संतों की कृपा से मिलता है जन्म मरण के बंधन से मुक्ति: पंकज

संतों की कृपा से मिलता है जन्म मरण के बंधन से मुक्ति: पंकज
जयगुरुदेव संस्था के अध्यक्ष ने भक्तों को किया संबोधित
संवाददाता आलोक तिवारी 
मथुरा। बाईपास स्थित जयगुरुदेव आश्रम  पर चल रहे वार्षिक भण्डारा सत्संग मेला के तीसरे दिन संस्थाध्यक्ष पंकज महाराज ने कहा कि खुदा, प्रभु जब दुनिया के जीवों को अपने पास बुलाना  चाहता है तो वह किसी संत फकीर के जरिये अपना भेद जाहिर करता है। संसार के परोपकारियों के कार्य से संसार रूपी जेलखाने में बंद जीवों को थोड़ा आराम जरूर मिलता है लेकिन वे जन्म-मरण के बन्धन से आजाद नहीं होते। जब संत महात्मा जैसे परोपकारी मिल जाते हैं जिनके पास नामधन की दौलत होती है। वे उस दौलत की बख्शीश जब जीवों को  देते हैं तो जीव संसार रूपी जेल खाने से सदा के लिये आजाद हो जाता है और प्रभु में समा जाता है। जो संसार रूपी जेलखाने से निकलना चाहते हैं उनको संत सत्गुरु की खोज कर नाम भेद प्राप्त करके उसकी कमाई करनी चाहिये। श्वांस श्वांस पर नाम का सुमिरन करते रहना चाहिये। 
उन्होंने कहा कि गुरु का काम केवल दुनियाबी इच्छाओं को पूरा करना नहीं होता है, बल्कि सतलोक पहुंचाते हैं। उन्होंने आगाह करते हुये कहा कि इन्सानों का काम रूहों पर रहम करना है। सभी से अपील किया कि शाकाहार का प्रचार करते रहना है। इसी से देश दुनिया में भारी परिवर्तन आयेगा। 
मध्य रात्रि में पंकज महाराज के मन्दिर में पूजन के बाद श्रद्धालु कतारबद्ध होकर पूजन कर प्रसाद लेते हुये, दया, दुआ की याचना करते हुये देखे गये। पूजन व प्रसाद वितरण का कार्य निरन्तर 12 दिसम्बर तक चलता रहेगा। महाराज श्री ने आगामी होली कार्यक्रम 13 से 15 मार्च 2025 तक मथुरा में आयोजित किये जाने की घोषणा करते हुये लोगों को उसमें भाग लेने का निमन्त्रण दिया। 

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