शिक्षा चिकित्सा बचाइए जीवन'मानवता बचाइए"

7:00 p.m. 26 अक्टू 24

'मा.मुख्यमंत्री'
 उत्तर प्रदेश 

शिक्षा चिकित्सा बचाइए जीवन'मानवता बचाइए"

'महोदय'
प्राइमरी से उच्च तक शिक्षा समान'निःशुल्क'करें। गरीब अमीर के बच्चे एक स्कूल में साथ-साथ पढ़े।'मिड डे मील' उसी दिन बंद हो जाएगा जिस दिन कलेक्टर एवं मंत्री का बच्चा परिषदीय विद्यालय में पढ़ने जाएगें यदि मिड डे मील'की जरूरत पड़ी तो वहां काला नमक चावल एवं दाल खिलायी जाएगी और वही अध्यापक ऑक्सफोर्ड के अध्यापक बन जाएंगे।

एक समान निशुल्क चिकित्सा। एक हीअस्पताल में गरीब अमीर का इलाज हो। निजी चिकित्सालय कसाई खाना एवं लूट के अड्डे की तरह काम कर रहे हैं। यदि कोई डॉक्टर निजी अस्पताल चलाता हैं तो उसकी फी'ब्लड जांच' एक्स-रे' सीटी स्कैन'अल्ट्रासाउंड'टीएमटी'इको" आदि टेस्ट की दर सरकार तय करे। सरकार किसान के अनाज का रेट तय करती है कर्मचारी मजदूर का वेतन' मजदूरी तय करती है फिर डॉ की फी'एवं जाँच दर क्यों नहीं। मरीज और उनके साथ आने वाले सहयोगियों को बेरहमी से पीटने वाले सरकारी"प्राइवेट डॉक्टर्स पर 'क्राइम'की केस चलायी जाए। प्रदेश के प्राइवेट हॉस्पिटल कसाई खाने के रूप में काम कर रहे हैं डॉ लुटेरे हैं मरीजों से जबरदस्ती पैसा वसूलने के लिए अस्पताल में गुंडे पाल रखे हैं।डॉक्टर्स की हड़ताल (निजी'सरकारी'दोनों)आवश्यक सेवा अधिनियम' में असंवैधानिक घोषित करें.यदि कोई डॉ हड़ताल करता है तो उसका लाइसेंस एवं डिग्री जप्त कर ली जाए.लोगों के टैक्स एवं कमाई के पैसे से फोकट में मेडिकल की पढ़ाई पढ़कर आने वाले डॉक्टर्स लोगों को ही लूटते हैं यदि कोई डॉक्टर सरकारी स्कूल से पढ़कर आता है तो उससे न्यूनतम 6 घंटे की सरकारी ड्यूटी लेने का नियम बनाया जाए
प्रति:       महा राज्यपाल 
मा शिक्षा एवं चिकित्सा मंत्री
 श्रीमंत प्रमुख सचिव' प्रमुख सचिव चिकित्सा' शिक्षा' श्रीमान  आयुक्त जिलाधिकारी गोरखपुर 

 पूर्वांचल गांधी
9415418263

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