"महामहिम राष्ट्रपति "
'रिवॉल्यूशन"सत्य'अहिंसा'आधारित'
'मुझे संविधान चाहिए न कम न अधिक'
सत्य इकलौता मार्ग है जिस पर मैं चलता हूं' अंबेडकर जयंती'14अप्रैल 2025,संसद पर सत्याग्रह'। क्रूर'(आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर टैक्स)"लुटेरी"(शिक्षा चिकित्सा रेल पर टैक्स'कीमतों में वृद्धि'एवं निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स)'नफरती'(हिंदू मुस्लिम) सरकार एवं 'संसद'नहीं चलने दूंगा। संसद'एवं सांसद'के रहते हमारे'जीवन के मौलिक अधिकार अनुच्छेद 21 यानी'खाने पीने पर जीएसटी कैसे लगा?'कहीं आने जाने की स्वतंत्रता के मौलिक अधिकार अनुच्छेद 19d" यानी'निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स"कैसे लगाया गया? वोट' देने यह अर्थ नहीं है कि हमने जीवन''स्वतंत्रता'सांसदों के हाथ गिरवी रख दी?कैसी बेशर्म'लुटेरी'अनुशासनहीन' व्यवस्था'जिसमें विधायिका'कार्यपालिका'के सदस्यों को सब कुछ फ्री"फोकट'मेंऔर कौड़ी कौड़ी के मोहताज लोगों के पेट पर कर'टैक्स'?संविधान की हत्या"असंवैधानिक व्यवस्था तोडूंगा।
"महोदया"
पेट' प्राण' जीवन' यानी आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर टैक्स कोई क्रूर लुटेरा जालिम लगा सकता है अनाज खाकर जीने वाला कोई व्यक्ति नहीं लग सकता. चीनी दाल तेल ₹500/kg बेचिये, माननीय' जिन्हें वेतन'कंटीन्जेंसीज' रूप में लगभग 40 लाख सालाना मिलता है '5 करोड़ वार्षिक निधि'मिलती है खरीद कर खा लेंगे वैसे इनका सब कुछ फ्री है या सब्सिडी है,धनी'अमीर पूंजीपति'खरीद कर खा लेगा परंतु 5 किलो अनाज में जीवन तलाशते 80 करोड़ कंगाल' और 22 करोड़ कुपोषित'जिनके पास फूटी कौड़ी नहीं है,माननीय प्रधानमंत्री'वित्त मंत्री'सभी मंत्री 543 माननीय सांसद 238 अपर हाउस के सांसद बताएं उनका जीवन कैसे चलेगा? वह कैसे खरीदेंगे? फीस' कहां से देंगे?रेल टिकट'कहां से खरीदेंगे
कई सौ पत्र"ज्ञापन"महामहिम राष्ट्रपति' सरकार को प्रेषित कि खाने पीने पर gst' निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स"समाप्त कर दीजिए,शिक्षा चिकित्सा रेल"एक समान"निशुल्क' यानी गरीब-अमीर सबके लिए "एक विद्यालय'एक चिकित्सालय' एक रेल' की संवैधानिक व्यवस्था लागू कर दीजिए.परंतु 'वोट देने तक सीमित रहने वाली भारतीय लोकतांत्रिक प्रणाली" जो'निरंकुश तंत्र' की तरह काम करती है एक न सुनी'
जीवन'स्वतंत्रता'पर टैक्स लगती सरकार तोड़ना हमारा 'संवैधानिक अधिकार'एवं कर्तव्य है.आखिर 'लोगों की सेवा के बदले वोट हासिल करने वाले सांसदों'एवं संसद'के रहते हमारे जीवन'एवं हमारी स्वतंत्रता'के मौलिक अधिकार सरकार ने कैसे छीन लिया? यह गूंगी'बहरी'अंधी'संसद इसलिए चलेगी कि उसने 5 वर्ष का पट्टा लिख लिया है?सत्य' अहिंसा'संविधान'की पूरी ताकत से कहना चाहता हूं कि ऐसी संसद नहीं चलने दूंगा जिसके लगभग आधे सदस्य चोर'लुटेरे अपराधी'हैं
इसलिए पुनः निवेदन करता हूं कि @पेट'प्राण'जीवन'यानी आटा चावल दाल तेल चीनी दूध दही दवा पर gst @'निजी गाड़ियों पर टोल टैक्स समाप्त कर दें.या प्रत्येक टोल पर दोनों तरफ एक-एक टोल लेन फ्री कर दें ताकि पैसे के अभाव में 'कहीं आने जाने के मौलिक अधिकार'से कोई वंचित न रह जाय @ गरीब अमीर सबके लिए'निशुल्क"एक विद्यालय' एक चिकित्सालय' एक रेल' की संवैधानिक व्यवस्था लागू कर दें अन्यथा समता'संविधान'एकता पुरुष'अंबेडकर जयंती 14 अप्रैल' तिरंगा'संविधान'हाथ में लेकर सत्य'अहिंसा के साथ संसद पर सत्याग्रह करूंगा.क्रूर'लुटेरी'नफरती'सरकार एवं चोर'लुटेरे'अपराधियों बलात्कारियों से बनी(अच्छे का सम्मान) संसद नहीं चलने दूंगा।कर'एवं कीमतों'के आर्बिट्रेरीऑर्डर्स'वैसे ही तोडूंगा जैसे गांधी ने फिरंगियों का नील'एवं नमक'कानून तोड़ा था.
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कॉपी टू :- परम सम्माननीय सर्वोच्च न्यायालय
माननीय मानवाधिकार आयोग
माननीय गृह मंत्री
डॉ संपूर्णानंद मल्ल पूर्वांचल गांधी
सत्यपथ ps शाहपुर 273009 गोरखपुर
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