"सत्य'अहिंसा' की पूरी ताकत से यह कहना चाहता हूं कि"या तो मंगेश को जीवित करें या STF भंग कर दें, SITअसंवैधानिक है गैरकानूनी' है

16 सितंबर 2024
"माननीय मुख्यमंत्री जी" 
 उत्तर प्रदेश
 
"सत्य'अहिंसा' की पूरी ताकत से यह कहना चाहता हूं कि"या तो मंगेश को जीवित करें या STF भंग कर दें,SIT असंवैधानिक है गैरकानूनी' है।"

' मुख्यमंत्री जी"
माफिया गैंगस्टर श्री प्रकाश शुक्ला की हत्या के लिए मुख्यमंत्री कल्याण सिंह के आदेश पर STF गठित  (1998) की गई थी।श्री प्रकाश शुक्ला के हत्या( 22 सि 1998) के बाद STF को तोड़ने या जारी रखने' का सवाल खड़ा हुआ मुख्यमंत्री कल्याण सिंह नें इसे जारी रखने का हुक्म दिया। बस मुख्यमंत्री के आदेश' एवं मर्जी' से मुठभेड़ एवं हत्या का विभाग STF चलनें लगा। STF का इस्तेमाल "कुर्सी एवं वर्चस्व के इंस्ट्रूमेंट"के रूप में हो रहा है 'अपराध नियंत्रण'से इसका कोई रिश्ता नहीं है. 
असंवैधानिक' गैरकानूनी' STF तत्काल तोड़ा जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो 2 अक्टू गांधी प्रतिमा  GPO लखनऊ में सत्याग्रह"।

 'मुख्यमंत्री जी"
मंगेश की मां को उसका बेटा कौन देगा? उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री देंगे 'या STF की वह टीम देगी जिसका नेतृत्व डिप्टी एसपी डी के शाही कर रहे थे'। यही प्रश्न में 'परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय' जिनकी नजरों के सामने "हत्यारा STF" चल रहा है,, करना चाहता हूं? यह मान भी लिया जाय कि 20 वर्षीय निर्धन मंगेश स्वर्ण व्यवसायी के यहां सोना लूट में शामिल था तो क्या "कानून' एवं न्याय' मंगेश की हत्या की अनुमति देता है'? समाचार में उसकी बहन का रुदन देखकर मेरा कलेजा फट गया वह रोते-बिलखते बार-बार कह रही थी कि लूट के दिन वह मेरे स्कूल गया था.2 तारीख को पुलिस उसे घर से ले गई थी पूछताछ के लिए ------ फिर STF नें उसकी हत्या क्यों कर दी? यह सवाल मैं किससे पूछू? मुख्यमंत्री जी से पूछना चाहता हूं क्या उसे जिंदा कर सकते हैं? क्या उसकी मां को मंगेश वापस कर सकते हैं?किंबदंतियों के अनुसार 'योगी गोरख मरे हुए को जिंदा कर देते थे' क्या योगी आदित्यनाथ ऐसा कर सकते हैं? नहीं कर सकते तो मुठभेड़ एवं हत्या की पर्याय STF नें मंगेश की हत्या क्यों की? 
 
'मुख्यमंत्री जी"
संविधान"एवं कानून"में STF'एनकाउंटर का उल्लेख ' नहीं है एनकाउंटर स्वतः एक अपराध"है….।भविष्य में STF किसी मां से उसका मंगेश न छीन ले इसे समाप्त कर दीजिय,। अपराध एवं अपराधियों को समाप्त करने की आड़ में STF,एनकाउंटर' एवं हत्या' जैसे आपराधिक काम कर रहा है। 

 "मुख्यमंत्री जी'
'माननीय सर्वोच्च न्यायालय' एवं 'मा. मानवाधिकार आयोग' ने एनकाउंटर पर बराबर आपत्ति उठाई है और आदेश जारी किया है. मा सर्वोच्च न्यायालय के पूर्व मुख्य न्यायाधीश जस्टिस एमएम बैकेटचेलैया " हमारे कानून में पुलिस को यह अधिकार नहीं है कि वह किसी व्यक्ति को मार दे जब तक यह साबित नही हो जाता कि उन्होंने कानून के अंतर्गत किसी को मारा है, तब तक यह अपराध माना जाएगा" मानवाधिकार आयोग के अध्यक्ष के रूप में उन्होंने देश के मुख्यमंत्रियों को पत्र लिखा "आयोग को शिकायत मिल रही है कि पुलिस के जरिए फर्जी एनकाउंटर लगातार बढ़ रही है -----नियमों के आधार पर अभियुक्तों को दोषी सिद्ध करने की जगह मरने को तरजीह दी जा रही है" इसके अतिरिक्त माननीय सर्वोच्च न्यायालय एवं मानवाधिकार आयोग का आदेश है कि मुठभेड़ की "तत्काल पुलिस एफआईआर दर्ज 'अपराध की केस' करेगी जिसकी जांच सीआईडी एवं दूसरे पुलिस स्टेशन के अधिकारी करेंगे इस संदर्भ में मजिस्ट्रियल जांच होगी '
CRPC की धारा 46,"अगर कोई अपराधी खुद को गिरफ्तारी से बचने की कोशिश करता है या पुलिस के हिरासत से भागने की कोशिश करता है या पुलिस पर हमला करता है तो पुलिस उस अपराधी का जवाब या हमला कर सकती है" परंतु सत्ता में या सत्ता के गलियारों में रहने वाले गैंगस्टर अपराधी माफिया अपराध करते हैं'भागते भी नहीं फिर STF? इतना भी नहीं कह सकती कि ये अपराधी है.

 'मुख्यमंत्री जी"
व्यवस्थापिका  कार्यपालिका के व्यभिचारी'बलात्कारी' चोर'अपराधियों' ने गांधी भगत सिंह अंबेडकर कलाम के इस महान मुल्क को कहां पहुंचा दिया?'राजनीति की पौधशाला' में पहले तो श्री प्रकाश शुक्ला विकास दुबे अतीक अहमद मुख्तार अंसारी हरिशंकर तिवारी बृजेश सिंह धनंजय सिंह रघुराज प्रताप सिंह बृजभूषण शरण सिंह अमरमणि विनोद उपाध्याय जैसे माफिया गैंगस्टर अपराधी बलात्कारी पैदा हुए और फिर 'हत्या का विभाग बनाया'। श्री प्रकाश शुक्ला के"जिंदा या मुर्दा "हासिल करने के लिए मुख्यमंत्री कल्याण सिंह ने UPSTF गठित( 4 मई 1998) किया. माफिया श्री प्रकाश शुक्ला नें चिल्लूपार के विधायक हरिशंकर शंकर तिवारी के चिल्लूपार गोरखपुर सीट पर अपनी दावेदारी एवं मुख्यमंत्री कल्याण सिंह को मारने की सुपारी ले ली। STF के अनुसार "माफिया गैंगस्टर श्री प्रकाश शुक्ला के हरिशंकर तिवारी( प्रारंभ में संबंध)अमरमणि रमापति शास्त्री मारकंडे चंद्र सुंदर सिंह बघेल शिव प्रताप शुक्ला जितेंद्र बहादुर जायसवाल आर के चौधरी मदन सिंह अखिलेश सिंह अष्टभुजा शुक्ल जैसे नेताओं से संबंध थे"  दैनिक भास्कर" 
इनमें लगभग सभी विधायिका के सदस्य"मंत्री' थे.

मुख्यमंत्री जी"
"अंग्रेजों के IPC में अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष अपनी सफाई /दोषमुक्त होने का अवसर था परंतु  हिंद के हिंदुस्तानी लुटेरों अपराधियों बलात्कारियों के बनाये  STF में केवल गोली नसीब है।

'मुख्यमंत्री जी'
'किस अपराध'और किस अपराधी' की हत्या के लिए
STF गठित की गई? 1980 के बाद उत्तर प्रदेश का कोई मुख्यमंत्री ऐसा नहीं  जिसपर अपराध बलात्कार व्यभिचार चोरी भ्रष्टाचार का आरोप न हो?आपत्ति की दशा में सर्वोच्च न्यायालय से उसकी जांच कराकर उसे निर्दोष सिद्ध होना चाहिए। 
 
"मुख्यमंत्री जी"
जिस देश में 80 करोड़ (UP 15 करोड़) कंगाल, 22 करोड़ कुपोषित, ( UP 4 से 5 करोड़) 42 करोड़ बेरोजगार (UP3 -4 करोड़) हों,शिक्षा चिकित्सा रेल महंगी कीमतों पर बाजार में बेची जा रही हो वहां अपराध नियंत्रण के लिए "हत्या का विभाग STF क्यों?। 

" मुख्यमंत्री जी"
क्या बुद्ध भगत सिंह बिस्मिल गांधी अंबेडकर कलाम के इस महान मुल्क में अपराध समाप्त करने का यही रास्ता है? क्या STF शिक्षा चिकित्सा रोजगार बांट रही है? जैसे आग'को आग' से नहीं बुझाया जा सकता वैसे ही अपराध' को अपराध' से नहीं मिटाया जा सकता इसे शिक्षा (सबको न्यूनतम स्नातक) चिकित्सा एवं रेल एक समान' शुल्क रहित' करके एवं सभी बेरोजगारों को रोजगार देकर समाप्त किया जा सकता है। 

मुख्यमंत्री जी"
फर्जी मुठभेड़ एवं हत्या करने वाली STF तत्काल बंद कर दें क्योंकि यह असंवैधानिक"भी है और अपराध"भी. जीवन 'मानवता' संविधान' की हिफाजत मैं 'जी-मर रहा हूं. एक दर्जन से अधिक अनशन'एवं चार दर्जन से अधिक सत्याग्रह'के कारण मैं अस्वस्थ हूं जिला चिकित्सालय गोरखपुर नें एक माह का बेड रेस्ट एडवाइज किया है बिस्तर पर हूं  आपसे और पूरी व्यवस्था,और उन लोगों से भी जो मेरे प्राण' की धमकी दे रहे है, निवेदन करता हूं कि 'मंगेश या तो उसकी मां को वापस कर दे या STF तोड़ दें, stf के जिन अधिकारियों की गोलियों से फर्जी मुठभेड़ में एक भी हत्या हुई है उनके विरुद्ध सर्वोच्च न्यायालय में 'हत्या का अभियोग चलाया जाए। यदि ऐसा नहीं हुआ तो गांधी जयंती 2 अक्टूबर गांधी प्रतिमा जीपीओ लखनऊ में सत्याग्रह करूंगा बीमारी एवं कमजोरी की दशा में भी।

"मुख्यमंत्री जी'
इजराइल फिलिस्तीन युद्ध विराम'शांति  के लिए कुशीनगर में सत्याग्रह के दौरान मुझपर हमले हुए जान से मारने की धमकियां मिली सत्य'अहिंसा'शांति' मानवता'संविधान' की बात करने पर प्राण' लेने की धमकी दी जा रही है। क्रिमिनलाइज्ड व्यवस्था एवं सत्ता का कोई क्रिमिनल किसी वक्त मेरी हत्या कर सकता है मेरी एवं मेरे परिवार की श्रेणीबद्ध कड़ी सुरक्षा की जाय'

 कॉपी टू -- महामहिम राष्ट्रपति 
सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय मा.राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग माननीय गृह मंत्री 
महामहिमा राज्यपाल उत्तर प्रदेश श्रीमान गृह सचिव डीजीपी उत्तर प्रदेश श्रीमान आयुक्त जिलाधिकारी  एडीजी डीआईजी एसएसपी गोरखपुर।

डॉ संपूर्णानंद मल्ल                            पूर्वांचल गांधी
सत्यपथ ps शाहपुर गोरखपुर
9415418263  snm. 190907@yahoo. co.in

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