एक दिन ऐसा भी था कि एक अंक से यूपीएससी की परीक्षा में स्थान नहीं आया था लेकिन विवाह के एक वर्ष बाद यूपीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण कर बने आईएएस अधिकारी
संवाददाता आलोक तिवारी
शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा कहा जाता है कि यूपीएससी की परीक्षा पास करना इतना आसान नहीं होता इसे पास करने के लिए न जाने कितने जतन करने पड़ते हैं आज आपको ऐसे शख्स के बारे में बताने जा रहे हैं जिन्होंने यूपीएससी परीक्षा में 14वी रैंकbलाकर आई ए एस बनने का सपना पूरा किया है हम बात कर रहे हैं अभिनव जे जैन की आइए जानते हैं इनके बारे में और कैसे की थी यूपीएससी की तैयारी अभिनव जे जैन का जन्म और पालन-पोषण दिल्ली में हुआ स्कूली शिक्षा दिल्ली से की और फिर केमिकल इंजीनियरिंग IIT खड़गपुर से ग्रेजुएशन की डिग्री ली जिसके बाद IIT से सीधे प्राइवेट सेक्टर ज्वाइन किया और वहां करीब 3 साल तक काम किया शुरुआत में आईटीसी लिमिटेड के साथ लगभग 2 साल और फिर एक साल के लिए ओयो रूम्स के साथ किया किया था ओयो रूम्स के साथ काम करते हुए उनका झुकाव सिविल सर्विस की ओर हुआ वह यही से समझ गए थे कि उन्हें यूपीएससी की परीक्षा देनी चाहिए अभिनव ने बताया होटल स्टाफ को अपस्किल करने के स्किल इंडिया मिशन के तहत OYO ने सरकार के साथ कोलाब्रेशन किया था यह एक दिन था जब होटल के स्टाफ के लिए एक सर्टिफिकेट डिस्ट्रीब्यूशन सेरेमनी आयोजित की गई थी जिसके बाद एक हाउसकीपर जिसकी आंखों में आंसू थे उसने मेरी तरफ देखकर कहा सर आपने मेरी जिंदगी बदल दी ये मेरे लिए ऐतिहासिक पल है हाउसकीपर की उन बातों की वजह से मैं उस रात सो नहीं सका था मैंने सोचा कि अगर मेरा इतना छोटा काम किसी के जीवन को प्रभावित कर सकता है तो क्या होगा अगर मैं IAS बन जाऊंगा तो मैं बड़े पैमाने पर लोगों की मदद कर सकूंगा इसके बाद मैंने अपनी नौकरी से इस्तीफा दे दिया और पूरे मन से सिविल सेवाओं को आगे बढ़ाने का फैसला किया अभिनव ने सबसे पहले मुख्य परीक्षा के सिलेबस को देखकर और बुक लिस्ट तैयार की जिसमें एनसीईआरटी लक्ष्मीकांत राजनीति डीडी बसु स्पेक्ट्रम आधुनिक इतिहास लेक्सिकन नैतिकता रमेश सिंह अर्थव्यवस्था जीसी लियोंग भूगोल आदि शामिल थी उन्होंने बताया मैंने किताबें एक एक करके पढ़नी शुरू की मैं समझ सकता था लेकिन याद नहीं कर पाता था ऐसा लग रहा था जैसे बिना किसी स्ट्रक्चर के बेतरतीब ढंग से पढ़ रहा हूं मैंने खुद से सवाल किया मैं क्या कर रहा हू क्या मैं सिर्फ नाम के लिए बुकलिस्ट पर टिक लगाने के लिए पढ़ रहा हूं जिसके बाद मुझे अपने रिसोर्सेज को सीमित करने के महत्व का एहसास हुआ किताबें फिर से पढ़ी गईं महत्वपूर्ण पॉइंट्स को नोट्स के रूप में अलग अलग लिखा दिया गया NCERT की किताबों को अच्छे से पढ़ा अभिनव ने बताया इस परीक्षा की तैयारी के लिए अनुशासन जरूरी है लेकिन इसका मतलब ये नहीं है कि आप सुबह 5 बजे उठना और आधी रात तक पढ़ाई करते रहें और वहीं स्टडी टेबल पर खाना खाएं आपका रोबोट मकानकल होना चाहिए सहा अनुशासन का अथ एक प्लान के साथ पढ़ाई करना और मूल बातों पर टिके रहना और उन्हें फिर से रिवाइज करना इसी के साथ ज़ेरॉक्स नोट्स जिस्ट शॉर्टकट सामग्री के लिए इधर उधर न भागें अपने नोट्स खुद बनाएं ताकि परीक्षा के आखिरी समय में वह रीविजन करने में आपकी मदद कर सके अभिनव ने अपना पहला प्रयास 2017 में दिया था पहले प्रयास में उन्हें इंटरव्यू में शामिल होने का मौका मिला था लेकिन परिणाम के दिन लिस्ट में उनका नाम शामिल नहीं था वह सिर्फ 5 अंकों से चूक गए थे वहीं दूसरे प्रयास यानी साल 2018 में वह प्रीलिम्स परीक्षा के आसपास बीमार हो गए थे और उस समय प्री क्लियर नहीं कर पाए थे उन्होंने बताया फिर मैंने अपना तीसरा प्रयास साल 2019 में दिया जिसमें मैंने अपनी पूरी ताकत लगा दी थी साल 2019 में प्रीलिम्स क्लियर मेन्स क्लियर इंटरव्यू भी ठीक रहा मैं इस बार और आत्मविश्वास से भरा हुआ था जब परिणाम आया तो मैं हैरान रह गया मेरा नाम उसमें नहीं था मैं केवल 1 मार्क से फाइल लिस्ट से बाहर हो गया था अभिनव ने बताया मेरी शादी 2020 में हुई थी मेरे मन में सिविल सर्विस की तैयारी छोड़कर अपने जीवन में आगे बढ़ने के विचार थे मैं घर बसाने के बारे में सोच रहा था लेकिन मेरे मात पिता पत्नी ने एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई उन्होंने मुझे एक और प्रयास देने के लिए प्रेरित किया और समर्थन दिया मेरे भाइयों ने मुझे मेंटली सपोर्ट किया बुधवार को एडवोकेट और सीनियर पत्रकार के के गौतम ने मथुरा जनपद के कस्बा मांट के उपजिलाधिकारी IAS अभिनव जे जैन से खुली मुलाकात कर और पटका उड़ाकर एवं गुलदस्ता भेंट कर स्वागत सम्मान किया।
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