मुस्लिम लीग' RSS 'असंवैधानिक''अलगाववादी संगठन हैँ

20 सितंबर 2024
 "महामहिम राष्ट्रपति महोदया"

'मुस्लिम लीग' RSS 'असंवैधानिक''अलगाववादी संगठन हैँ
 इन्हें'बैन कर' इनकी परिसंपत्तियों जब्त कर ली जाए. राष्ट्र' की 'एकता 'धीरे-धीरे केंचुए की तरह कमजोर होती जा रही है मुस्लिम लीग की पाकिस्तान मांग से भारत खंडित हो गया अब' हिंदूराष्ट्र'की मांग से भगत सिंह'गांधी'अंबेडकर' कलाम' का यह महान मुल्क टूटेगा। मैं बार-बार निवेदन कर रहा हूं कि मुस्लिम अलगाववादी संगठन' एवं RSS' बैन कर दिया जाए परंतु गृह मंत्रालय" एवं राष्ट्रपति भवन' मेरे पत्रों का जवाब नहीं देता '

महोदया'
जिस प्रकार मुसलमानों के बौद्धिक वर्ग नें 'मुस्लिम लीग' की स्थापना की उसी प्रकार हिंदुओं के पढ़े-लिखे लोगों ने 'हिंदू महासभा' RSS' का गठन किया दोनों ही संस्थाएं आजादी तक ब्रिटिश हुकूमत के साथ खड़ी थी। दोनों ही हिंदू-मुस्लिम' एकता: राष्ट्रवादियों' से नफरत करती थी.

'महोदया' 
 रामप्रसाद बिस्मिल' अशफ़ाकउल्ला' रोशन सिंह' राजेंद्र लाहिड़ी' भगत सिंह'सुखदेव'राजगुरु'की फांसी के उपरांत भारत में कोई ऐसा क्रांतिकारी नहीं था जो भारत की फांसी का बदला वायसराय एर्विन के सीने पर गोली चलाकर लेता उसी प्रकार जैसे मदनलाल ढींगरा' ने लंदन में कर्नल वाइली एवं उधम सिंह' ने माइकल डायर के सीने पर गोली मारी। बुझदिल कायर डरपोंक गोडसे नें 'सत्य''अहिंसा'के गांधी'के सीने पर ही गोली चला दी, जिन्होंने अंग्रेजी 'नमक कानून' तोड़कर इरविन की ब्रिटिश सत्ता को चुनौती दी 

'महोदया '
मैं निजी तौर पर बराबर यह सोचता हूं कि अपने उदय काल  से नफरती'अलगाववादी' लीग' एवं RSS आज़ जीवित क्यो? यह राष्ट्र जितना हिंदुओं का है उतना ही मुसलमान का भी? इसलिए 'राष्ट्र की एकता' के लिए दोनों का अंत जरूरी है'

कॉपी:-- परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय 
               माननीय मानवाधिकार आयोग 
                       माननीय गृह मंत्री

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