"सम्माननीय' राष्ट्रपति'
"महोदया"
14 अप्रैल 2025 को संसद पर सत्याग्रह',क्रूर' लुटेरी नफरती सरकार नहीं चलने दूंगा. 543 एवं 239 सांसदों के रहते हमारे पेट' पथ' शिक्षा' चिकित्सा' रेल' पर टैक्स कैसे लग गया? किस ज़ालिम'अपराधी'ने लगा दिया?कीमतें' कैसे बढ़ गई? यह संसद चल कैसे रही है?आखिर हमारे पेट'पथ शिक्षा चिकित्सा रेल पर "असंवैधानिक कर' लगाने वाली सरकार चल कैसे रही है ?
तिरंगा'संविधान'गांधी भगत सिंह अंबेडकर' कलाम'की प्रतिमा लेकर संसद' पर अंबेडकर जयंती' 14 अप्रैल 2025 सत्य'अहिंसा' की ताकत से नरेंद्र मोदी की क्रूर' लुटेरी' नफरती' सत्ता एवं संसद जिसमें कुछ अच्छे सांसद छोड़कर शेष चोर' लुटेरे' अपराधी बलात्कारी है,नहीं चलने दूंगा,क्योंकि क्रूर लुटेरे अपराधियों ने हमारी पेट' प्राण' जीवन' यानी आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर gst लगा दिया. हमारी निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स लगाकर कहीं आने-जाने की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार छीन ली.हमारी शिक्षा चिकित्सा रेल महंगी कर दी' निजी हाथों 'में सौंप दी. 5 किलो अनाज में जीवन की तलाश करने वाले 80 करोड़ कंगाल एवं 22 करोड़ कुपोषित जिनके पास फूटी कौड़ी नहीं है जीवन की जरूरत से वंचित हो गए
पेट"पर "कर"मानवाधिकार की हत्या है
सैकड़ो पत्र एवं ज्ञापन में लिख चुका हूं मुझे "संविधान चाहिए न कम न अधिक"
क्या करें:--
@आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर gst हमारे जीवन के मौलिक अधिकार अनुच्छेद 21 की हत्या है इसे समाप्त कर दे
@निजी गाड़ियों पर 'टोल टैक्स' हमारी स्वतंत्रता के अधिकार 19 d की हत्या है इसे समाप्त कर दे.
@ निशुल्क' एक समान' शिक्षा' चिकित्सा' रेल' की व्यवस्था कर दे ताकि 'समानता का मौ अधिकार' गरीब अमीर सबको समान रूप से मिल सके यानी गरीब अमीर सबके लिए एक शिक्षा एक चिकित्सा एक रेल की व्यवस्था
@ एक नेशन' एक वेतन' एक पेंशन'। चपरासी 'प्रोफेसर' डीएम' जज'सबको विधायिका कार्यपालिका के सदस्यों के बराबर पेंशन.वकील पत्रकार को भी उतना ही पेंशन जितना कार्यपालिका विधायकों के सदस्यों को दी जाती है क्योंकि ये लोकतंत्र के तीसरे स्तंभ न्यायपालिका' एवं चौथे स्तंभ पत्रकारिता' के सदस्य.प्रत्येक वृद्ध जिन्हें कोई दूसरी पेंशन नहीं मिलती प्रतिमाह 3000 का पेंशन दें
@ डीजल सीएनजी ₹50 प्रति लीटर कर दें गैस सिलेंडर ₹300 भारी गाड़ियों पर टोल टैक्स ₹1/ kmकर दें ताकि महंगाई मर जाए. गरीब को गैस सिलेंडर फ्री दें
जीवन की उक्त ज़रूरतें विधायिका कार्यपालिका के सदस्यों को निशुल्क मिलती है, यह संविधान की हत्या है. यदि समान रूप से सबको दे दी जाए तो 'संवैधानिक व्यवस्था'की ओर एक कदम बढ़ेंगे
कई सौ पत्र'ज्ञापन' राष्ट्रपति' को प्रेषित की किसी पत्र का कोई उत्तर नहीं.मेरे लिए महसूस करना मुश्किल है कि यह वायसराय इरविन भवन नहीं है.अंबेडकर स्मृति दिवस 6 दिसंबर, पांच सत्याग्रहियों के साथ मिलकर, गांधी पटेल अंबेडकर की प्रतिमा,गोरखपुर,सविनय अवज्ञा'पूर्वक:आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर टैक्स एवं निजी गाड़ियों का टोल टैक्स तोड़ दिया। गरीब अमीर सबके लिए 'निशुल्क'एक विद्यालय'एक चिकित्सालय' एक रेल की प्रतीकात्मक स्थापना कर ली. उपरांत हमने इसकी जानकारी महामहिम को दी और निवेदन किया कि खाने पर gst एवं निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स तोड़ने संबंधी अध्यादेश जारी करें हमने इसे तोड़ दिया है
मेरे हिस्से का लोकतंत्र कहां है?मेरे पत्र' ज्ञापन'का जवाब क्यों नहीं देते? जब संसद' पर जब सत्याग्रह करूंगा तब ऐसी निरंकुश' जवाबदेही हीन सरकार नहीं चलने दूंगा.
प्रति:--- परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय
"माननीय अध्यक्ष' मानवाधिकार आयोग
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी
सत्यपथ' थाना शाहपुर 273004 गोरखपुर
9415418263 snm.190907@yahoo. co. In
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