार'हिंसा 'और भगत सिंह गांधी अंबेडकर कलाम के इस महान मुल्क को 'विदेशी मदिरा बेचने की मंडी' में बदल दी. आपके सुराज में मंदिर मूर्तियां कॉरिडोर एक्सप्रेसवे इंटरनेशनल एयरपोर्ट वंदे भारत ट्रेन सेंट्रल विस्टा है 
'
महोदय'
हमारा जीवन'स्वतंत्रता' हमारा संविधान' हमसे मत छिनिये. 
@ आटा चावल गेहूं दाल तेल चीनी दूध दही दवा जीवन'है प्राण'है इस पर टैक्स'अनाज खाकर जीवित रहने वाली मनुष्य जाति नहीं लगा सकती,आपने लगाया। क्या यही सूरज है? यह असंवैधानिक"हैऔर अपराध'भी। तत्काल समाप्त करें दी
@शिक्षा चिकित्सा रेल महंगी कीमतों पर बाजार में बेचना क्या यही सूराज' है? इसे 'एक समान' एवं निशुल्क'करे 
@ निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स कहीं"आने जाने की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार की हत्या' है जब माननीय से लेकर तीन दर्जन से अधिक VIP की गाड़ियों पर टोल टैक्स नहीं लगता तब लोगों की गाड़ियों पर,जिन्होंने सड़क के लिए अपनी जमीन दी''धन दिया'श्रम से सड़के बनाई' टोल टैक्स क्यों? क्या 'समानता के मौलिक अधिकार की हत्या सुराज है? निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त करें ताकि सुराज कायम हो @जीएसटी उत्पादन का अधिकतम 1/6 भाग कीजिए ( परंपरागत टैक्स रेट) भारवाही गाड़ियों पर टोल टैक्स ₹1 प्रति किलोमीटर करें डीजल ₹50/ ली करें ताकि महंगाई मर जाए.महंगाई बिना मारे आपका सुराज शोषण राज रहेगा.
@कुपोषितों गरीबों को गैस सिलेंडर फ्री दीजिये 
@बेरोजगारी एवं गरीबों के रहते  सुराज कैसा ? इसके लिए प्रत्येक जिले में एक कृषि आधारित केंद्रीय उद्योग' डेयरी उद्योग' स्थापित करिए जहां बेरोजगारों को पीएफ पेंशन की नौकरी मिले। सामान विदेश भेज कर देश धनी एवं समृद्ध बने
@ अब तक निजी हाथों को बेची गई सरकारी संपत्ति संसाधन छीन ली जाए जिसमें ट्रस्ट'मंदिर'मस्जिद'पीठ' सभी संपत्ति शामिल है @भारत भूमि पर विदेशी मदिरा की बिक्री बंद कर दें मदिरा की मॉडल शॉप' दुग्ध की शॉप में बदल दी 

'महोदय'
ऐसे लुभावने बयान' देकर भगत सिंह' गांधी'अंबेडकर' कलाम' के इस महान मुल्क को कहां ले जा रहे हैं? 5 किलो अनाज में जीवन खोजने वाले 80 करोड़ कंगाल एवं 22 करोड़ कुपोषित जिनके पास फूटी कौड़ी नहीं है,जीवन की ज़रूरतें कैसे जुटाएंगे?

'महोदय'
आपके सुराज में पत्रों/ज्ञापन का जवाब नहीं दिया जाता। आपकी निरंकुश'सत्ता पतन की ओर बढ़ रही हैं.हमारे पेट'एवं पथ'पर टैक्स लगाकर जीवन'स्वतंत्रता'हमसे छीनने वाली सत्ता अस्वीकार करता हूं। जब,लोक कल्याण पथ'नई दिल्ली  सत्याग्रह करूंगा (अभी अस्वस्थ बीमार हूं ) तब कर"एवं कीमतों"में वृद्धि केआपके'आर्बिट्रेरी ऑर्डर्स'उसी ढंग से तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों का नमक कानून तोड़ा था.

प्रति :-          महामहिमा राष्ट्रपति
    सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय मा मानवाधिकार आयोग
    माननीय गृहमंत्री जी

पूर्वांचल गांधी
9415418263  snm.190907@ yahoo.co.in

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