विश्वविद्यालय में एबीवीपी के राष्ट्रीय सम्मेलन पर रोक के लिए पूर्वांचल गांधी ने कुलपति कुलाधिपति को लिखा पत्र

8 नवंबर 2024
"मा.कुलपति"
 दीनदयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय
 गोरखपुर

'विश्वविद्यालय में बनेगा अत्याधुनिक प्रेक्षागृह 1500 सीटों की होगी क्षमता 39 करोड़ होंगे खर्च गोरखपुर विश्वविद्यालय ने बनाई कार्य योजना'
         कुलपति प्रोफेसर पूनम टंडन  दै जागरण 8 नवंबर पृ 4
'मैं बार-बार लिख रहा हूं विश्वविद्यालय के लिए आप आशा की अंतिम किरण है"

 'सम्मान देते हुए"
उसके पूर्व भी जब बहुउद्देशीय प्रेक्षागृह निर्माण पर आपका बयान आया तब मैंने विनय पूर्वक लिखा था 'इससे जरूरी है इस विश्वविद्यालय में एक 'रेफरेंस लाइब्रेरी' कृषि इंस्टिट्यूट में एंटोंमोलॉजी'लांट पैथोलॉजी' एग्रीकल्चरल बॉटनी' प्लांट ब्रीडिंग'एग्रोनॉमी'की लैब' इंस्टिट्यूट के लिए अलग बिल्डिंग'' तीन नए छात्रावास की स्थापना' नाथ चंद्रावत छात्रावास को पुलिस से खाली करना' विश्वविद्यालय कैंपस में 'सेंट्रल डे कैंटीन, जहां सब्सिडाइज फूड मिले, रिच फैकेल्टी' जिसमें डीयू'जेएनयू''पीएचडी स्कॉलर्स की नियुक्ति की जाय. विश्वविद्यालय में ऑब्जेक्टिव परीक्षाएं समाप्त कर दी जाँए ताकि स्कॉलर्स की "मरती विश्लेषणात्मक"क्षमता बचाई जा सके। प्रेक्षागृह' बिल्डिंग'अच्छी सड़कें'नाली'भव्य एवं विशाल गेट'दीवारों पर पेंटिंग'प्रोफेसर्स की चाटुकारिता चापलूसी' A+++ हासिल करने में तो सहायक हो सकती है परंतु रिसर्च  जमीन में दफन हो जाएगा ख़ासकर ह्यूमैनिटी' एंड सोशल साइंसेज'में.

पुनः निवेदन करता हूं कि विश्वविद्यालय में सर्वप्रथम 'रिच लाइब्रेरी /रेफरेंस लाइब्रेरी'स्थापित करिए.ताकि दुनिया के विश्वविद्यालय से जुड़ सके. विश्वविद्यालय की सेंट्रल लाइब्रेरी में 'रेफरेंस' रिसर्च' बुक्स नहीं हैं. मैक्स मूलर की 'द सीक्रेड बुक्स ऑफ़ द ईस्ट 50 वॉल्यूम्स एवं जॉर्ज इब्राहिम ग्रीअर्सन की 'द फोक लिटरेचर' 10 वॉल्यूम्स के बिना कोई प्राच्य स्कॉलर कैसे शोध कर सकता? यहां,खासकर, सामाजिक' मानविकी' विषयों में शोध नहीं होता वरन पीएचडी के नाम पर इमला'एवं गाइड' लिखी जाती है इसका मुख्य कारण है विश्वविद्यालय के केंद्रीय ग्रंथालय में रिसर्च'रेफरेंस बुक्स का अभाव.

आपसे निवेदन करता हूं की बहुउद्देशीय प्रेक्षागृह निर्माण से पूर्व विश्वविद्यालय में रीच लाइब्रेरी' तीन हॉस्टल्स' एग्रीकल्चर इंस्टीट्यूट के लिए प्रयोगशालाएं'विश्वविद्यालय कैंपस में एक सेंट्रल कैंटीन' जहां सब्सिडाइज्ड नाश्ता लंच मिले ताकि गरीब पूर्वांचल के विद्यार्थी शोधार्थी अध्ययन एवं शोध संपादित कर सकें। विश्वविद्यालय ऑडिटोरियम अगले 50 वर्ष के लिए पर्याप्त है.
संबाद'एवं जवाब'पाना मेरा मौलिक अधिकार है इसलिए मैं यह जानना चाहता हूं कि विश्वविद्यालय मेरा सुझाव कूड़ेदान में फेंक दिया या उस पर विचार किया जा रहा है?

प्रति:-- महामहिम कुलाधिपति राज्यपाल 
          मा.प्रति कुलपति गोरखपुर विश्वविद्यालय
         श्रीमान आयुक्त गोरखपुर मंडल

डॉ संपूर्णानंद मल्ल          पूर्वांचल गांधी
'सत्यपथ' पुलिस स्टेशन शाहपुर गोरखपुर
9415418263

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